जब Salim Khan की फ्लॉप फिल्म देखकर Subhash Ghai को आया Ram Lakhan का आइडिया, सुपरहिट साबित हुई फिल्म
आपको फिल्म राम लखन (Ram Lakhan) के बारे में एक दिलचस्प बात ये बता दें कि एक फ्लॉप फिल्म देखकर सुभाष घई (Subhash Ghai) को इस फिल्म को बनाने का आइडिया आया था.
Ram Lakhan Facts: 1989 में आई फिल्म राम लखन (Ram Lakhan) को सुपरहिट फिल्मों में शुमार किया जाता है. इस फिल्म के निर्देशक सुभाष घई (Subhash Ghai) हैं. फिल्म में अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित और डिंपल कपाड़िया ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म की स्टोरीलाइन से लेकर डायलॉग्स और गाने दर्शकों के बीच काफी पॉपुलर हुए थे. इस फिल्म की लोकप्रियता देखते हुए इसका रीमेक बनाने की भी काफी कोशिशें हुईं लेकिन अब तक कुछ फाइनल हो नहीं सका है. वैसे, आपको इस फिल्म के बारे में एक दिलचस्प बात ये बता दें कि एक फ्लॉप फिल्म देखकर सुभाष घई को इस फिल्म को बनाने का आइडिया आया था.
जी हां, 1988 में बॉलीवुड के जाने-माने राइटर सलीम खान ने फलक नाम की एक फिल्म लिखी थी जिसके डायरेक्टर शशिलाल के नायर थे. इस फिल्म में जैकी श्रॉफ और शेखर कपूर ने भाइयों की भूमिका अदा की थी जिसमें बड़ा भाई एक पुलिस वाला होता है. फिल्म की कहानी दो भाइयों की थी जो अपने पिता की मौत का बदला लेते हैं. सलीम साहब ने फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग मुंबई में रखी थी और इंडस्ट्री के कई लोगों ने फिल्म को देखा था. फिल्म को अपने पॉवर-पैक्ड डायलॉग्स के लिए सराहा गया जबकि कुछ को इसकी रफ़्तार काफी धीमी लगी थी. इसी समय सुभाष घई क़र्ज़, विधाता, हीरो और कर्मा जैसी फ़िल्में बनाकर छाए हुए थे. उनकी नज़र इस फिल्म पर पड़ी और उन्होंने सलीम खान से मुलाकात हुई.
सुभाष घई ने सलीम खान से कहा कि उन्हें फलक फिल्म का कॉन्सेप्ट बेहद पसंद आया है और वह इस स्क्रिप्ट पर एक फिल्म फलक का एक कमर्शियल वर्जन बनाना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि फलक का स्क्रीनप्ले काफी डल था. सलीम साहब ने इस बात पर आपत्ति नहीं जताई और ठीक एक साल बाद सुभाष घई राम लखन लेकर आए जिसमें दो भाइयों की कहानी थी. फिल्म में बड़ा भाई पुलिस वाला होता है और दोनों भाई पिता की मौत का बदला लेते हैं. फिल्म रिलीज हुई और फिर सब इसकी सफलता से वाकिफ हैं. वो कहा जाता है ना कि एक ही कहानी को दो अलग-अलग डायरेक्टर्स अलग-अलग तरीके से कहकर अलग-अलग फिल्म बना सकते हैं. फलक और राम लखन इस बात का बेहतरीन उदाहरण हैं.
ये भी पढ़ें: