फिल्म के एक सीन में दिखाया जाता है कि कादर खान और असरानी बड़े खस्ता हाल हैं, यही नहीं बीच-बीच में कादर खान की याददाश्त भी चली जाया करती है. इस एपिक कॉमेडी सीन में दिखाया जाता है कि कादर खान और असरानी को भूख लगती है लेकिन दोनों के पास देने को एक चवन्नी भी नहीं होती है. ऐसे में यह दोनों आपस में कुछ सलाह करते हैं और पास के ही एक होटल में खाना खाने चले जाते हैं.
इसके बाद कादर खान और असरानी एक ही होटल में अलग -अलग बैठकर ढेर सारा खाना मंगवाते हैं. फिर जब बारी पैसे देने की आती है तो सबसे पहले असरानी काउंटर पर जाते हैं जहां उनसे 25 रुपए का बिल मांगा जाता है. लेकिन असरानी होटल के मालिक से कहते हैं कि उन्हें 5 रुपए लौटा दिए जाएं क्यूंकि उन्होंने तो 30 रुपए दिए हैं. जिस पर होटल मालिक समझ जाता है कि उसे उल्लू बनाया गया है, जिसके बाद असरानी और होटल मालिक के बीच बहस होने लगती है.
इस बीच वहां कादर खान भी वहां आ जाते हैं और होटल वाले से कहते हैं कि भाई आप अपनी लड़ाई में यह नहीं भूल जाना कि मैने आपको 100 रुपए दिए थे और आपको मुझे 70 रुपए वापस करना है. अचानक हुए भारी कंफ्यूजन में होटल मालिक भी गफलत में आ जाता है और कादर खान को 70 रुपए थमा देता है. जिसके बाद जाते-जाते कादर खान, असरानी के 25 रुपए भी चुका जाते हैं और इस तरह यह दोनों फ्री में खाना खाकर होटल से निकल जाते हैं.