T20 World Cup: संयुक्त अरब अमीरात में खेले जा रहे 2022 एशिया कप से टीम इंडिया की विदाई हो चुकी है. टीम इंडिया ने लीग स्टेज में अपने दोनों मुकाबले जीते थे, लेकिन सुपर-4 में पाकिस्तान और श्रीलंका से हारकर खिताब जीतने की उसकी उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा. इसके बाद बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान की जीत से टीम इंडिया एशिया कप से बाहर हो गई.
आखिर ऐसी क्या वजह है कि ग्लैमर, पैसे और स्टार खिलाड़ियों से भरी भारतीय टीम एशिया कप में चारों खाने चित हो गई? ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगले महीने यानी कि अक्टूबर में होने वाले 2022 टी20 विश्व कप को टीम इंडिया कैसे जीतेगी?
एशिया कप में अगर टीम इंडिया के प्रदर्शन पर नजर डालें तो ओपनर्स, मीडिल ऑर्डर, स्पिनर्स और तेज गेंदबाज, सभी फ्लॉप रहे. इसके साथ ही प्लेयर्स में सामंजस्य भी नहीं था. किसी मैच में कोई खिलाड़ी चल गया तो ठीक नहीं तो पूरी की पूरी टीम एक साथ धराशायी हो गई. हालांकि टूर्नामेंट में टीम के खराब प्रदर्शन की कोई एक वजह नहीं बल्कि कई कारण हैं.
भारत ने ग्रुप मुकाबले में पाकिस्तान और हांगकांग के खिलाफ रोमांचक जीत हासिल करने का साथ ही सुपर फोर में जगह पक्की की थी. वहीं सुपर फोर में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में 5 विकेट से हार गया, जबकि दूसरे मैच में श्रीलंका की टीम ने भारत को 6 विकेट से बुरी तरह हरा दिया.
मीडिल ऑर्डर का फ्लॉप होना
एशिया कप में भारतीय टीम का मीडिल ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह धराशायी हो गया. विराट कोहली पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए पहले मैच के अलावा किसी मैच में नहीं चले, सूर्य कुमार यादव हांगकांग के खिलाफ धुआंधार पारी खेलने के बाद पूर टूर्नामेंट फ्लॉप रहे, दीपक हुड्डा पिच पर बैटिंग करने आए और आउट होकर चले गए. रविंद्र जडेजा एक मौच में चले जरूर लेकिन चोट की वजह से वो एशिया कप से बाहर हो गए. ओपनिंग की बात करें तो केएल राहुल एक भी मैच में रन नहीं बना सके, रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ जरूर कप्तानी पारी खेली मगर बाकी मैचों में वो भी फ्लॉप रहे.
ऋषभ पंत को बार बार टी20 में मौका देना
अगर अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों देखा जाए तो ऋषभ पंत की परफॉर्मेंस अच्छी रही है, लेकिन उनके टी20 में आंकड़े ठीक नहीं हैं. पंत के बार-बार खराब प्रदर्शन करने के बावजूद उनको लगातार मौका दिया जा रहा है. वहीं उन्होंने विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत अपने आपको साबित करने में विफल रहे हैं. एशिया कप के जिन दो मैचों में ऋषभ को मौका दिया गया उसमें वो बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए.
बुमराह के चोटिल होने पर कमजोर बॉलिंग अटैक...
यह सही है कि एशिया कप में जसप्रीत बुमराह की कमी साफ तौर पर देखी गई, वहीं उनके टीम में न होने से बॉलिंग अटैक कमजोर रहा. हालांकि बुमराह के अगले महीने होने वाले विश्व कप तक फिट हाने की उम्मीद है, लेकिन कोई भी देश अपने स्टार बल्लेबाज या फिर गेंदबाज की गैरमैजूगी में उसका विकल्प तैयार करके रखता है. बुमराह और मोहम्मद शमी के बदले में बीसीसीआई कोई भी प्रभावशाली गेंदबाज तैयार नहीं कर सका है.
