Elon Musk Offers To Buy Twitter Again: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने एक बार फिर ट्विटर को खरीदने का इरादा है. इसके लिए उन्होंने 54.20 डॉलर प्रति शेयर की मूल पर ट्विटर (Twitter) को खरीदने की पेशकश की है. उनकी इस पेशकश पर ट्विटर ने भी हामी भरी है. वो मस्क की पेशकश वाली कीमतों पर इस सौदे को फाइनल करना चाहता है, लेकिन इस सौदे पर सवाल उठने लगा है, क्योंकि ट्विटर और मस्क का 17 अक्टूबर का डेलावेयर चांसरी कोर्ट (Delaware Chancery Court) का ट्रायल अभी बाकी बचा है. ट्विटर के साथ एलन मस्क के महीनों के संघर्ष ने मंगलवार (4 अक्टूबर) को एक और मोड़ ले लिया. एलन ने अप्रैल में ट्विटर के साथ एक 44 बिलियन डॉलर में उसे खरीदने एक सौदा किया था और बाद में वो उससे मुकर गए थे. इस सौदे के मामले के अदालत में जाने के बाद ये अभी तक बना हुआ है. इस पर ट्विटर का कहना है कि वह पहले मंजूर हुई कीमतों पर सौदे को पूरा करने की मंशा रखता है, लेकिन मस्क के सौदे को खत्म करने की पहले की कोशिशों की वजह से इसमें अड़चन आ सकती है.
मस्क अभी तक ट्विटर के मालिक हैं?
एलन मस्क के पास ट्विटर नहीं है और यह अभी भी साफ नहीं है कि वह इस कंपनी को संभालने जा रहे हैं कि नहीं. इस हफ्ते मस्क वकील ने ट्विटर को एक खत भेजा था. इसमें कहा गया था कि मस्क सौदे को पहले के वादे के मुताबिक पूरा करेंगे और इसके लिए वो नकदी को जुटा लेंगे. इसके साथ ही इस खत में मस्क ने ट्विटर के लिए एक शर्त भी रखी है. इसके मुताबिक ट्विटर को मस्क के खिलाफ डेलावेयर चांसरी कोर्ट में दायर मुकदमे को वापस लेना होगा. लेकिन ट्विटर के मस्क के खिलाफ अपनी कानूनी कार्यवाही को तब- तक छोड़ने की संभावना नहीं दिखाई पड़ रही है जब तक कि मस्क इस बात को पुख्ता नहीं कर देते है कि यह सौदा इस बार वास्तविक है और सोची समझी गई चाल (Tactical Gambit) नहीं है.
मस्क-ट्विटर डील अब आगे क्या?
डेलावेयर मामले (Delaware Case) की अध्यक्षता करने वाले न्यायाधीश ने अभी तक मस्क की नई पेशकश को लेकर सार्वजनिक तौर पर कोई सलाह और कॉमेंट नहीं किया है, लेकिन उनका कुछ भी कहना मस्क की इस नई पेशकश पर असर डाल सकता है. इसी के आधार पर इस सौदे की आगे के कदम और रूपरेखा तय होगी. तुलाने विश्वविद्यालय (Tulane University) की एसोसिएट लॉ प्रोफेसर एन लिप्टन (Ann Lipton) ने कहा कि ट्विटर के वकीलों की मस्क से पूछताछ गुरुवार (6 अक्टूबर) से शुरू होने जा रही है.
आशंका है कि इससे 17 अक्टूबर का ट्रायल भी आगे बढ़ सकता है, अगर ट्विटर को यह आश्वासन नहीं दिया जाता है कि मस्क और कंपनी के बीच पहले हुए कानूनी समझौते के मुताबिक सौदे (Deal) पूर मुहर लग गई है. लॉ प्रोफेसर लिप्टन का कहना है कि "ट्विटर उस कार्यवाही को तब तक रुकने नहीं देगा जब तक कि उसे 100 फीसदी भरोसा नहीं हो जाता कि उसे डील के मुताबिक पैसा मिलेगा." वह कहती हैं अगर ये सौदा होता है तो मस्क कुछ ही दिनों में ट्विटर के इंचार्ज हो सकते हैं, हालांकि ये इस पर भी निर्भर करेगा कि उन्हें और सह-निवेशकों को सौदे के लिए नकदी को जुटाने में कितना वक्त लगता है.
