70 के दशक में बॉलीवुड की चकाचौंध भारी दुनिया में कदम रखने वाली ज़ीनत अमान(Zeenat Aman) किसी परिचय की मोहताज नहीं है. 70-80 के दशक में ज़ीनत ने अपने हुस्न और टैलेंट का बॉलीवुड पर ऐसा परचम लहराया कि हर कोई उनका दीवाना हो गया. ज़ीनत उन अभिनेत्रियों में से थीं जिन्होंने लीक से हटकर काम करने में विश्वास रखा और अपनी राह खुद बनाई. उस दौर में एक ओर जहां अभिनेत्रियां ट्रेडिशनल अंदाज़ में नज़र आती थीं और फिल्मों में साड़ी में लिपटी नज़र आती थीं. वहीं, ज़ीनत ने अपने वेस्टर्न अंदाज़ से इंडस्ट्री की पूरी हवा ही बदलकर रख दी.



ज़ीनत एक पठान परिवार में 19 नवंबर, 1951 को जन्मी थीं. वह शुरू से मॉडलिंग में करियर बनाना चाहती थीं और इसी वजह से उन्होंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया. 1970 में वह फेमिना मिस इंडिया और मिस इंडिया पैसिफिक इंटरनेशनल जीतने में कामयाब रहीं. इसी समय उन्हें बॉलीवुड से ऑफर मिल गया और 1971 में आई फिल्म हरे राम हरे कृष्णा ने उन्हें इंडस्ट्री में पहचान दिला दी. उन्हें फिल्मों में देव आनंद लेकर आए. इसी दौरान ज़ीनत का नाम संजय खान से जुड़ने लगा और वह अपनी पर्सनल लाइफ के चलते खबरों में रहने लगीं.



संजय खान शादीशुदा थे और उनके बच्चों के पिता भी थे फिर भी वह ज़ीनत के साथ रिलेशनशिप में आ गए. कहा जाता है ज़ीनत और संजय ने शादी भी कर ली थी लेकिन दोनों के बीच झगड़े बढ़ गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक पार्टी में सरेआम संजय ने ज़ीनत की पिटाई कर दी जिससे उनकी एक आंख फूट गई.इसके बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया. 1985 में ज़ीनत ने मजहर खान से दूसरी शादी की जिसमें भी उन्हें दुःख ही मिला. मजहर भी उनकी पिटाई करते थे जिससे परेशान होकर ज़ीनत ने मजहर से तलाक ले लिया और अपने इकलौते बेटे की परवरिश सिंगल मदर बनकर की.