उत्तराखंड में सूटकेस में मिले शव का पुराना वीडियो ग़लत सांप्रदायिक एंगल से वायरल
हमारी जांच से पुष्टि होती है कि दावे में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है. कलियार शरीफ़ थाने में दर्ज एफ़आईआर से पता चलता है कि मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं.
फैक्ट चैक
निर्णय [असत्य]यह वीडियो उत्तराखंड के हरिद्वार की 2022 की घटना का है. इसमें मृतक और आरोपी दोनों मुस्लिम समुदाय से थे. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कथित तौर पर एक महिला की लाश को सूटकेस में दिखाया गया है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह एक हिंदू लड़की थी, जिसकी हत्या मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने की थी. वीडियो में दिख रहा है कि महिला की लाश वाले सूटकेस के पास खड़े लोगों ने एक व्यक्ति को घेर रखा है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर, एक यूज़र्स ने इस वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया: “लव जिहाद का शिकार एक और हिंदू लड़की. बताया जा रहा है कि मोहम्मद अयान नाम के एक मुस्लिम लड़के ने अपनी हिंदू प्रेमिका को मार के लाश सूटकेस में रखा था."
एक अन्य यूज़र ने लिखा: “सभी अब्दुल एक जैसे हैं... एक और सूटकेस... एक और कहानी.” (लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने वीडियो की हिंसक प्रकृति के चलते इसके लाइव लिंक या आर्काइव लिंक शामिल नहीं किये हैं.)
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
"लव जिहाद" शब्द एक दक्षिणपंथी षड्यंत्र सिद्धांत है, जिसमें आरोप लगाया जाता है कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं का धर्म परिवर्तन करने के लिए उनके साथ संबंध बनाते हैं. लॉजिकली फैक्ट्स ने पहले भी इस सिद्धांत से जुड़े इसी तरह के दावों का फ़ैक्ट-चेक यहां, यहां और यहां किया है.
हालांकि, वायरल दावा ग़लत है. हमारी जांच में सामने आया कि यह वीडियो उत्तराखंड के हरिद्वार की 2022 की घटना का है और मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजा, तो हमें मार्च 26, 2022 को प्रकाशित न्यूज़18 की एक रिपोर्ट मिली (आर्काइव यहां). "कलियर हत्याकांड: सूटकेस में मिली लड़की की लाश, लड़के ने पहले कहानी गढ़ी फिर किया हत्या की वजह का खुलासा" शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में आरोपी की एक तस्वीर और वायरल वीडियो में दिखाई गई लाश की धुंधली तस्वीर शामिल थी.
रिपोर्ट में मृतक की पहचान "रमशा" और आरोपी की पहचान "गुलजेब" के रूप में की गई है, साथ ही बताया गया कि रमशा का शव मार्च 24, 2022 को उत्तराखंड के पिरान कलियार में दून साबरी होटल में एक सूटकेस में मिला था.
हमें मार्च 25, 2022 की ईटीवी भारत की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें हरिद्वार के एसपी ग्रामीण प्रमेंद्र सिंह डोबाल का एक बयान मौजूद है. वीडियो में, डोबाल ने पुष्टि की है कि गुलजेब और रमशा एक रिश्ते में थे. उन्होंने आगे बताया कि गुलजेब ने रमशा की हत्या करने की बात कबूल की, क्योंकि उसने उससे शादी करने से इनकार कर दिया था. डोबाल ने यह भी बताया कि गुलजेब को आईपीसी की धारा 302 (हत्या की सजा) के तहत गिरफ़्तार किया गया था.
द टाइम्स ऑफ इंडिया और जागरण ने भी अपनी रिपोर्ट में मृतक की पहचान रमशा और आरोपी की पहचान गुलजेब के रूप में की.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने मार्च 25, 2022 को पिरान कलियर स्टेशन पर दर्ज की गई एफ़आईआर (आर्काइव यहां) को देखा, और पाया कि एफ़आईआर में मृतक का नाम “रमशा, पुत्री राशिद, मैंगलोर” और आरोपी का नाम “गुलज़ेब, पुत्र सनव्वर” बताया गया है.
एफ़आईआर का स्क्रीनशॉट जिसमें मृतक रमशा और आरोपी गुलजेब का नाम है. (स्रोत: उत्तराखंड पुलिस/स्क्रीनशॉट)
हमने इस मामले की जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया है और जवाब मिलने पर इस रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा.
निर्णय
हमारी जांच से पुष्टि होती है कि दावे में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है. कलियार शरीफ़ थाने में दर्ज एफ़आईआर से पता चलता है कि मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.