बॉलीवुड सुपरस्टार देव आनंद (Dev Anand) ने अपने फिल्मी करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, और लगभग 19 फिल्मों को डायरेक्ट भी किया. उनके डायरेक्शन में बनने वाली फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' (Haré Rama Haré Krishna) साल 1971 की बड़ी हिट फिल्म हुई. फिल्म में ज़ीनत अमान (Zeenat Aman) ने देव आनंद की बहन का किरदार निभाया था. फिल्म सुपरहिट हुई तो ज़ीनत भी रातों-रात स्टार बन गईं और इसी दौरान देव आनंद अपना दिल ज़ीनत को दे बैठें.
दरअसल, ज़ीनत और देव आनंद ने पहली फिल्म हिट होने के बाद कई फिल्मों में काम किया, इस दौरान देव साहब को लगने लगा कि उन्हें ज़ीनत से मोहब्बत हो गई है. उस वक्त जब ज़ीनत और देव आनंद के रिश्ते के बारे में कोई भी गॉसिप छपती थी, तब देव आनंद को बहुत अच्छा लगता था. देव आनंद ने अपने दिल की बात करने के लिए ताज होटल में ज़ीनत के साथ डिनर का प्रोग्राम बनाया. देव आनंद ने ज़ीनत को फोन किया और डिनर के लिए पूछा तो उन्होंने कहा कि-'आज तो आपको एक पार्टी में जाना था', तो देव साहब ने कहा कि-'हम दोनों चलेंगे, थोड़ी देर रुक कर हम वहां से डिनर के लिए निकल जाएंगे'. ज़ीनत ने हां कह दी.
शाम को देव आनंद, ज़ीनत अमान को लेकर पार्टी में पहुंचे, वहां पहले से ही राज कपूर मौजूद (Raj Kapoor) थे. ज़ीनत को देखते ही राज कपूर ने उन्हें गले लगा लिया और जीनत ने उनकी इज्जत करते हुए राज कपूर के पैर छू लिए, लेकिन फिर भी राज कपूर का इस
तरह जीनत पर हक जताना देव आनंद को पसंद नहीं आया और वो वहां से जाने लगे. तब ज़ीनत ने कहा- 'आप तो आज मुझे डिनर पर लेकर जाने वाले थे?'. ये सुनकर राज कपूर ने कहा- 'तुम भी यहीं रहों और ज़ीनत को भी रहने दो'. उसके बाद तो देव आनंद का पारा गरम हो गया और वो वहां से चले गए. हालांकि, बाद में उन्हें इस बात का एहसास जरूर हुआ कि उन्होंने कुछ ज्यादा ही रिएक्ट कर दिया था.
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