राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार विशाल भारद्वाज ने दिवंगत इरफान खान के साथ कई बार काम किया था. ऐसे में अभिनेता के निधन पर उनका कहना है कि इरफान के आकस्मिक निधन ने उन्हें तोड़ कर रख दिया है.
विशाल ने कहा, "मुझे डर था कि वह अपने वक्त से बहुत पहले हमें छोड़कर चले जाएंगे, लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह मेरे लिए इतना विनाशकारी और व्यक्तिगत तौर पर इतना दुखदायी होगा. ऐसा लगता है जैसे मैं दो हिस्सों में बंट गया हूं. उनके साथ मेरा एक हिस्सा मर गया."
विशाल ने इरफान को 'मकबूल', 'हैदर' और '7 खून माफ' जैसी फिल्मों में निर्देशित किया था.
इरफान को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में मंगलवार को कोलन संक्रमण के कारण भर्ती कराया गया था और बुधवार को उनका निधन हो गया. अभिनेता कुछ समय से बीमार चल रहे थे. वह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से ग्रसित थे और उसी के लिए उनका इलाज भी चल रहा था. वह इलाज के लिए विदेश भी गए थे.
निधन के बाद मुंबई के वर्सोवा स्थित कब्रिस्तान में इरफान खान को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इरफान खान के पार्थिव शरीर को घर नहीं ले जाया गया. कोकिला बेन अस्पताल के डॉक्टरों कि सलाह पर परिवार ने अस्पताल से ही वर्सोवा स्थित कब्रिस्तान ले जाने का फैसला किया.
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