फैक्ट चेक

निर्णय [भ्रामक]

यह वीडियो हालिया नहीं है, बल्कि 2021 में कोरोना लॉकडाउन के दौरान का है, जब हेमंत सोरेन ने अंतिम संस्कार के लिए लोगों को मुफ़्त कफ़न देने की घोषणा की थी.

दावा क्या है?

झारखंड में नवंबर 13 को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह राज्य में मुफ़्त कफ़न देने की घोषणा करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया यूज़र्स इसे आगामी चुनावों के संबंध में हेमंत सोरेन की एक हालिया घोषणा के रूप में शेयर कर रहे हैं.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट कर कैप्शन दिया, "मुख्यमंत्री जी झारखंड के लोगों को मुफ़्त में कफन देंगे, वाह रे मुख्यमंत्री जी. नये नये फ्रीबीस घोषणा की दौड़ मे आगे रहने के चक्कर मे, इस घोषणा का भावार्थ जानने की भी कोशिश नहीं की." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहांयहां और यहां देखें.

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, यह वीडियो हालिया नहीं है, बल्कि 2021 में कोरोना लॉकडाउन के दौरान का है, जब हेमंत सोरेन ने अंतिम संस्कार के लिए लोगों को मुफ़्त कफ़न देने की घोषणा की थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया? 

हमने कीवर्ड्स के ज़रिये हेमंत सोरेन के वीडियो के बारे में खोज की, तो यह हमें मई 2021 की कई न्यूज़ रिपोर्टों में मिला, जिनमें बताया गया था कि कोरोना के कारण हो रही मौतों को देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री ने अंतिम संस्कार के लिए मुफ़्त कफ़न मुहैया कराने की घोषणा की है. 

मई 25, 2021, को यूट्यूब पर शेयर किए गए ज़ी न्यूज़ (आर्काइव यहां)  के वीडियो में सोरेन का वायरल वीडियो मौजूद है, जिसमें बताया गया है कि झारखंड सरकार के इस फ़ैसले पर बीजेपी ने आलोचना की और कहा कि लोगों को मुफ़्त दवाइयां, वैक्सीन और राशन देने की बजाय सोरेन कफ़न उपलब्ध करा रहे हैं, जबकि सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने इसपर पलटवार किया था. 

न्यूज़18 बिहार झारखंडद न्यू इंडियन एक्सप्रेसजनसत्ता समेत कई प्रमुख मीडिया आउटलेट्स ने मई 2021 में झारखंड सरकार द्वारा मुफ़्त कफ़न देने की घोषणा को अपनी रिपोर्टों में शामिल किया था. यह स्पष्ट है कि सोरेन ने यह घोषणा कोरोना की दूसरी लहर के दौरान की थी.

हिन्दुस्तान की 25 मई, 2021, की रिपोर्ट में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के हवाले से लिखा है कि लॉकडाउन के कारण दुकानें बंद होने से लोगों को कफ़न खरीदने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा था. 

इसके अलावा, हालिया किसी भी रिपोर्ट में हमें हेमंत सोरेन का ऐसा कोई बयान नहीं मिला, जिसमें मुफ़्त कफ़न देने जैसे चुनावी वादे का ज़िक्र किया गया हो.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा के घोषणा पत्र में भी ऐसी किसी घोषणा का कोई ज़िक्र नहीं है.

निर्णय

हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल वीडियो मई 2021 का है, और इसका झारखंड विधानसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. हेमंत सोरेन ने चुनावों को लेकर ऐसी कोई घोषणा नहीं की है.

[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]