बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने अपनी शानदार एक्टिंग और खास अंदाज से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई है. उन्होंने 90 के दशक में 'साजन', 'खलनायक', 'सड़क', 'रॉकी' और 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है. आज संजय दत्त (Sanjay Dutt) बॉलीवुड का बड़ा नाम हैं. साथ ही संजय एक लग्ज़री लाइफ जीते हैं. लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब उन्हें लोकल ट्रेन में सफर करना पड़ता था. संजय दत्त (Sanjay Dutt) के पिता सुनील दत्त (Sunil Dutt) अपने दौर के बहुत बड़े स्टार थे. इसके बावजूद भी संजय दत्त (Sanjay Dutt) कॉलेज लोकल ट्रेन से जाया करते थे. सुपरस्टार नरगिस (Nargis) और सुनील दत्त (Sunil Dutt) के बेटे संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने बहुत ही नॉर्मल लाइफ बिताई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनील दत्त ने संजय दत्त की उतनी ही डिमांड को पूरा करते थे जितनी की ज़रूरत होती थी. इस बात का ज़िक खुद संजय दत्त ने किया था.






संजय दत्त ने एक रियलिटी शो में पहुंचे थे जहां उन्होंने कहा कि, 'हम तीनों भाई बहनों को उन्होंने बड़ों का सम्मान करना सिखाया, फिर चाहे वो नौकर ही क्यों न हों. उन्होंने ये भी सिखाया कि बच्चों से प्यार करें और अपने दिमाग में ये कभी न आने दे कि हम सुनील और नरगिस दत्त के बच्चे है'.






इसके अलावा संजय दत्त ने अपने बचपन के एक किस्से का ज़िक्र करते हुए कहा, 'मेरा कॉलेज का पहला दिन था. मैं सोच रहा था कि मुझे छोड़ने के लिए पिताजी कार भेजेंगे. मगर अपने पास बुलाकर उन्होंने मुझे बांद्रा स्टेशन से स्टार्ट होने वाला एक सेकेंड क्लास का ट्रेन का पास पकड़ा दिया. जब मैंने पिताजी से कार मांगी, तो उन्होंने कहा 'जिस दिन कमाने लगोगे, उस दिन बैठना कार में'. संजय ने आगे बताया, 'मेरे हाथ में उन्होंने पास दिया और कहा ऑटो या 
टैक्सी लेकर बांद्रा स्टेशन पहुंच जाना'. 


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