शमी को लिमिटेड ओवर्स में नजरअंदाज करना
मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया के मेन बॉलर्स हैं, लेकिन सेलेक्टर्स शमी को लिमिटेड ओवर्स में नजरअंदाज करते रहे हैं, जिसका खामियाजा टीम को एशिया कप में भुगतना पड़ा है.
ज़रूरत से ज्यादा प्रयोग करना
भारतीय टीम को हेड कोच राहुल द्रविड और कप्तान रोहित शर्मा जरूरत से ज्यादा टीम में प्रयोग कर रहे हैं. टीम मैनेजमेंट में पिछले कुछ सीरीज से काफी ज्यादा प्रयोग किया है. ज़िम्बाब्वे दौरे पर जिन खिलाड़ियों को ले जाया गया था उनमें से कुछ ही खिलाड़ियों को मौका दिया गया.
ओपनर्स की बात करें तो रोहित शर्मा के साथ कभी इशान किशन तो कभी शिखर धवन तो कभी केएल राहुल बल्लेबाजी करने उतरते हैं. टीम में प्रयोग यहां तक किए गए हैं कि दीपक हुड्डा से भी ओपनिंग करवाइ गई है.
कोच ओर कप्तान मिलकर ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि हुड्डा को फिनिशर के तौर पर रखा जाए या मिडिल ऑर्डर में.
टीम में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है?
वहीं ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसको देखकर लगता है कि टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. दरअसल, वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ न कुछ जरूर है.
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ड्रेसिंग रूम से ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या किसी बात पर सहमत नहीं हैं. सूर्यकुमार यादव के आउट होने के बाद ऋषभ पंत बल्लेबाजी के लिए तैयार थे, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने हार्दिक पांड्या को बल्लेबाजी के लिए भेज दिया.
ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या दोनों तकरीबन असमंजस में थे कि बल्लेबाजी करने कौन जाएगा. हालांकि, सूर्यकुमार यादव के आउट होने पर कप्तान रोहित शर्मा ने हार्दिक पांड्या को बल्लेबाजी करने जाने को कहा, जिसके बाद भारतीय ऑलराउंडर बल्लेबाजी करने उतरे, लेकिन सोशल मीडिया पर यह वीडियो फैंस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
विराट कोहली के बुरे दौर में टीम साथ नहीं
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में अपने बुरे दौर का जिक्र करते हुए इस प्रतिक्रिया दी थी. कोहली ने कहा कि जब उन्होंने टेस्ट मैचों की कप्तानी छोड़ी थी तब उन्हें सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने मैसेज किया था. उनका कहना है कि लोग टीवी पर बहुत सजेशन देते हैं, लेकिन पर्सनली कोई कुछ नहीं कहता है.
कोहली ने धोनी का जिक्र करते हुए कहा, ''एक चीज बोल सकता हूं कि जब मैंने टेस्ट कैप्टनसी छोड़ी तो मेरे पास सिर्फ एक इंसान का मैसेज आया. उनके साथ मैं पहले खेल चुका हूं. वो हैं एमएस धोनी. बहुत लोगों के पास मेरा नंबर है, टीवी पर बहुत लोग सजेशन देते हैं. लेकिन जिनके पास मेरा नंबर है, और किसी का मैसेज नहीं आया. एक रिसपेक्ट या जो कनेक्शन होता है, अगर वो होता है तो इस तरह से दिखता है. क्यों कि दोनों तरफ से सिक्योरिटी होती है. न उनको कुछ मुझसे चाहिए और न मुझे कुछ उनसे चाहिए. हम इनसिक्योर नहीं थे.'
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि विराट कोहली क्यों लगता है कि टीम इंडिया के प्लेयर उनसे इनसिक्योर महसूस करते हैं और उनका इशारा किसी एक शख्स पर था या पूरी टीम पर.