फैक्ट चैक
निर्णय [भ्रामक]यह वीडियो सितंबर, 2018 का है, जब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नई दिल्ली में एक सम्मेलन के दौरान भारत की आज़ादी में कांग्रेस की भूमिका स्वीकार की थी. |
दावा क्या है?
भारत में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पांचवें चरण के मतदान के बाद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत का एक सोशल मीडिया पर ख़ूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह भारत की आज़ादी में कांग्रेस की भूमिका की सराहना करते हुए नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पांचवें चरण के बाद से चुनाव में बदलती हवा को भांपते हुए मोहन भागवत कांग्रेस के योगदान को याद कर रहे हैं.
वीडियो में मोहन भागवत कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, "..अपने देश के लोगों में राजनीतिक समझदारी कम है. सत्ता किसकी है, इसका क्या महत्व है, लोग कम जानते हैं. देश के लोगों में राजनीतिक जागृति करनी चाहिए और इसलिए कांग्रेस के रूप में एक बड़ा आंदोलन सारे देश में खड़ा हुआ. उसमें भी अनेक सर्वस्यापी महापुरुष जिनकी प्रेरणा आज भी हमारे जीवन की प्रेरणा में काम करती है और देश के सर्वसामान्य व्यक्ति को स्वतंत्रता के लिए रास्ते पर खड़ा करने का काम उस धारा ने किया है. एक बड़ा योगदान है अपनी स्वतंत्रता प्राप्ति में उस धारा का है."
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर गुजरात कांग्रेस एससी सेल के अध्यक्ष हितेंद्र पिथाडिया ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "पांचवें चरण के बाद आरएसएस के मोहन भागवत भी कांग्रेस की योगदान को याद करने लगे.!! मोदी जा रहा है.. INDIA की सरकार aa रही हैं." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स,फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)
इस वीडियो को सबसे पहले कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मई 21, 2024 को शेयर किया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से कांग्रेस के बारे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के विचार सुनने को कहा था. बाद में कुछ यूज़र्स उनकी पोस्ट को मौजूदा लोकसभा के बैकग्राउंड में शेयर करने लगे.
हालांकि, वायरल वीडियो सितंबर, 2018 का है जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में एक सम्मेलन के दौरान भारत की आज़ादी में कांग्रेस की भूमिका को स्वीकार किया था.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो पर 'एचटी' (हिंदुस्तान टाइम्स) और न्यूज़ एजेंसी एएनआई का लोगो दिख रहा है. इससे हिंट लेकर, हमने हिंदुस्तान टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर सर्च किया और पाया कि यह वीडियो (आर्काइव यहां) सितंबर 18, 2018 को अपलोड किया गया था. नई दिल्ली के नीचे लिखी इस तारीख को हम वीडियो में भी देख सकते हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स ने वीडियो के साथ जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नई दिल्ली में तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला आयोजित कर रहा है. इस कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई और भारत को कई महान हस्तियां दीं.
वीडियो में 18 सेकंड की समयावधि पर मोहन भागवत को बिल्कुल वही बातें दोहराते हुए सुना जा सकता है जो वायरल वीडियो में हैं. आरएसएस प्रमुख ने कहा, "..अपने देश के लोगों में राजनीतिक समझदारी कम है. सत्ता किसकी है, इसका क्या महत्व है, लोग कम जानते हैं. देश के लोगों में राजनीतिक जागृति करनी चाहिए और इसलिए कांग्रेस के रूप में एक बड़ा आंदोलन सारे देश में खड़ा हुआ. उसमें भी अनेक सर्वस्यापी महापुरुष जिनकी प्रेरणा आज भी हमारे जीवन की प्रेरणा में काम करती है और देश के सर्वसामान्य व्यक्ति को स्वतंत्रता के लिए रास्ते पर खड़ा करने का काम उस धारा ने किया है. एक बड़ा योगदान है अपनी स्वतंत्रता प्राप्ति में उस धारा का है."
हमें यही वीडियो (आर्काइव यहां) सितंबर 18, 2018 को एएनआई के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड हुआ मिला.
दरअसल आरएसएस ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में "भारत का भविष्य: एक आरएसएस परिप्रेक्ष्य" विषय पर 3 दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया था; सितंबर 17, 2018, को मोहन भागवत ने इसका उद्घाटन किया था. मोहन भाग
वत का पूरा भाषण संसद टीवी के यूट्यूब चैनल पर सितंबर 18, 2018 के वीडियो (आर्काइव यहां) में मौजूद है.
वीडियो में, मोहन भागवत 1857 की क्रांति की विफलता और उसके बाद देश में चिंतन और मंथन से निकली चार धाराओं का ज़िक्र करते हैं. इसमें ग़दर क्रांति और सुभाष चंद्र बोस का सशस्त्र संघर्ष, देश भर में लोगों के बीच राजनीतिक चेतना के माध्यम से स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए कांग्रेस का संघर्ष, समाज सुधार और अपने मूल स्तंभ की ओर वापस जाने की प्रवृत्ति का ज़िक्र करते हैं. (वीडियो में यह हिस्सा 18:58 से 23:20 के बीच देखा जा सकता है.)
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह साफ़ हो गया है कि भारत की आज़ादी में कांग्रेस की भूमिका पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी का यह वीडियो 2018 का है. इसका मौजूदा लोकसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है. इसलिए, हम वायरल दावे को भ्रामक मानते हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.