एक्टर-डायरेक्टर-सिंगर फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) ने बतौर डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत साल 2001 में फिल्म 'दिल चाहता है' से की थी. इस फिल्म में सैफ अली खान (Saif Ali Khan), आमिर खान (Aamir Khan) और अक्षय खन्ना (Akshay Khanna) ने मुख्य भूमिका निभाई थी, लेकिन फरहान इस फिल्म में अपने बचपन के दोस्त और एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) को कास्ट करना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने ऋतिक से बात भी की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसी दौरान ऋतिक को सुभाष घई की फिल्म 'यादें' का ऑफर आया और उन्होंने फरहान की जगह सुभाष घई की फिल्म में काम करना ज्यादा बेहतर समझा. दोनों फिल्में बनी लेकिन जब रिलीज हुई तब 'यादें' का डब्बा बॉक्सऑफिस पर बंद हो गया और फरहान की फिल्म 'दिल चाहता है' ने कामयाबी का नया रिकॉर्ड बना दिया.
ऋतिक रोशन को बाद में इस बात का एहसास हुआ कि फरहान की फिल्म 'दिल चाहता है' को छोड़कर उन्होंने कितनी बड़ी गलती की. आपको बता दें कि फिल्म 'दिल चाहता है' में फरहान अख्तर ने ऋतिक को अक्षय खन्ना वाला रोल ऑफर किया था. हालांकि, इस फिल्म की रिलीज के बाद भी दोनों की दोस्ती में कोई बदलाव नहीं आया. इतना ही नहीं ऋतिक ने फरहान से वादा किया कि वो उनकी अगली फिल्म में काम जरूर करेंगे. फरहान की अगली फिल्म थी 'लक्ष्य', जिसमें ऋतिक ने ही लीड रोल निभाया था, लेकिन 'दिल चाहता है' जैसी सफलता को 'लक्ष्य' छू भी नहीं पाई.
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