जब Vikram Batra की शहादत ने सच साबित कर दी थी ये एक बात, सुनकर मां के भी नहीं थमे थे आंसू
25 साल के विक्रम बत्रा कारगिल वॉर में शहीद हो गए थे. उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजा गया था. एक इंटरव्यू में विक्रम की मां ने कहा कि शेरशाह में विक्रम की डेथ का सीन देखकर वह भावुक हो गई थीं.
Vikram Batra Facts: सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और कियारा आडवाणी (Kiara Advani) स्टारर शेरशाह (Shershaah) को दर्शकों का काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. यह फिल्म कैप्टन विक्रम बत्रा (Vikram Batra) की लाइफ पर आधारित है जिन्होंने कारगिल वॉर में पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे. 25 साल के विक्रम बत्रा इस युद्ध में शहीद हो गए थे और फिर उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजा गया था.
एक पुराने इंटरव्यू में विक्रम की मां कमल कांता बत्रा ने कहा था, 'जब विक्रम छोटे थे तो उन्हें स्कूल में एक साथी टीचर ने एक बात कही थी कि आपका बेटा बड़ा होकर जरूर कुछ ना कुछ करके दिखाएगा क्योंकि इसमें वो सारे गुण हैं. तब मैंने उनसे कहा कि उसके बड़े होने पर देखते हैं कि क्या होता है, अभी तो मैं कुछ नहीं कह सकती. इसके बाद जब विक्रम की शहादत हुई तो वो शख्स फिर हमारे घर आए और उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने आपसे कहा था तो मैंने उनसे कहा कि उसने वो बात सच सिद्ध करके दिखा दी और मेरी आंखों से आंसुओं की धारा बह निकली. विक्रम बचपन से ही होनहार, मृदु स्वाभाव और बहादुर किस्म का बच्चा था.' इससे पहले एक इंटरव्यू में विक्रम की मां ने कहा था कि शेरशाह में विक्रम की डेथ का सीन देखकर वह भावुक हो गई थीं.
उन्होंने कहा था, 'मैं बहुत इमोशनल हो गई थी जब फिल्म में उसे अचानक एक बुलेट आकर लग जाती है. उनके भाई विशाल बत्रा ने भी कहा था कि फिल्म देखकर उनके अंदर के वो सारे इमोशन बाहर आ गए जो उन्होंने अपने अंदर सालों से दबाकर रखे थे. आपको बता दें कि विक्रम बत्रा फिल्मों के बहुत शौकीन थे. 1997 में जब फिल्म बॉर्डर रिलीज हुई थी तो उन्होंने उस फिल्म को आठ बार देखा था. विक्रम पर इस फिल्म ने गहरी छाप छोड़ी थी क्योंकि उन्हें सोल्जर की लाइफ बेहद पसंद आई थी और उन्होंने आर्मी ज्वॉइन करने का फैसला कर लिया था. विक्रम के अंदर देशभक्ति का जज्बा कूट-कूटकर भरा था.
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