क्या है मामला
दरअसल मस्क ने इस साल अप्रैल में एक कानूनी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इसमें मस्क ने ट्विटर को 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से खरीदने पर सहमति जताई थी. इस कानूनी समझौते में ये भी कहा गया था कि यदि दोनों पक्षों में से भी कोई पक्ष इस सौदे की नहीं मानता है तो उन्हें दूसरे पक्ष को 1 बिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा. तब मस्क ने ये भी कहा था कि वे ट्विटर को खरीदने की कुवत रखते हैं और इसे 44 बिलियन डॉलर में खरीद लेंगे.
इस सौदे को लेकर एलन मस्क अपने वादों पर कायम नहीं रह सकें. उन्होंने ट्विटर के टॉप ऑफिसर से लेकर इस कंपनी के बोर्ड तक को नहीं बख्सा. मस्क ने अपने ट्वीट के जरिए ट्विटर पर खासे व्यंग बाण छोड़े. उन्होंने ट्विटर पर ये आरोप तक लगा डाला कि इस पर स्पैम अकाउंट्स की भरमार है और इसे लेकर उन्हें अंधेरे में रखा गया. इसी को बेस बनाकर वह लगभग 7 महीने पहले इस डील से पीछे हट गए.
जब ट्विटर पहुंचा डेलावेयर कोर्ट
मस्क की इस वादाखिलाफी से नाराज ट्विटर ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था. इससे पहले ट्विटर के चेयरमैन ब्रेट टेलर (Bret Taylor) ने एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने कहा था कि ट्विटर बोर्ड मस्क के साथ सहमति वाली कीमतों और शर्तों पर लेनदेन को फाइनल करने के लिए प्रतिबद्ध है और विलय समझौते को लागू करने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की योजना बना रहा है. हमें विश्वास है कि हम डेलावेयर कोर्ट ऑफ चांसरी में जीत हासिल करेंगे.
ट्विटर के केस पर मस्क का एतराज
ये माना जाता है कि डेलावेयर कोर्ट में सौदा खत्म करने या उससे फिरने वाले पक्ष पर फैसला करने के मानदंड काफी सख्त हैं. ऐसे मामलों में अक्सर सौदे पर दोबारा से सोच कर उसमें फेरबदल कर नए तरीके से पेश किया जाता है या फिर डील से मुकरने वाले को मामले को रफा-दफा करने की एवज में कुछ कीमत चुकानी पड़ती है. अरबपति उद्यमी एलोन मस्क के खिलाफ सोशल मीडिया दिग्गज ट्विटर पर सिविल ट्रायल 17 अक्टूबर को डेलावेयर चांसरी कोर्ट में होना है.
ये फैसला गुरुवार (28 जुलाई) देर रात इस फास्ट-ट्रैक कोर्ट केस में एक जज ने सुनाया था. तब 5 दिन के इस ट्रायल को ट्विटर की जीत माना गया था. ट्विटर के लिए ये एक जीत थी, क्योंकि उसने इस कोर्ट केस में मस्क को सौदे से मुकरने से पहले 44 डॉलर बिलियन पर ट्विटर प्लेटफॉर्म खरीदने के समझौते पर तेजी से काम करने को कहा था. हालांकि मस्क की कंपनियों टेस्ला मोटर्स (Tesla Motors ) और स्पेसएक्स (SpaceX)ने ट्विटर के इस फास्ट-ट्रैक मुकदमे पर एतराज किया था.
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