फैक्ट चेक
निर्णय [फ़ेक]लोकमत ने महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले को लेकर ऐसी कोई ख़बर प्रकाशित नहीं की, और चैनल ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि वायरल ग्राफ़िक्स ‘फ़ेक’ है |
दावा क्या है?
महाराष्ट्र में नवंबर 20 को प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में भले ही अभी तीन हफ़्ते का समय हो, लेकिन सोशल मीडिया पर राजनीतिक दलों और नेताओं के बारे में कई दावे किए जा रहे हैं. इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले से संबंधित न्यूज़18 लोकमत का एक न्यूज़ ग्राफ़िक वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि कांग्रेस से नाराज़ चल रहे नाना पटोले पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं.
वायरल ग्राफ़िक को मराठी भाषा के न्यूज़ चैनल न्यूज़18 लोकमत द्वारा नाना पटोले के बारे में ब्रेकिंग न्यूज अलर्ट के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसमें लाल रंग के बैकग्राउंड पर मराठी में टेक्स्ट लिखा है.
यह ग्राफ़िक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ख़ूब शेयर किया जा रहा है. इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखें.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि लोकमत ने नाना पटोले को लेकर ऐसी कोई ख़बर प्रकाशित नहीं की, और चैनल ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि वायरल ग्राफ़िक फ़ेक है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने सबसे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संबंध में लोकमत के टैगलाइन 'महाराष्ट्राचा महासंग्राम' से जुड़े कीवर्ड्स की खोज की, ताकि वायरल ग्राफ़िक में दिखाई देने वाले टेक्स्ट को ढूंढ सकें. हमने महाराष्ट्र चुनाव पर केंद्रित न्यूज़ बुलेटिन्स का बारीकी से विश्लेषण किया, लेकिन वायरल ग्राफिक्स में किए गए दावों का कोई ज़िक्र नहीं मिला.
इसके उलट, हमें अलग-अलग तारीखों के बुलेटिन्स में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले महाविकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए, कांग्रेस उम्मीदवारों से जुड़े अपडेट देते हुए और पार्टी की चुनावी योजनाओं के बारे में टिप्पणी करते हुए दिखाए गए हैं.
हमने वायरल ग्राफ़िक की तुलना 'महाराष्ट्राचा महासंग्राम' के अन्य एपिसोड से की और पाया कि इनमें से किसी भी एपिसोड में शो के दौरान स्क्रीन पर कोई टिकर नहीं था.
इसके अलावा, हमें कोई अन्य न्यूज़ चैनल या न्यूज़ रिपोर्ट्स नहीं मिली जिसमें नाना पटोले के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफ़े के दावे का समर्थन किया गया है. नाना पटोले के बारे में हालिया रिपोर्टों की जांच करने पर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनके चुनाव, सहयोगियों और विपक्षी दलों के बारे में बयान मौजूद हैं.
न्यूज़18 लोकमत ने भी एक्स (आर्काइव यहां) पर एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें वायरल ग्राफ़िक को फ़ेक बताते हुए ऐसी किसी भी जानकारी की रिपोर्ट प्रकाशित करने से इनकार किया गया है.
हाल के दिनों में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत का एक बयान लोकमत के ही फ़ेक ग्राफ़िक के ज़रिये पेश किया गया था; वहीं, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे का एक मनगढ़ंत बयान एबीपी ग्रुप के मराठी चैनल एबीपी माझा के न्यूज़ ग्राफ़िक के रूप में शेयर किया गया था, जिसका लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने फ़ैक्ट चेक किया था.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि वायरल लोकमत ग्राफ़िक फ़ेक है, और चैनल ने ऐसी किसी भी जानकारी की रिपोर्ट प्रकाशित करने से इनकार किया है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]