खौफ़नाक हत्या का ब्राजील का वीडियो उत्तराखंड का बताकर वायरल, सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश
वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, हमें जून 30, 2024 के कई एक्स पोस्ट मिले, जिनमें यही वीडियो मौजूद था. इनमें ज़्यादातर पोस्ट के साथ पुर्तगाली भाषा में कैप्शन थे.
फैक्ट चेक
निर्णय असत्ययह वीडियो ब्राज़ील के नोवो एलेक्सियो में घटी एक घटना का है. पीड़ित की पहचान लुकास रोड्रिग्स के रूप में हुई है. |
(ट्रिगर वार्निंग: स्टोरी में ग्राफ़िक हिंसा का वर्णन है. पाठक विवेक का इस्तेमाल करें. लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने वीडियो की हिंसक प्रकृति के चलते इसके लिंक शामिल करने से परहेज़ किया है.)
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें टेबल पर खड़े शख़्स पर ताबड़तोड़ गोलियों से हमला होते हुए दिखाया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि वह शख़्स ज़मीन पर गिर जाता है, फिर भी उसे लगातार गोली मारी जाती है. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह घटना उत्तराखंड की है, जहां 'लव जिहाद' के चलते एक मुस्लिम पेंटर की हिंदू लड़की के भाई ने गोली मारकर हत्या कर दी.
‘लव जिहाद’ दक्षिणपंथी समूहों का एक षड्यंत सिद्धांत है, जिसमें मुस्लिम पुरुष कथित तौर पर हिन्दू महिलाओं को लुभाते हैं, बहकाते हैं और उनका धर्म परिवर्तन कराने के मक़सद से उनसे शादी करते हैं.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूज़र ने वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया, लव जिहाद का यही है इलाज. ये पेंट सफेद का काम करने वाला मोहम्मद इस्माइल खान ने उत्तराखंड में किसी हिन्दू के घर में ठेका लेकर काम रहा था और उस हिन्दू परिवार की लड़की को अपने लव जिहाद में फंसाकर उनसे घर पर ही बातें करता रहता था। लड़की के भाई को पता चला तो उसी समय गोलियां से भून डाला। ताकि आगे से वो मुस्लिम जेहादी किसी भी हिन्दू बहन बेटियों को अपना शिकार न बनाये." इस पोस्ट को अब तक 500,000 से ज़्यादा बार देखा गया है.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल दावा ग़लत है. असल में, यह वीडियो उत्तराखंड का नहीं, बल्कि ब्राज़ील का है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, हमें जून 30, 2024 के कई एक्स पोस्ट मिले, जिनमें यही वीडियो मौजूद था. इनमें ज़्यादातर पोस्ट के साथ पुर्तगाली भाषा में कैप्शन थे, जिसमें बताया गया था कि यह घटना ब्राज़ील के एमेज़ोनस राज्य की राजधानी मनौस के क़रीब नोवो एलेक्सो में हुई थी.
एक एक्स यूज़र ने वीडियो को इस कैप्शन के साथ पोस्ट किया: "क्रेज़ी! मनौस के नोवो एलेक्सो में 'ओल्हाओ' नाम के एक व्यक्ति की हत्या का आपराधिक रिकॉर्ड वीडियो (पुर्तगाली से अनुवादित)."
मूल वीडियो का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हमें अपनी जांच के दौरान इस घटना के बारे में कई न्यूज़ रिपोर्ट मिलीं. एक रिपोर्ट के मुताबिक़, जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट मौजूद थे, घटना के लगभग एक घंटे बाद फुटेज सोशल मीडिया पर प्रकाशित किया गया था और इसे आपराधिक गुट प्राइमेरो कोमांडो दा कैपिटल (पीसीसी) का बताया गया था. पीड़ित की पहचान लुकास फिगुएरेडो रोड्रिग्स उर्फ़ 'ओल्हाओ' के रूप में हुई, जिसकी हत्या राजधानी एमेज़ोनस के उत्तर में नोवो एलेक्सियो में एक प्रॉपर्टी पर काम करते समय की गई थी.
मनौस स्थित न्यूज़ आउटलेट डायरियो मनौरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना जून 28, 2024 को हुई थी. एक अज्ञात बंदूकधारी ने रोड्रिग्स को कई बार गोली मारी और घटना को रिकॉर्ड किया, और फिर अपने एक साथी के साथ मोटरसाइकिल पर भाग गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस हमलावरों की पहचान करने में असमर्थ रही है. विशेष हत्या एवं अपहरण इकाई (डीईएचएस) हत्या की जांच कर रही है.
न्यूज़ रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: डायरियो मनौरा/स्क्रीनशॉट)
इन रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि रॉड्रिक्स का ड्रग तस्करी का इतिहास रहा है और वह ब्राज़ील के आपराधिक संगठन कोमांडो वर्मेलो का सदस्य था.
इसके अलावा, हमें वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन में उत्तराखंड पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट (आर्काइव यहां) का एक कमेंट मिला मिला, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि वीडियो ब्राज़ील का है और उत्तराखंड में ऐसी कोई घटना नहीं हुई.
उत्तराखंड पुलिस के एक्स कमेंट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हमने वायरल पोस्ट में किए गए दावे के बारे में गूगल सर्च किया, लेकिन उत्तराखंड में ऐसी किसी घटना का ज़िक्र करने वाली कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
बता दें कि हाल ही में इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फ़रनगर की घटना बताकर शेयर किया गया था. हमने इसका फ़ैक्ट चेक किया था. यहां पढ़ें.
निर्णय
हमारी जांच से साफ़ हो जाता है कि वायरल हो रहा वीडियो उत्तराखंड का नहीं, बल्कि ब्राज़ील के मनौस का है. पीड़ित की पहचान लुकास फ़िगुएरेडो रोड्रिग्स के रूप में हुई है, जो न्यूज़ रिपोर्टों के अनुसार ड्रग तस्करी से जुड़ा था.