दावा क्या है? 


सोशल मीडिया पर एक न्यूज़ क्लिप का वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से अपना गठबंधन तोड़ दिया है. न्यूज़ क्लिप में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग पूरी न होने की वजह से गठबंधन टूट गया है और कल टीडीपी के दो केंद्रीय मंत्री इस्तीफ़ा देंगे. सोशल मीडिया यूज़र्स इस क्लिप को हालिया राजनीतिक घटनाक्रम के रूप में व्यापक रूप से शेयर कर रहे हैं.


एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने क्लिप के साथ कैप्शन दिया, "खेला हो गया.." यह अब तक 3000 से ज़्यादा रीपोस्ट और 9000 से लाइक्स बटोर चुका है. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही एक अन्य यूज़र ने न्यूज़ क्लिप का स्क्रीनशॉट शेयर कर लिखा, "चंद्रबाबू नायडू के बाद नीतीश भी कर सकते हैं खेल...कल (TDP) चंद्रबाबू नायडू के दो मंत्री एनडीए से इस्तीफा देंगे!.." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां और यहां देखें. 



वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)


16 सीटों के साथ टीडीपी केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन सरकार का एक प्रमुख घटक दल है.


हालांकि, वायरल न्यूज़ क्लिप हाल की नहीं बल्कि 2018 की है, जब टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को छोड़ने का फ़ैसला किया था. 


हमने सच का पता कैसे लगाया? 


संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये सर्च करने पर, हमें मार्च 7, 2018 को एबीपी न्यूज़ के यूट्यूब चैनल (आर्काइव यहां) पर अपलोड की गई वायरल न्यूज़ क्लिप मिली, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई हालिया ख़बर नहीं है, बल्कि छह साल से अधिक पुरानी है.



इस रिपोर्ट में बताया गया कि चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी के एनडीए गठबंधन से अपना नाता तोड़ लिया है. आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की उनकी मांग पूरी न होने की वजह से उन्होंने गठबंधन छोड़ दिया है. वहीं केंद्र सरकार में शामिल टीडीपी के दो केंद्रीय मंत्री इस्तीफ़ा देंगे.


मार्च 16, 2018 की एनडीटीवी रिपोर्ट में बताया गया कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले टीडीपी ने बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए गठबंधन तोड़ दिया. चंद्रबाबू नायडू की पार्टी संसद में सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव भी पेश करेगी. रिपोर्ट में चंद्रबाबू नायडू के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के हित में यह फ़ैसला लिया है; चार साल तक हर संभव प्रयास किया गया और यह केंद्र का आखिरी बजट था और इसमें आंध्र प्रदेश का कोई ज़िक्र नहीं था.


हमने यह भी जांचा कि क्या चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में एनडीए छोड़ने को लेकर कोई बयान दिया है. लेकिन हमें ऐसी कोई ख़बर या आधिकारिक बयान नहीं मिला जिसमें बताया गया हो कि टीडीपी ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया है. अगर ऐसा होता तो ये ख़बर काफी सुर्खियाँ बटोरती. स्पष्ट है कि वायरल न्यूज़ क्लिप पुरानी है.


टीडीपी ने पहले कब एनडीए छोड़ा था?


इंडियन एक्सप्रेस की जून 2024 की रिपोर्ट (आर्काइव यहां) में एनडीए की सबसे मूल्यवान पार्टियों में से एक टीडीपी के गठबंधन छोड़ने की समयसीमा पर नज़र डाली गई है. टीडीपी 1999-2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का हिस्सा थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से ठीक पहले अकाली दल के नेता नरेश गुजराल की मध्यस्थता के बाद नायडू फिर से एनडीए में शामिल हो गए थे. नायडू चार साल तक एनडीए का हिस्सा रहे और 2018 में अलग हो गए. इसके बाद 2024 के चुनाव से पहले चंद्रबाबू नायडू की पार्टी फिर से एनडीए में शामिल हो गई. 


निर्णय 


हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से अपना गठबंधन नहीं तोड़ा है और न ही उसके मंत्री इस्तीफ़ा दे रहे हैं. वायरल हो रही न्यूज क्लिप क़रीब छह साल पुरानी है, यानी 2018 की.