Dahan Writers Hire A Therapist: 'दहन-राकन का रहस्य' 16 सितंबर को डिज्नी+हॉटस्टार पर स्ट्रीम कर दिया गया है. इसका निर्देशन विक्रांत पवार ने किया है और बनिजय एशिया ने सीरीज को प्रोड्यूस किया है. सीरीज गांव शिलासपुरा के सदियों पुराने मिथकों और अंधविश्वास की एक डार्क स्टोरी है. इसकी कहानी को निसर्ग मेहता, शिव बाजपेयी और निखिल नायर द्वारा लिखी गई है. जिन्होंने हालही में एक मीडिया इंटरव्यू में बताया कि सीरीज की कहानी लिखते समय उन्हें किन समस्याओं का सामना करना पड़ा था साथ ही उन्होंने बताया कि लेखन के बीच में तीनों को एक थेरेपिस्ट हायर करना पड़ा था.
लेखकों के बीच हुआ विवाद
इंडिया टूडे से बातचत के दौरान जब निसर्ग मेहता से पूछा गया कि सीरीज की कहानी लिखते वक्त आप लोगों के बीच कोई विवाद हुआ. इस पर निसर्ग ने कहा कि हां, बिलकुल हुए. हमारे बीच बहुत सारे विवाद हुए. कई बार ऐसा होता था कि दो लोगों में किसी बात पर सहमति नहीं होती तो तीसरा बिचौलिए का काम करता था. तो कई बार दो लोग किसी एक खिलाफ हो जाते थे. लेकिन यही तो इसका मजा था. अगर हमारे बीच कोई विवाद नहीं होता तो चीजें बहुत सादी होतीं. निसर्ग ने आगे बताया कि हमारे बीच छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा हो जाता था जैसे कमरे का लेआउट क्या होगा, कुर्सियां कहां होंगी आदि.
हायर करना पड़ा थेरेपिस्ट
तो वहीं शिव आगे कहते है,"बहुत रोना धोना हुआ, हमने एक दूसरे पर पेंसिल फेंकी. यहां तक कि एक वक्त ऐसा आया कि हमें ट्रस्ट बिल्डिंग के लिए थेरेपिस्ट हायर करना पड़ा था. वो तो शुकर है कि हमारे डायरेक्टर ने हमें ब्लैंक कैनवास दिया था. जिस पर हम कहीं भी लिख सकते थे." शिव आगे कहते हैं कि आपको तब बहुत अच्छा महसूस होता है जब आपका लिखा हुआ एक्टर को पसंद आता है. मेरे हिसाब से हॉरर तभी सही ठहराया जा सकता है जब आप किरदार की परवाह करें. एक सुपरनैचुरल ड्रामा लिखने के लिए आपको त्रिआयामी होना पड़ेगा. हमारी कहानी एक सिंगल मदर के इर्द-गिर्द घूमती है. अब उस जगह पर फोकस करना था जहां वह खुद खतरे में होती है. उसके बाद पूरी कहानी नेचुरली पूरी हो गई.
खुद से ली कहानी कि प्रेरणा
इसके बाद जब पूछा गया कि क्या आप लोगों ने कहानी की प्रेरणा हॉलीवुड से ली हैं तो निखिल नायर ने कहा कि हमने इस कहानी को लिखने की प्रेरणा खुद के जीवन से ली है और कहीं से नहीं. हम तीनों देश के तीन अगल अगल हिस्सों और छोटे शहरों से आते है. दहन की कहानी भारत के उन्हीं अनोखे हिस्से से आती है. हमने सामान्य किरदारों के साथ यथार्थ कहानी बनाई है.
श्रापित गांव की कहानी
सीरीज में शिलासपुरा गांव की कहानी दिखाई हुई हैं. जहां कई रहस्य छुपे हुए हैं. गांव को एक मायावी ने श्राप दे दिया था. उसकी आत्मा आज भी शिलास्थल में कैद हैं. अगर उसकी आत्मा वहां से छूट गई तो उससे कोई नहीं बच पाएगा. जबकि आइएएस अधिकारी का किरदार निभा रही टिस्का को ये कहानी सिर्फ बनावती लगती हैं और गांव के आस पास की पहाड़ियों में मौजूद मिनरल्स को निकालने के लिए माइनिंग करवाने का ठान लेती हैं. गांव वालों के मना करने पर वह नहीं मानती और अंधविश्वासों से लड़ने के लिए एक मिशन पर निकल पड़ती है. टिस्का ठान लेती हैं कि वह रहस्यमय हत्याओं की गुत्थी सुलझा कर रहेंगी.
ये भी पढ़ें-
Watch: अपने अतरंगी अंदाज में फिर हाजिर हुईं उर्फी जावेद, फैशन देख सिर खुजलाने पर लोग मजबूर