Explained: क्या है 1034 करोड़ का घोटाला, संजय राउत से कैसे जुड़े पात्रा चॉल केस के तार?
Patra Chawl Land Scam: संजय राउत (Sanjay Raut) मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 1 जुलाई को ईडी के सामने पेश हुए थे. इसके बाद उन्हें दो बार तलब किया था, लेकिन पेश नहीं हुए थे.
Maharashtra Patra Chawl Land Scam: महाराष्ट्र में पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में लंबी पूछताछ के बाद शिवसेना नेता संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया गया है. संजय राउत की गिरफ्तारी से पहले उनके घर से साढ़े 11 लाख रुपये भी जब्त किए गए हैं. संजय राउत के घर से इसके अलावा कई अहम दस्तावेज भी जब्त किया गया है जो पात्रा चॉल मामले से जुड़े हैं. इन सभी दस्तावेजों और नकदी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ईडी दफ्तर (ED Office) पहुंची थी. राउत को मुंबई के एक पात्रा चॉल जमीन मामले में उनकी पत्नी के साथ दूसरे सहयोगियों की संलिप्तता वाले लेन-देन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनीलॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था.
संजय राउत पात्रा चॉल जमीन से संबंधित मनीलॉन्ड्रिंग मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 1 जुलाई को मुंबई में ईडी के सामने पेश हुए थे. इसके बाद एजेंसी ने उन्हें दो बार तलब किया था, लेकिन मौजूद संसद सत्र में व्यस्त रहने का हवाला देते हुए वो पेश नहीं हुए थे.
क्या है पात्रा चॉल केस?
शिवसेना नेता संजय राउत पात्रा चॉल जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हैं. पात्रा चॉल लैंड स्कैम की शुरूआत 2007 से हुई. आरोप है कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी MHADA के साथ प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम दिया गया. म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडेवलपमेंट का कार्य गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया था. इसमें 1034 करोड़ के घोटाले का आरोप है. संजय राउत के दोस्त प्रवीण राउत इस मामले में आरोपी हैं. कंस्ट्रक्शन कंपनी पर चॉल के लोगों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. ये कंपनी प्रवीण राउत की है. पात्रा चॉल में 3 हजार फ्लैट बनाए जाने थे. 672 फ्लैट चॉल के निवासियों को मिलने थे. प्राइवेट बिल्डरों को जमीन बेचने का आरोप है.
संजय राउत के तार केस में कैसे जुड़े?
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी पर आरोप है कि उसने फ्लैट बनाने की बजाए 47 एकड़ जमीन को कई अलग-अलग बिल्डरों को बेच दी. इससे इस कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 1034 करोड़ रुपये कमाए. कहा जा रहा है कि प्रवीण राउत संजय राउत के काफी करीबी दोस्त हैं. ईडी की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को एक लोन दिया, जो 55 लाख रुपये का था. बताया जाता है कि इसी पैसे से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा, जिसे ईडी ने जब्त किया है. वर्षा राउत और संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर की पत्नी ने अलीबाग में एक जमीन खरीदी थी. ईडी का कहना है कि इस प्लॉट को खरीदने के लिए भी पैसों की हेराफेरी हुई.
मुंबई पुलिस में संजय राउत के खिलाफ केस दर्ज
उधर, स्वप्ना पाटकर की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने संजय राउत (Sanjay Raut) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. स्वप्ना पाटकर (Swapna Patkar) पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl Land Scam) की एक अहम गवाह है. 15 जुलाई को स्वप्ना पाटकर को एक धमकी भरा पत्र मिला था. चिट्ठी में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था. बलात्कार और जान से मारने की धमकी दी गई थी. ED के सामने जुबान बंद रखने की बात कही गई थी. स्वप्ना का दावा है इन धमकियों के पीछे संजय राउत का हाथ है. पाटकर ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी. संजय राउत के खिलाफ IPC सेक्शन 504 और 509 के तहत FIR दर्ज की गयी है.
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