जल्द ही घोषित होगा UP Board Results 2020, स्टूडेंट्स को स्ट्रेस और एंजाइटी से बचाने में पैरेंट्स निभाएं अहम भूमिका
आने वाली 27 जून को यूपी बोर्ड का दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट डिक्लेयर होगा. रिजल्ट से पहले स्टूडेंट्स का स्ट्रेस्ड होना नॉर्मल है. ऐसे में पैरेंट्स को आगे बढ़कर उनका हौंसला बढ़ाना चाहिए.
UP Board Results 2020 To Be Declared On 27 June, Tips For Parents To Help Their Child In Stress: जून के अंतिम हफ्ते में यूपी बोर्ड का दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट आना है. बोर्ड ने इसके लिए 27 जून की तारीख तय करी है. इसी के साथ अगले पांच दिनों में यूपी बोर्ड के लगभग 51 लाख स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म हो जाएगा. हालांकि यह कहना जितना आसान है इस इंतजार के समय को काटना उतना ही मुश्किल. अगर स्टूडेंट्स की नज़र से देखें तो इस समय उनका एक-एक दिन नहीं कट रहा होगा.
ऐसा सबके साथ नहीं होगा पर अधिकतर स्टूडेंट्स को रिजल्ट एंजाइटी या रिजल्ट फियर रहता है. यही वो मौका होता है जब पैरेंट्स आगे बढ़कर अपने बच्चे को संभाल सकते हैं, उसका संबल बन सकते हैं. दरअसल जो दिल के करीब होते हैं उनकी पॉजिटिव या निगेटिव दोनों ही तरह की बातें बहुत गहरे असर करती हैं. इसलिये दुनिया में कोई कुछ भी ज्ञान दे पर जब मां-बाप आगे बढ़कर कहते हैं कि रिजल्ट कुछ भी हो, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता तो उसकी बात ही अलग होती है. इस समय बच्चे अपना मानसिक स्वास्थ्य खराब न करें इसके लिये पैरेंट्स कुछ बातों का ख्याल रख सकते हैं.
टिप्स फॉर पैरेंट्स
- बच्चे को समझायें कि एक रिजल्ट किसी की जिंदगी का निर्धारण नहीं करता. इसलिए अगर रिजल्ट अच्छा नहीं आता है तो भी बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं.
- बच्चे के सामने बार-बार रिजल्ट की चर्चा न करें न ही उन रिश्तेदारों और पड़ोसियों को ज्यादा एंटरटेन करें जो खास रिजल्ट के समय एकदम से प्रकट हो जाते हैं.
- रिजल्ट को लेकर थोड़ा-बहुत तनाव होना या स्ट्रेस लेना नॉर्मल है पर अगर बच्चा अतिरिक्त स्ट्रेस में लगे तो उसे एक्सपर्ट के पास ले जाएं.
- अगर बच्चे के व्यवहार में कुछ बड़ा बदलाव महसूस कर रहे हैं, जैसे खाना न खाना, किसी से बात न करना, कमरे में बंद रहना आदि तो समझ जाएं की उसे मदद की जरूरत है.
- बच्चे को यह विश्वास दिलाएं की रिजल्ट कैसा भी हो आप हर हाल में उसके साथ हैं और उन्हें पूरी उम्मीद है कि अगर यह रिजल्ट अच्छा नहीं भी हुआ तो भी वह भविष्य में कुछ अच्छा करेगा.
- अगर बच्चे के पेपर अच्छे नहीं गए हैं और वो रिजल्ट को लेकर तनाव में है तो उसे उन सक्सेसफुल लोगों के बारे में बताएं जो एकेडमिक्स में अच्छा न करने के बावजूद जीवन में खूब सफल हुए.
- अंत में सबसे जरूरी है बच्चे के साथ ऐसी बांडिंग बनाना, जिसमें उसे पता हो कि आपके लिए खुद उससे बढ़कर दुनिया का कोई रिजल्ट नहीं है.
मां-बाप और परिवार का साथ मिलने पर बच्चे खुद को खुशनसीब मानते हैं और अगली बार दोगुनी मेहनत से पढ़ाई करने के लिये प्रेरित भी होते हैं.
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