भारत में मुस्लिमों ने टोल प्लाज़ा पर की तोड़फोड़? नहीं, बांग्लादेश का है ये वीडियो
वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स की रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें यह कई बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्टों में मिला, जिसमें कहा गया था कि यह राजधानी ढाका के कुरील टोल प्लाज़ा का है.
फैक्ट चेक
निर्णय [असत्य]यह वीडियो बांग्लादेश के ढाका स्थित कुरील टोल प्लाजा का है, जहां एक पिकअप ट्रक को एलिवेटेड हाईवे पर जाने से रोकने पर टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ की गई थी. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मुस्लिम वेशभूषा में कुछ लोग टोल प्लाज़ा पर लगे बैरियर को तोड़कर एक पिकअप वैन को पास करवाते दिख रहे हैं. यह वीडियो भारत का बताकर सांप्रदायिक एंगल से शेयर किया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि इसमें मुसलमानों को टोल शुल्क मांगने पर टोल प्लाज़ा पर तोड़फोड़ करते हुए दिखाया गया है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट कर कैप्शन दिया, "क्या अब भारत में मुसलमान से टोल टैक्स लिया जाएगा? क्या ये है @narendramodi जी आपका सबका साथ सबका विकास. केंद्र सरकार और @nitin_gadkari मंत्रालय को 'प्रधानमंत्री मुसलमान को टोल माफ़ करो योजना' लांच करनी चाहिए." इस पोस्ट को अब तक 110,000 व्यूज़, 300 रीपोस्ट और 400 से ज़्यादा बार लाइक्स मिल चुके हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं. एक यूज़र ने वीडियो को चंडीगढ़ टोल प्लाज़ा का बताकर शेयर किया.
हालांकि, यह वीडियो बांग्लादेश के ढाका में कुरील टोल प्लाज़ा पर हुई एक घटना का है, जहां पिकअप ट्रक में सवार लोगों ने एलिवेटेड हाईवे पर जाने की अनुमति नहीं मिलने पर टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ की थी.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स की रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें यह कई बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्टों में मिला, जिसमें कहा गया था कि यह राजधानी ढाका के कुरील टोल प्लाज़ा का है.
सितंबर 18, 2024 को प्रकाशित ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट में वायरल सीसीटीवी फुटेज का स्क्रीनशॉट बतौर कवर इमेज मौजूद है. रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना सितंबर 18 को सुबह 9:48 बजे हुई, जब टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने पिकअप ट्रक को रोक दिया था. इसके बाद, पिकअप सवार लोगों और कर्मचारियों में कहासुनी हो गई और एक व्यक्ति ने प्लाजा के बैरिकेड को तोड़ दिया.
रिपोर्ट में एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एएचएम अख्तर के हवाले से बताया गया है कि पिकअप वैन में करीब 30-40 लोग सवार थे. एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर पिकअप वैन, मोटरसाइकिल, सीएनजी और रिक्शा की अनुमति नहीं है.. एक्सप्रेसवे पर ऐसे वाहनों पर प्रतिबंध है. हालांकि, पिकअप वैन में सवार लोग इस नियम का पालन नहीं करना चाहते थे और टोल चुकाने से पहले ही हंगामा करने लगे.
बीडी न्यूज़24 की रिपोर्ट में एलिवेटेड का निर्माण और संचालन करने वाली कंपनी फर्स्ट ढाका एलिवेटेड एक्सप्रेसवे (एफडीईई) कंपनी के संचालन और रखरखाव विभाग के प्रबंधक हसीब हसन खान के हवाले से बताया गया है कि यह घटना पिकअप के यात्रियों और एक्सप्रेसवे कर्मचारियों के बीच 'ग़लतफहमी' के कारण हुई थी.
एक अन्य रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से घटना का ब्यौरा देते हुए बताया गया है कि 10-15 लोग एक छोटे ट्रक के पीछे खड़े होकर एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे. जब वहां मौजूद टोल प्लाजा कर्मचारियों ने नियमों का हवाला दिया तो कुछ गुस्साए लोग पिकअप ट्रक से उतरे और कर्मचारियों को धक्का दिया. लोग बैरिकेड हटाकर एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर चले गए.
घटना के बाद, राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा पर कॉल करके मामले की सूचना दी गई और जांच चल रही है. इस घटना से जुड़ी अन्य न्यूज़ रिपोर्टें यहां, यहां और यहां देखी जा सकती हैं.
जांच को आगे बढ़ाते हुए, हमने गूगल मैप्स पर ढाका में कुरील टोल प्लाजा का पता लगाया, जिससे पुष्टि हुई कि यह ढाका एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर स्थित है.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि टोल प्लाज़ा पर लोगों द्वारा हंगामा करने और बैरिकेड तोड़ने का वायरल सीसीटीवी फुटेज बांग्लादेश के ढाका का है. इस घटना का भारत या भारतीय मुसलमानों से कोई संबंध नहीं है.