आए दिन टीवी इंडस्ट्री में कई कॉमेडी शो बने हैं और दर्शकों ने सभी को भरपूर प्यार दिया है. लेकिन कुछ शोज ऐसे भी हैं जो अपने कलाकारों के चलते फेमस हुए हैं. ये वो शो हैं जो बेहतरीन कलाकारों के चलते दर्शकों के दिल पर राज करते हैं. जिसका नाम है भाबीजी घर पर हैं. इस सीरियल में वैसे तो सभी किरदार लाजवाब हैं लेकिन शो में विभूती नारायण मिश्रा के रूप में आसिफ शेख ने अलग ही जगह बनाई है.





विभूति नारायण यानी आसिफ शेख ने अपने अभिनेय की शुरुआत टीवी इंडस्ट्री के शो हमलोगल से की थी. फिर उसके कई सालों को बाद बॉलीवुड की फिल्मों मे काम करने का मौका भी मिला, लेकिन वो फिल्मी दुनिया में ज्यादा दिनों कर नही रह पाए. उनके संघर्ष का किस्सा भी काफी दिलचस्प है. आसिफ बचपन से ही एक्टर बनने चाहते थे, लेकिन उनके पिता पिता ने इसका विरोध किया.





आसिफ शेख के पिता उनके एक्टर बनने के एकदम विरोध थे. आसिफ शेख दिल्ली में थिएटर किया करते थे. फिर एक दिन आसिफ को हमलोग सीरिलय के लिए ऑडिशन के लिए बुलाया गया. आसिफ शेख के पिता ने कहा था कि अगर इस ऑडिशन में सेलेक्ट हो गए तो फिर तुम एक्टर बन सकते हो. आसिफ शेख का काम उनको पसंद आया और ऑडिशन में सेलेक्ट हो गए. हमलोग के लिए सेलेक्ट होने के बाद आसिफ मुंबई पहुंचे. उन्होंने सीरियल में 4-5 एपिसोड के लिए शूट किआ और उन्हें 1500 रुपए मिले थे.





कुछ समय के बाद मुंबई में उन्हें आर्थिक दिक्कतें का सामना करना पड़ा. मुंबई में रहना हर किसी के लिए असान बात नही है. फिर आसिफ शेख ने उन मुश्किलों से उबरने के लिए अपने गले की सोने की चेन तक बेचनी पड़ी. आर्थिक तंगी से परेशान होकर आसिफ शेख ने मुंबई छोड़कर दिल्ली चले आए.





आसिफ शेख को सलमान और शाहरुख की फिल्म करण -अर्जुन ऑफर हुई. जिसमें उन्होंने काजोल के मंगेतर का किरदार निभाया था. इसके बाद उन्होंने छोटे पर्दे का रुख किया और उनके लिए ये फेवरेबल साबित हुआ. साल 1999 में यस बॉस सीरियल में उनका किरदार काफी हिट रहा. फिर साल 2015 में यस बॉस के राइटर मनु संतोषी ने एक और सीरियल लिख रहे थे जिसका नाम था भाबी जी घर पर हैं. इसमें विभूति नारायण के किरदार के लिए उनके दिमाग में सिर्फ आसिफ का ही नाम था.