नृशंस हत्या का वीडियो आंध्र प्रदेश में ग़लत सांप्रदायिक एंगल से किया गया शेयर
एस संबाशिव राव ने आगे कहा, "यह दावा कि यह हिंदू-मुस्लिम मामला है, पूरी तरह से ग़लत है. यह पुरानी दुश्मनी थी, जिसमें हमलावर और मृतक दोनों ही मुस्लिम थे."
फैक्ट चेक
निर्णय असत्यआंध्र प्रदेश के पालनाडु ज़िले के विनुकोंडा की इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है. मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर विचलित कर देने वाला एक वीडियो सांप्रदायिक पहलू से शेयर किया जा रहा है. वीडियो में एक व्यक्ति दूसरे पर सरेआम धारदार हथियार से हमला करता हुआ दिख रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इसमें जावेद नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति को एक हिंदू व्यक्ति की हत्या करते हुए दिखाया गया है.
यह वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फ़ेसबुक पर शेयर किया जा रहा है. वायरल पोस्ट में कैप्शन दिया गया है, "आतंकवादी जावेद ने जान से मार डाला. दिल दहलाने वाली घटना आई सामने. हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता रहा हिन्दू भाई पर जिहादी जावेद ने काट डाला."
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, वायरल दावा ग़लत है. यह वीडियो आंध्र प्रदेश के पालनाडु ज़िले के विनुकोंडा की घटना का है और इसमें कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है. मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वीडियो के दृश्यों को धुंधला करके दिखाया गया है. रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि यह घटना बुधवार रात करीब 8.30 बजे आंध्र प्रदेश के पालनाडु ज़िले के विनुकोंडा में हुई, जिसमें वाईएसआर कांग्रेस की यूथ विंग के सदस्य शेख राशिद पर एक युवक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया. आरोपी की पहचान टीडीपी के स्थानीय नेता शेख जिलानी के रूप में हुई है.
रिपोर्ट में ज़िला पुलिस प्रमुख कांची श्रीनिवास राव के हवाले से लिखा है कि घटना में किसी भी तरह का पॉलिटिकल कनेक्शन नहीं है.
जुलाई 18, 2024 को प्रकाशित हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में लिखा है कि 27 वर्षीय राशिद अपने घर वापस जा रहा था, तभी शेख जिलानी ने कथित तौर पर उस पर हमला कर दिया. यह हत्या भीड़भाड़ वाले मंडलामुडी बस स्टैंड पर हुई और इसका वीडियो भी बनाया गया, जिसमें राशिद की पहले बुरी तरह पिटाई की गई और फिर उसे कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद सत्तारूढ़ टीडीपी और विपक्षी वाईएसआरसीपी ने हमलवार की पार्टी संबद्धता को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगाया है.
द हिन्दू, डेक्कन हेराल्ड और अमर उजाला समेत तमाम मीडिया आउटलेट्स ने इस घटना पर रिपोर्ट प्रकाशित की हैं. सभी ने मृतक का नाम शेख़ राशिद और हमलवार का नाम शेख़ जिलानी बताया गया है.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने विनुकोंडा सर्किल इंस्पेक्टर एस संबाशिव राव से बात की, जिसमें उन्होंने बताया, “आरोपी जिलानी और मृतक राशिद पुराने दोस्त थे. उनके बीच मनमुटाव हो गया था, जिसके चलते जिलानी ने उस पर हमला किया. उस पर हमला करने के लिए जिलानी ने अपने दोस्तों को बुलाया, जिनमें से कई मुस्लिम और कुछ हिंदू थे. हमने अब तक 7 हमलावरों को गिरफ़्तार किया है.”
एस संबाशिव राव ने आगे कहा, "यह दावा कि यह हिंदू-मुस्लिम मामला है, पूरी तरह से ग़लत है. यह पुरानी दुश्मनी थी, जिसमें हमलावर और मृतक दोनों ही मुस्लिम थे."
इसके अलावा, हमें इस मामले में विनुकोंडा थाने में दर्ज एक एफ़आईआर (आर्काइव यहां) भी प्राप्त हुई, जिसमें हत्या के पीछे पुरानी रंजिश बताई गई है. इसमें राशिद पर हमला करने वालों में जिलानी, सुड्डू, शफ़ी, इमरान, रफ़ी, और अन्य के नाम दर्ज हैं.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में दिखाई गई घटना आंध्र प्रदेश के पालनाडु ज़िले के विनुकोंडा की है और मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम हैं. इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.