फैक्ट चेक

निर्णय [असत्य]

हमने पाया कि भीड़ ने "मोदी-मोदी" नहीं, बल्कि "बॉबी! बॉबी!" के नारे लगाए थे, जो ट्रम्प के रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर का ज़िक्र करने पर लगा था.

दावा क्या है?

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ट्रंप के विजय भाषण के दौरान वहां मौजूद भीड़ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में "मोदी-मोदी" के नारे लगाए थे.

वीडियो की शुरुआत ट्रंप के यह कहने से होती है, “अमेरिका को फिर से स्वस्थ बनाओ,” जिसके बाद भीड़ को किसी का नाम जपते हुए सुना जा सकता है. इसका जवाब देते हुए ट्रम्प कहते हैं, “मुझे पता है कि वह एक महान व्यक्ति हैं और वह कुछ चीजें करना चाहते हैं और हम उन्हें ऐसा करने देंगे.” सोशल मीडिया यूज़र्स के दावे के मुताबिक़, यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में था.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राइट विंग हैंडल क्रिएटली.इन, जिसके दावों का लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने पहले भी कई बार फ़ैक्ट चेक किया है, ने वीडियो पोस्ट किया और साथ में कैप्शन दिया, "ट्रम्प के देश में मोदी का जलवा." इस पोस्ट को अब तक 901,000 व्यूज़, 5000 रीपोस्ट और 24000 से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. 

वहीं, एक अन्य यूज़र ने कैप्शन दिया, "सनातनियों के दिल में एक सुखद एहसास. अमेरिका में भी मोदी का जलवा..ट्रम्प के विजयी भाषण के दौरान मोदी मोदी के नारे लगे." ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहांयहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के दौरान भीड़ "मोदी-मोदी" नहीं, बल्कि "बॉबी! बॉबी!" के नारे लगा रही थी, जो ट्रम्प द्वारा रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर का ज़िक्र करने पर लगे थे.

हमने सच का पता कैसे लगाया?

वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सत्यता की जांच के लिए, हमने डोनाल्ड ट्रंप के विजय भाषण का पूरा वीडियो सर्च किया, जो लगभग सभी प्रमुख अमेरिकी न्यूज़ चैनलों द्वारा शेयर किया गया था. भाषण के उस वायरल हिस्से को 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' के यूट्यूब वीडियो (आर्काइव यहां) में 19 मिनट 36 सेकंड पर देखा जा सकता है. 

पूरे वीडियो को देखने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि ट्रंप रॉबर्ट एफ़. कैनेडी जूनियर के बारे में बात कर रहे थे. भीड़ असल में उनके उपनाम "बॉबी" का नारा लगा रही थी, जो "मोदी" जैसा लग सकता है.

वीडियो में ट्रंप कहते हैं, "अद्भुत लोग हैं, और हम कुछ नाम जोड़ सकते हैं, जैसे कि रॉबर्ट एफ़. कैनेडी जूनियर, जो आए और वे अमेरिका को फिर से स्वस्थ बनाने में मदद करने जा रहे हैं." इसके ठीक बाद, भीड़ "बॉबी-बॉबी" का नारा लगाती है. 

ट्रंप ख़ुद "बॉबी" नाम लेते हैं, और कहते हैं, "मैं जानता हूं कि वह एक महान व्यक्ति हैं और वह असल में ऐसा चाहते हैं. वह कुछ काम करना चाहते हैं और हम उन्हें ऐसा करने का मौका देंगे. मैंने बस इतना कहा कि बॉबी, तेल मेरे ऊपर छोड़ दो. हमारे पास दुनिया के किसी भी देश से ज़्यादा तरल सोना, तेल और गैस है. हमारे पास सऊदी अरब और रूस से भी ज़्यादा तरल सोना है. बॉबी, तरल सोने से दूर रहो. इसके अलावा, जाओ, अच्छा समय बिताओ, बॉबी."

स्पष्ट है कि डोनाल्ड ट्रंप और वहां मौजूद उनके समर्थकों की भीड़ ने रॉबर्ट एफ़. कैनेडी जूनियर को "बॉबी" कहकर संबोधित किया था, जिसकी पुष्टि नवंबर 6 को टाइम और द गार्जियन द्वारा प्रकाशित रिपोर्टों से होती है, जिसमें ट्रम्प के विजय भाषण को कवर किया गया था. 

राष्ट्रपति पद के स्वतंत्र उम्मीदवार रहे रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर ने अगस्त में अपना अभियान रोक दौड़ से बाहर हो गए थे. बाद में उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया.

पूरे भाषण के दौरान, भीड़ ने एक बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया, और ट्रंप ने भी मोदी का कोई ज़िक्र नहीं किया.

निर्णय 

वायरल हो रहा दावा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद ट्रंप के भाषण के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगाए गए, ग़लत है. दरअसल, वहां मौजूद भीड़ ने "बॉबी! बॉबी" के नारे लगाए थे, जो ट्रंप समर्थक और पूर्व में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर का उपनाम है.