फैक्ट चैक

निर्णय [फ़ेक]

हमने पाया कि वायरल ग्राफ़िक में न्यूज़ 24 नहीं, न्यूज़ 2024 लिखा है और न्यूज़ 24 ने अपनी वेबसाइट या सोशल मीडिया पर ऐसी कोई स्टोरी प्रकाशित नहीं की है.

दावा क्या है?

जून 1, 2024 को होने वाले लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए देश भर के कई सट्टा बाज़ारों की भविष्यवाणियाँ दिखाई गई हैं. इस तस्वीर में हिंदी न्यूज़ चैनल न्यूज़24 के लोगो जैसा दिखने वाला एक लोगो मौजूद है, जिसके ज़रिये दावा किया गया है कि इसे न्यूज़24 ने पब्लिश किया है.

वायरल तस्वीर में राजस्थान के फलौदी सट्टा बाज़ार, कर्नाटक के बेलगाम सट्टा बाज़ार, पश्चिम बंगाल के कोलकाता सट्टा बाज़ार जैसे लोकप्रिय सट्टा बाजारों की भविष्यवाणियां शामिल हैं. इस ग्राफ़िक में, ज़्यादातर सट्टा बाज़ारों ने इंडिया ब्लॉक को 200 से अधिक सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है, जो कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए लगभग बहुमत की ओर इशारा करता है, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एंडीए के लिए  क़रीब 250-260 सीटों की भविष्यवाणी की है, जो 272 के महत्वपूर्ण बहुमत के निशान से नीचे है.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने ग्राफ़िक शेयर करते हुए लिखा, “#ब्रेकिंग: सट्टा बाज़ार ने एनडीए की संख्या को 272 के बहुमत के निशान से नीचे रखा है और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया अलायन्स को लगभग बहुमत दिया है. दिलचस्प…”

इसके अलावा, कई यूज़र्स वायरल ग्राफ़िक के ज़रिये दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरा कार्यकाल नहीं मिलने वाला है. एक्स और इंस्टाग्राम पर ऐसी पोस्ट के आर्काइव यहांयहांयहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि न्यूज़ 24 ने ऐसी कोई तस्वीर नहीं पब्लिश की है और वायरल ग्राफ़िक फ़ेक है. चैनल के एग्जीक्यूटिव एडिटर मानक गुप्ता ने भी इसे फ़ेक करार दिया है. 

हमने सच का पता कैसे लगाया?

हमने पाया कि टेम्पलेट में मौजूद लोगो में ‘NEWS 24 THINK FIRST’ (न्यूज़24 थिंक फर्स्ट) की जगह पर ‘NEWS 2024 THINK FIRST’ (न्यूज़2024 थिंक फर्स्ट) लिखा है, जिससे पता चलता है कि ग्राफ़िक फ़ेक है.

टेम्पलेट पर इस्तेमाल किया गया फ़ेक लोगो. (स्रोत: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हमने संबंधित कीवर्ड के ज़रिये गूगल पर खोज की और न्यूज़24 वेबसाइट को भी चेक किया, लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं मिली. हमें चैनल के सोशल मीडिया हैंडल पर ऐसा कोई ग्राफ़िक पोस्ट नहीं मिला.

जांच के दौरान, हमें न्यूज 24 के एंकर व एग्जीक्यूटिव एडिटर मानक गुप्ता का एक एक्स पोस्ट (आर्काइव यहां) मिला, जिसमें उन्होंने स्पष्टीकरण के ज़रिये स्पष्ट किया चैनल ने ऐसी कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की है.

उन्होंने लिखा, “FAKE ALERT: हमारे नाम से ये फ़ेक न्यूज़ वायरल की जा रही है. न्यूज़24 ने ऐसी कोई स्टोरी नहीं की है. सावधान रहें."


मानक गुप्ता के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

सट्टा बाज़ार ने क्या भविष्यवाणी की है?

हमने पाया कि कई अन्य संगठनों ने सट्टा बाज़ार की भविष्यवाणियों के बारे में रिपोर्ट प्रकाशित की हैं.

फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने 24 मई, 2024 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसका शीर्षक था “फलोदी सट्टा बाज़ार की भविष्यवाणी: क्या राहुल इस चुनाव में मोदी की नैया हिला सकते हैं? एग्जिट पोल से पहले ग्रे मार्केट के अनुमान सामने आए”. रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव के छठे चरण के बाद फलोदी सट्टा बाज़ार के पूर्वानुमानों में बीजेपी को 300 से ज़्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. मई 30, 2024 की एक अन्य फाइनेंशियल एक्सप्रेस रिपोर्ट में कहा गया है कि फलोदी के अनुमानों में बदलाव हुआ था, लेकिन फिर भी बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की गई थी. यह संख्या वायरल ग्राफ़िक में मौजूद सीटों की संख्याओं से मेल नहीं खाता है.

इसके अलावा, इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में भी बताया गया है कि सट्टा बाज़ारों ने बीजेपी की आसान जीत की भविष्यवाणी की है.

यहां यह ध्यान देना ज़रूरी है कि ये रिपोर्ट्स किसी आधिकारिक संख्या पर आधारित नहीं हैं. इनमें पाठकों को सट्टा बाज़ारों से दूर रहने की सलाह देते हुए डिस्क्लेमर भी दिया गया है क्योंकि कई राज्यों के क़ानून में सट्टा अवैध है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, राजस्थान में लोकप्रिय फलौदी सट्टा बाज़ार, जो सटीक भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है, एक स्थापित सट्टेबाजी क्षेत्र है.

निर्णय 

हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि वायरल ग्राफ़िक फ़ेक है. न्यूज 24 ने ऐसी कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की है और लोगो पर 'न्यूज 24' नहीं, बल्कि 'न्यूज 2024' लिखा है. इसलिए हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

 

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.