Gurugram-Delhi Expressway: आखिरकार चाल साल के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस (Delhi-Mumbai expressway ) के अहम हिस्से यानि की पीस गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेसवे- सोहना (Gurugram-Delhi Expressway To Sohna) शुरू होने जा रहा है. केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री (Union Road, Transport And Highways Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari ) अगले सोमवार 11 जुलाई को इसका उद्घाटन करने जा रहे हैं. गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेसवे से सोहना तक 21 किमी एलिवेटेड रोड दिल्ली-एनसीआर में सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक हैं.
गुरुग्राम सांसद ने की घोषणा
गुरुग्राम के सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह (Union Minister Rao Inderjit Singh ) ने बुधवार को घोषणा की है कि अगले सोमवार को छह लेन (Six-Lane) वाले सोहना एलिवेटेड रोड का उद्घाटन केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे. मंत्री इंद्रजीत ने बताया, " इस परियोजना पर 2,000 करोड़ रुपये की लागत आई है और इससे गुरुग्राम और सोहना के बीच की दूरी को कम करने में मदद मिलेगी, जिससे यातायात की आवाजाही आसान हो जाएगी. इस परियोजना के पूरा होने से सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी." सांसद ने ये भी बताया कि पैकेज एक के निर्माण में लगभग 1,000 करोड़ रुपये और पैकेज 2 को 944 करोड़ रुपये में पूरा किया गया.
गौरतलब है कि एलिवेटेड रोड के अलावा, गडकरी सोमवार को शहर के अपने दौरे के दौरान रेवाड़ी-अटेली मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग -एनएच11( Rewari-Ateli Mandi National Highway 11 -NH11) के एक सेक्शन का भी उद्घाटन करेंगे, जिस पर लगभग 1,148 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह 30 किमी-राजमार्ग रेवाड़ी और अटेली के बीच यातायात की आवाजाही को आसान बना देगा.
क्या मिलेगा फायदा
राजीव चौक (Rajiv Chowk) और बादशापुर (Badshapur) के बीच एलिवेटेड रोड के नौ किलोमीटर हिस्से का काम इसी सप्ताह पूरा हो जाएगा. इसके बाद इस पूरे मार्ग को यात्रियों के लिए खोला जा सकता है. गौरतलब है कि बादशापुर और सोहना को जोड़ने वाली सड़क के शेष हिस्से को अप्रैल में यात्रियों के लिए खोल दिया गया था.
एलिवेटेड रोड यात्रियों को गुरुग्राम में सदर्न पेरिफेरल रोड से सटे होने की वजह से पहले से ही भीड़भाड़ वाले वाटिका चौक (Vatika Chowk) जैसे जंक्शनों को बाईपास करते हुए एक सिग्नल-फ्री कॉरिडोर प्रदान करता है. दिल्ली से आने वालों के लिए यह सड़क उन्हें दक्षिण गुरुग्राम और आगे राजस्थान ( Rajasthan) के अलवर (Alwar) के लिए कम वक्त लगने वाला मार्ग देगी.
एलिवेटेड रोड के प्रवेश और निकास के साथ ही मूल रूप से सड़क पर एक एक्सेस प्वाइंट घमरोज (Ghamroj) बनाने की योजना थी, लेकिन एनएचएआई (NHAI) के अधिकारियों ने पिछले महीने घोषणा की कि दो और एक्सेस प्वाइंट बनाए जाएंगे. इसमें से एक सुभाष चौक (Subhash Chowk) और दूसरा शहर के जेल रोड (Jail Road) पर बनाया जाएगा.
गुरुग्राम-सोहना कनेक्शन के अलावा, एलिवेटेड सड़क से गुरुग्राम और अलवर के बीच 120 किमी के सफर की दूरी दो घंटे से भी कम समय में पूरा होने की उम्मीद की जा रही है. इस सफर के लिए सामान्यत: तीन घंटे या उससे अधिक वक्त लगता है. यह मार्ग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे ( Delhi-Mumbai Expressway) लिंक का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस हिस्से को केंद्र बना रहा है. यह एक गलियारा जो भारत के दो सबसे बड़े शहरी केंद्रों को हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से जोड़ता है.
कब हुई थी शुरुआत
एलिवेटेड रोड पर काम पहली बार 2018 में शुरू हुआ था, जिसकी शुरुआती समय सीमा 25 महीने थी, लेकिन कोविड महामारी और सर्दियों के महीनों में प्रदूषण की वजह से दिल्ली एनसीआर में निर्माण पर प्रतिबंध की वजह से इसके निर्माण की समय सीमा बढ़ गई. इसके अलावा मौजूदा बुनियादी ढांचे को स्थानांतरित करने के मुद्दों की वजह से भी निर्माण में बार-बार देरी हुई.
अगस्त 2020 में, गुरुग्राम के सेक्टर 48 के पास सड़क का अहम 40 मीटर हिस्सा ढह गया, जिससे एक महीने तक निर्माण कार्य रुका रहा. सोहना एलिवेटेड रोड जैसी महत्वपूर्ण परियोजना से यहां के निवासी भी खुश हैं. उन्हें उम्मीद है कि यह न केवल सोहना रोड पर बल्कि वाटिका चौक जैसे चौराहों पर भी ट्रैफिक की भीड़ को कम करने में सहायक सिद्ध होगी.
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस सबसे लंबा
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे भारत सरकार की एक दूरदर्शी परियोजना है जो देश के दो सबसे अहम केंद्रो राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को जोड़ने के लिए बनाई जा रही. यह 1350 किमी आठ लेन का एक्सप्रेसवे विश्व का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है जिसे यातायात की जरूरत के मुताबिक पर 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है.
इसकी शुरुआत केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 9 मार्च, 2019 को की थी. यह एक्सप्रेसवे हरियाणा 129 किमी, राजस्थान, 373 किमी, मध्य प्रदेश 244 किमी, गुजरात 426 किमी और महाराष्ट्र में 171 किमी सहित पांच राज्यों से होकर गुजरेगा. इन पांच राज्यों में दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 15,000 हेक्टेयर से अधिक का भूमि अधिग्रहण किया गया है.
ये हरियाणा के गुड़गांव से शुरू होकर राजस्थान के जयपुर और सवाई माधोपुर से होकर जाएगा. इसके बाद में एक्सप्रेस वे मध्य प्रदेश में रतलाम और गुजरात के वडोदरा से होकर महाराष्ट्र के मुंबई में खत्म होता है. दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे जयपुर, अजमेर, किशनगढ़, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भोपाल , उज्जैन, अहमदाबाद , इंदौर , सूरत और वडोदरा जैसे वित्तीय केंद्रों के बीच कनेक्टिविटी को सुविधाजनक बना देगा.
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