Explained: चीन के खिलाफ क्वाड देशों का आर्थिक से लेकर सामरिक चक्रव्यूह कैसे काम करेगा?
दुनिया के नक्शे पर भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया मिलकर एक चतुर्भुज बनाते हैं. इसीलिए इसे क्वाड कहा गया है.
अमेरिकी दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात करेंगे. भारतीय समय के मुताबिक व्हाइट हाउस में रात 8.30 बजे पीएम मोदी-बाइडन की द्विपक्षीय मुलाकात होगी. राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडन पहली बार पीएम मोदी की मेजबानी करने वाले हैं.
बाइडन से मुलाकात के बाद पीएम मोदी क्वाड यानी अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ रात 11.30 बजे व्हाइट हाउस में ही बैठक भी करेंगे. क्वाड में भी चीन, पाकिस्तान और तालिबान पर नकेल कसी जाएगी. चीन के खिलाफ क्वाड देश कैसे आर्थिक से लेकर सामरिक मोर्चे पर चक्रव्यूह तैयार कर सकते हैं. इसे आंकड़ों के जरिए समझिए.
- क्वाड देशों की कुल अर्थव्यवस्था है 2284 लाख करोड़ रुपये, जबकि चीन की अर्थव्यवस्था 1105 लाख करोड़ है
- क्वाड देशों के एक्टिव सैनिकों की संख्या 31 लाख 55 हजार, जबकि चीन की एक्टिव सेना सिर्फ 21 लाख 85 हजार है
- इसी तरह क्वाड के पास कुल 17 हजार 257 सैन्य एयरक्राफ्ट हैं जबकि चीन के पास सिर्फ 3260 सैन्य एयरक्राफ्ट्स हैं
- क्वाड के पास 1082 अटैक हेलिकॉप्टर्स हैं. चीन के पास सिर्फ 327 हैं
- क्वाड के पास 11 हजार 893 टैंक्स हैं. चीन के पास 3205 है
- क्वाड के पास 111 सबमरीन हैं. चीन के पास 79 है
तो सैन्य लिहाज से क्वाड के चारों देश, चीन पर भारी हैं. इसीलिए चीन, क्वाड से चिढ़ा हुआ है. चीन की हुकुमत क्वाड को एशियाई NATO भी बता चुकी है.
क्या है क्वाड?
दुनिया के नक्शे पर भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया मिलकर एक चतुर्भुज बनाते हैं. इसीलिए इसे क्वाड कहा गया है. इन देशों के बीच ही आता है हिंद महासागर और प्रशांत महासागर का वो हिस्सा जहां चीन अतिक्रमण करना चाहता है. इसी इलाके में उसने म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका जैसे देशों को सैनिक सुविधाएं दीं. म्यांमार, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों में पोर्ट तक बनाए. लेकिन चीन के दिन अब लदने वाले हैं. क्योंकि विकास के नाम पर विनाशलीला का जो प्लान चीन तैयार कर रहा है. उस पर क्वाड लगाम लगाने में सक्षम है.
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