आमिर खान अपने वक्त के राज कपूर हैं. हमारे कहने का ये मतलब है कि जब भी उनकी कोई फिल्म रिलीज होती है सभी लाइन में खड़े होकर उनकी फिल्म का टिकट खरीदते हैं. इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण कुछ सालों पहले आई फिल्म दंगल है. आमिर खान की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसा रिकॉर्ड कायम किया जो कि सारे पहले के रिकॉर्टूड को तोड़ चुके हैं. फिल्म दंगल ने करोंड़ो की कमाई की.


साल 1995 में एक फिल्म रिलीज हुई थी जिसका नाम था रंगीला. इस फिल्म को डायरेक्ट किया था राम गोपाल वर्मा ने और फिल्म में दो हिरो थे जैकी श्रॉफ और आमिर खान, लेकिन इस से ज्यादा मजे की बात तो ये है कि इस फिल्म में तीनों खान जुड़े हुए थे.



साल 1995 में राजेश रोशनकी फिल्म आई थी जिसका नाम था करण-अर्जुन. राजेश रोशन की ये फिल्म सुपरहिट रही. वहीं उसी साल रंगीला भी रिलीज हुई थी. फिल्म रंगीला भी पहले सेम कास्ट के साछ बनने वाली थी. फिल्म में जो किरदार आमिर ने निभाया था उसके लिए पहले शाहरुख खान को अप्रोच किया गया था. लेकिन शाहरुख खान तब तक बाजीगर, कभी हां कभी न, डर और करण-अर्जुन जैसी फिल्म देकर स्टार बन चुके थे. तो शाहरुख खान ने फिल्म में काम करने से मना कर दिया. फिर रंगीला आमिर खान की झोली में आ गिरी. आमिर खान ने इस फिल्म में एक टपोरी का किरदार निभाया था.



फिल्म रंगीला हिट होने के बाद आमिर को लगा था कि उस साल का बेस्ट एक्टर फिल्मफेयर अवॉर्ड उन्हे ही मिलेगा. लेकिन साल 1995 का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड शाहरुख खान को मिला था. मीडिया रिपोर्ट की माने तो आमिर खान को इस बात का बहुत बुरा लगा कि बेस्ट एक्टर अवॉर्ड शाहरुख खान को क्यों मिला.


एक इंटरव्यू के दौरान आमिर खान ने बताया था कि वो क्यों अवॉर्ड शो में जाना पसंद नहीं करते. वो बताते हैं कि, जब वो बॉलीवुड में नए-नए आए थे तो अवॉर्ड शो में जाने का बहुत शौक था. लेकिन जैसे ही उन्हें अवॉर्ड शो का सेटअप पता चला तो उन्होंने अवॉर्ड शो में जाना छोड़ दिया.