पश्चिम बंगाल में लड़की पर चाकू से हमले का वीडियो ग़लत सांप्रदायिक एंगल से वायरल
कोलकाता में चाकू मारने की घटना का एक वीडियो ग़लत सांप्रदायिक एंगल से पेश किया गया है. आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से हैं.
फैक्ट चैक
[असत्य]कोलकाता पुलिस की एफ़आईआर में आरोपियों के नाम अविजित दत्ता और ऋषिकेश पॉल बताए गए हैं, जिससे यह पुष्टि होती है कि घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें लोग एक युवक की पिटाई करते नज़र आ रहे हैं और खून से लथपथ एक लड़की सड़क पर बैठी दिखाई दे रही है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह घटना पश्चिम बंगाल में हुई, जहां एक मुस्लिम युवक ने दिनदहाड़े एक हिंदू लड़की पर चाकू से हमला कर दिया.
पश्चिम बंगाल बीजेपी नेता नाजिया इलाही खान, जो पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की सदस्य हैं, ने इस वीडियो को इस कैप्शन के साथ पोस्ट किया: “देखिए कि कैसे एक मुस्लिम लड़के ने दिनदहाड़े एक हिंदू लड़की को चाकू मारा!! *ममता राज में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं!* चौंकाने वाला!! पश्चिम बंगाल में स्थिति भयानक है.” उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस को भी टैग किया और कार्रवाई की मांग की. अब तक इस पोस्ट (आर्काइव यहां) को 1,200 से अधिक बार रीपोस्ट और 1,700 से अधिक बार लाइक किया गया है. ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए पोस्ट यहां और यहां देखें.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, पश्चिम बंगाल के कोलकाता में चाकू से हमला करने की घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है. दरअसल, आरोपी और पीड़ित दोनों ही हिंदू समुदाय से हैं.
सच्चाई क्या है?
वायरल वीडियो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला, जिसमें वायरल वीडियो के फ्रेम मौजूद थे. पांच सितंबर की रिपोर्ट में आरोपी की पहचान "अभिजीत दत्ता" के रूप में की गई है, जिसने 14 वर्षीय लड़की पर धारदार हथियार से हमला किया, क्योंकि लड़की ने उसे "अप्रिय टिप्पणी" के लिए थप्पड़ मारा था. इतना ही नहीं उसने बचाव में आई लड़की की मां के ऊपर भी हमला कर दिया. यह घटना पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बारानगर कमिश्नरेट में बेलघरिया पुलिस स्टेशन की सीमा के अधीन प्रफुल्ल नगर में हुई.
रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की और उसकी माँ को अस्पताल ले जाया गया. राहगीरों ने आरोपी की जमकर पिटाई की, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस बात की पुष्टि टेलीग्राफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट से होती है.
सितंबर 5, 2024 को, बारानगर पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट (आर्काइव यहां) पर एक बयान जारी किया, जिसमें पुष्टि की गई कि मामले पर एफ़आईआर दर्ज की गई है और लड़की पर धारदार हथियार से हमला करने वाले आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया था.
With reference to the incident under Belgharia PS jurisdiction, a girl who was attacked by a person with a sharp edged weapon (দা ), a specific case under proper sections of law has been registered. Police arrested one accused person and all proper legal actions are being taken.
— Barrackpore Police (@bkpcitypolice) September 4, 2024
बैरकपुर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफ़आईआर का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट)
एफ़आईआर से पता चलता है कि आरोपी पर हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (POCSO अधिनियम) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सितंबर 4 की दोपहर को पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज की गई शिकायत में बताया गया है कि उनकी पत्नी अपने नाबालिग बच्चों के साथ घर लौट रही थी, तभी अविजित दत्ता ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि दत्ता और ऋषिकेश पॉल ने पहले भी बेटी को परेशान किया और ब्लैकमेल किया था. घटना के दिन, लड़की पर हमला किया गया और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने आगे की पुष्टि के लिए बेलघरिया पुलिस स्टेशन से संपर्क किया है और जवाब मिलने पर रिपोर्ट अपडेट कर दी जाएगी.
निर्णय
कोलकाता में चाकू मारने की घटना का एक वीडियो ग़लत सांप्रदायिक एंगल से पेश किया गया है. आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.