एमेजॉन प्राइम वीडियो की हालिया चर्चित वेब सीरीज 'पाताल लोक' में अभिनेता जयदीप अहलावत ने हाथीराम चौधरी के तौर पर मुख्य भूमिका निभाई है. सीरीज में उनका किरादर इतना दमदार नजर आ रहा है कि लोग उनके किरदार की तुलना सेक्रेड गेम्स के गणेश गायतोंडे (नवाजउद्दीन सिद्दीकी) और गुरुजी (पंकज त्रिपाठी) जैसे किरदारों से करने लगे हैं. दर्शकों का एक बड़ा वर्ग पाताल लोक की तुलना पहले कुछ और सफल हुई सीरीज़ से भी कर रहा है.
एबीपी लाइव के सह संपादक सौरभ कुमार गुप्ता को दिए एक इंटरव्यू में जयदीप ने इस तुलना के ऊपर जयदीप ने बेबाकी से बात रखी है.
नामी वेब सीरीज के से पाताल लोकर की तुलना के बारे में बोलते हुए कहा, ''यह ठीक है क्योंकि दर्शक हमेशा ऐसा करते हैं क्योंकि इससे पहले जो सीरीज इस तरह के प्लेटफार्म्स पर आईं हैं लोग उसकी चर्चा करते हैं, लोगों का एक स्वाभाव है कि वो उसकी तुलना करते हैं. एक एक्टर और एक टीम के तौर पर मेरे ख्याल से हम कभी इस तरह से नहीं सोचते हैं, क्योंकि हमें नहीं लगता कि किसी और दूसरे प्लेटफार्म्स से या किसी दूसरे काम से हमारा कम्पटीशन है. मुझे लगता है कि अगर आप ऐसा कोई कम्पटीशन बनाते हैं तो आप ऑलरेडी अपने आपको लिमिट कर लिया है, कि आप उसको कितना बेहतर क्या बना सकते हैं.''
‘पाताल लोक’ की क़ामयाबी के बाद लोग जयदीप अहलावत के अभिनय में पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा, नवाजुद्दीन जैसे कलाकारों की खूबी के साथ साथ भदेस उत्तर भारत के स्पर्श को भी महसूस करते हैं. इसे जयदीप एक कॉम्पिमेंट की तरह लेते हैं.
इस बारे में उत्तर देते हुए जयदीप ने कहा, ''बिल्कुल बढ़िया लगता है, ये बहुत बड़े-बड़े कलाकार हैं और कुछ लोगों ने तो बहुत सारी जगहों पर कुछ फैंस ने ऐसे-ऐसे इरफान सर के साथ ही तुलना कर दी थी, बिल्कुल बहुत बड़े-बड़े कॉम्प्लिमेंट्स हैं हमारे लिए. अच्छा लगता है कि आपका काम लोगों तक पहुंच रहा है. हां ये भले ही उत्तर भारत के स्पर्श को महसूस कर रहे हैं. बड़े-बड़े कलाकारों के साथ आपना नाम जोड़ा जाता है, अगर आपका नाम इरफान सर के साथ जोड़ा जाता है तो इससे बड़ी क्या बात हो सकती है मेरे लिए!''
सीरीज में कई जगह जयदीप हाथीराम के किरदार में हंसाते भी हैं. उनके किरदार में हरियाणा के प्रादेशिक हास्य का पुट भी दिखता है. हाथीराम का ‘थप्पड़’ भी कबीर सिंह के थप्पड़ की तरह चर्चित हो रहा है. इस बारे में रोशनी डालते हुए जयदीप ने कहा, ''हां, हरियाणा में एक्चुअली हरियाणा का अपना ही एक हास्य है, बड़ा ही ड्राई ह्यूमर है हरियाणा का. वो मज़ेदार है उसको मैंने डालने की कोशिश की जहां तक भी पॉसिबल हो पाया लेकिन बड़ा इंटरेस्टिंग भी है वो गालियां, वो थप्पड़ वो सब जो बेसिकली आपके इमोशन का हिस्सा होते हैं और वो निकल जाते हैं बड़े स्वाभाविक तौर.
उन्होंने कहा, ''मैंने उसी को उतनी ही स्वाभाविकता के साथ कोशिश की है कि वो आपको उस कहानी में, उस किरदार में बेसिकली, उसके उस पहलू को भी दिखाया जाए, चाहे फिर वो गुस्से में है या नहीं है. मेरा मानना है कि वो एक इमोशन के तहत निकले हुए शब्द होते हैं, बिल्कुल उसमें हरियाणा का एक हास्य पुट जरूर रहता है. हां थप्पड़ भी कुछ ज्यादा ही चर्चित हो गया है, अच्छा लगता है, मुझे लगता है कि वो बड़ा एक इंटरेस्टिंग सा मोमेंट है तो अच्छा लगा कि सबको वो मोमेंट पसंद आया.''