महाराष्ट्र के अकोला में कांग्रेस की रैली का ये वीडियो नहीं है
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें इसका लंबा वर्ज़न एक यूट्यूब चैनल (आर्काइव यहां) पर सितंबर 23 को अपलोड किया हुआ मिला.
फैक्ट चेक
निर्णय [असत्य]यह वीडियो सितंबर 2024 में ईद-मिलाद-उन-नबी के दौरान महाराष्ट्र के लातूर में एक बाइक रैली का है. |
दावा क्या है?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बाइक सवारों का एक जुलूस दिखाई दे रहा है. वीडियो में कई लोग अलग-अलग झंडे लहराते नज़र आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अकोला पश्चिम में कांग्रेस के उम्मीदवार 'साजिद खान मस्तान खान' की चुनावी रैली का है, जिसमें 'फिलिस्तीन, ईरान, इराक, आईएसआईएस और हिजबुल्लाह' के झंडे दिखाए गए हैं.
एक्स पर यह वीडियो कई राइट-विंग अकाउंट्स द्वारा शेयर किया गया है. इनमें से एक @ajaychauhan41, जो अक्सर ग़लत सूचनाएं प्रसारित करते है, ने वीडियो के साथ कैप्शन दिया, "उनके झंडों को देखो. फिलिस्तीन, ईरान, इराक, आईएसआईएस, हिजबुल्लाह के झंडे.. कोई भारतीय झंडा नहीं. अंदाजा लगाइए यह चुनावी रैली किस देश की है? यह धर्मनिरपेक्ष देश भारत के महाराष्ट्र राज्य के अकोला पश्चिम के उम्मीदवार साजिद खान मस्तान खान की चुनावी रैली है." इस पोस्ट को अब तक 97,000 व्यूज़, 2,300 रीपोस्ट और 2,900 से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखें.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र के अकोला पश्चिम में कांग्रेस की रैली का नहीं, बल्कि सितंबर 2024 में ईद-मिलाद-उन-नबी के दौरान लातूर में आयोजित बाइक रैली का है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें इसका लंबा वर्ज़न एक यूट्यूब चैनल (आर्काइव यहां) पर सितंबर 23 को अपलोड किया हुआ मिला. इससे स्पष्ट होता है कि यह वीडियो एक महीने से ज़्यादा पुराना है. इसमें कहीं भी कांग्रेस की रैली का ज़िक्र नहीं था.
हमने पाया कि यही वीडियो सितंबर 2024 में कई यूज़र्स ने अपलोड किया था, जिसमें कहा गया था कि यह महाराष्ट्र के लातूर में ईद-मिलाद-उन-नबी के मौक़े पर निकाले गए जुलूस का है. यूट्यूब पर संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें 'लातूर न्यूज़ ऑफिशियल' (आर्काइव यहां) और 'भारतसत्ता' (आर्काइव यहां) नाम के स्थानीय न्यूज़ चैनलों पर इस रैली के दूसरे वीडियो मिले.
वीडियो में कई इस्लामिक झंडे नज़र आते हैं, जो आमतौर पर ईद-मिलाद-उन-नबी और मुहर्रम के जुलूसों में देखे जाते हैं. इसके साथ ही भारत का झंडा भी दिखाई देता है. हालांकि, फिलिस्तीन का झंडा जरूर दिखता है, लेकिन वीडियो में आईएसआईएस, हिजबुल्लाह, इराक या ईरान के झंडे नज़र नहीं आते, जैसा कि दावा किया गया है.
साजिद ब्लॉग और साहिल शेख नामक दो यूट्यूब चैनलों (आर्काइव यहां और यहां) पर भी इस रैली का वीडियो मौजूद है, जिसमें साफ़ तौर पर बताया गया है कि दोनों ईद-मिलाद-उन-नबी के मौके पर निकाली गई बाइक रैली में हिस्सा ले रहे हैं. वीडियो में हमें कई बार ऐसे दृश्य दिखाई देते हैं, जो पहले उल्लेख किए गए दूसरे वीडियो के दृश्यों से मेल खाते हैं.
इसके बाद, हमने 'भारत सत्ता' यूट्यूब चैनल के संपादक हामिद शेख से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि यह वीडियो सितंबर 2024 में लातूर में ईद-मिलाद-उन-नबी का है.
हामिद ने बताया, "यह वीडियो लातूर के गांधी चौक के पास का है. बाइक रैली सूफिया मस्जिद से शुरू हुई थी और फिर शहर के कई इलाकों से गुज़रते हुए आगे बढ़ी." वीडियो में दिखाई दे रहे झंडों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "रैली में इस्लामिक झंडे थे, लेकिन आईएसआईएस और हिजबुल्लाह के झंडे नहीं थे."
लॉजिकली फ़ैक्ट्स से बात करते हुए लोकमत इंग्लिश के ज़िला संवाददाता विनोद चवन और टाउन कनेक्ट के पत्रकार नितिन गायकवाड़ ने भी पुष्टि की कि वायरल वीडियो लातूर का है और यह ईद-मिलाद-उन-नबी के जुलूस का है.
इसके अलावा, हमने वीडियो की लोकेशन की पहचान लातूर में गांधी चौक के पास MSH3 रोड में की, जहां बैकग्राउंड में बीएसएनएल ऑफिस टावर जबकि रोड के बाएं साइड में 'लातूर अति दक्ष अस्पताल' का बोर्ड दिखाई देखा जा सकता है. इस इलाके का स्ट्रीट व्यू नीचे देखा जा सकता है.
अकोला पश्चिम से कांग्रेस उम्मीदवार
महाराष्ट्र के अकोला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने साजिद खान पठान को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. ध्यान देने वाली बात यह है कि वायरल पोस्ट में कांग्रेस उम्मीदवार का नाम 'साजिद खान मस्तान खान' के रूप में ग़लत तरीके से लिखा गया है.
निर्णय
अब तक की हमारी जांच से यह स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र के लातूर में ईद-मिलाद-उन-नबी के मौके पर निकाली गई बाइक रैली का है, और इसका कांग्रेस के किसी भी उम्मीदवार की चुनावी रैली से कोई संबंध नहीं है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]