दावा क्या है?


दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया गया है कि उन्होंने 'जय श्री राम' के नारे से अपना भाषण शुरू करने पर नाराज़ हुए मुसलमानों से तुरंत माफ़ी मांग ली. वीडियो में आतिशी के भाषण के दौरान मुस्लिम टोपी पहने कुछ लोगों को आपत्ति जताते देखा जा सकता है.


एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 16,000 से अधिक फ़ॉलोअर्स के साथ वेरीफ़ाइड '@Vini__007' नाम के यूज़र ने वीडियो पोस्ट कर कैप्शन दिया, "दिल्ली की आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी मार्लेना जब श्री राम कॉलोनी में गई तब उन्होंने अपना भाषण जैसे ही जय श्री राम बोलकर शुरू किया तो तुरंत वहां बेठे मुसलमानों की भीड़ उठी हंगामा किया कि आपने जय श्री राम क्यों बोला...?? फिर क्या, आतिशी मार्लेना ने तुरंत माफी मांग ली." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. 


यह वीडियो फ़ेसबुक पर भी इसी तरह के दावे के साथ शेयर किया गया है. इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहांयहां और यहां देखे जा सकते हैं. यह वीडियो अप्रैल 2024 में भी इसी दावे के साथ वायरल हुआ था.


 


वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)

 


हालांकि, वायरल दावा ग़लत है और वीडियो मार्च 2024 का है, जब दिल्ली की तत्कालीन शिक्षा मंत्री आतिशी ने एक स्कूल के उद्घाटन के दौरान अपने भाषण में 'श्रीराम कॉलोनी' की जगह 'खजूरी ख़ास' कहने पर लोगों की आपत्ति के बाद माफ़ी मांगी थी.


हमने सच का पता कैसे लगाया?


हमने पाया कि अप्रैल 2024 में शेयर किया गया वीडियो वर्तमान में वायरल हो रहे वीडियो का लंबा वर्ज़न है, हालांकि दोनों में किए गए दावे समान हैं. हमने वीडियो को ध्यानपूर्वक सुना तो पाया कि जब आतिशी अपना भाषण दे रही होती हैं, तो कुछ लोग अपनी जगह से उठकर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहते हैं, “श्रीराम कॉलोनी बोलो. ये श्रीराम कॉलोनी का स्कूल है. खजूरी ख़ास-खजूरी ख़ास का मतलब है कुछ…किसी को मालूम ही नहीं है.” 


इसके बाद, आतिशी मंच से कहते हुए सुनाई देती हैं, "मैं माफ़ी मांगना चाहूंगी श्रीराम कॉलोनी के निवासियों से, श्रीराम कॉलोनी का स्कूल; जहां श्रीराम कॉलोनी के भी बच्चे पढ़ेंगे, खजूरी ख़ास के भी बच्चे पढ़ेंगे, करावल नगर के भी बच्चे पढ़ेंगे और सोनिया विहार के भी बच्चे पढ़ेंगे." जैसे ही वह यह कहती हैं, तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठती है. वर्तमान में वायरल हो रहे वीडियो में इस हिस्से को काट दिया गया है.


हमें यहां कहीं भी ऐसा नहीं मिलता कि आतिशी ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया और वहां मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस पर अपना गुस्सा जाहिर किया.


थोड़ी खोजबीन करने पर हमें स्कूल उद्घाटन का एक वीडियो मिला, जो 9 मार्च को दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय (डायरेक्टरेट ऑफ़ एजुकेशन) के यूट्यूब चैनल (आर्काइव यहां) पर लाइव स्ट्रीम किया गया था. इसमें 32:10 मिनट पर आतिशी अपना भाषण ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘इंक़लाब ज़िंदाबाद’ जैसे नारों के साथ शुरू करती हैं. इस दौरान उन्होंने 'जय श्री राम' का नारा नहीं लगाया. 



वीडियो में, 41:15 मिनट पर लोगों की आती आवाज़ों के बीच आतिशी अपना भाषण रोककर कहती हैं, "क्या हो गया भाई साहब, बैठ जाइये." इस बीच एक शख़्स आतिशी को एक नोट देकर बोलता है, "ये स्कूल श्रीराम कॉलोनी के नाम से है, खजूरी ख़ास न बोलिए, श्रीराम कॉलोनी बोल दीजिये." 


इसके बाद, आतिशी अपनी ग़लती सुधारती हैं, और कहती हैं, "मैं माफ़ी मांगना चाहूंगी श्रीराम कॉलोनी के निवासियों से, श्रीराम कॉलोनी का स्कूल; जहां श्रीराम कॉलोनी के भी बच्चे पढ़ेंगे, खजूरी ख़ास के भी बच्चे पढ़ेंगे, करावल नगर के भी बच्चे पढ़ेंगे और सोनिया विहार के भी बच्चे पढ़ेंगे."


हमने मंच पर आतिशी को नोट देने शख़्स की पहचान श्रीराम नगर के ‘आप’ पार्षद मोहम्मद आमिल मलिक के रूप में की. इस बारे में जानकारी हासिल करने के लिए हमने उनसे संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया, “स्कूल श्रीराम कॉलोनी के नाम से है, आतिशी जी स्कूल को खजूरी ख़ास का बता रही थीं जिसपर लोगों ने आपत्ति जतायी थी. बाद में, उन्होंने सुधार कर लिया था.” उन्होंने पुष्टि की कि आतिशी ने ‘जय श्री राम’ का नारा नहीं लगाया था.


यह स्पष्ट है कि आतिशी ने स्कूल का नाम श्रीराम कॉलोनी के बजाय खजूरी खास से जोड़ने के लिए माफ़ी मांगी थी, उन्होंने अपने पूरे भाषण में कहीं भी ‘जय श्री राम’ का नारा नहीं लगाया.


मार्च 9, 2024 को बतौर शिक्षा मंत्री आतिशी उत्तर-पूर्वी दिल्ली के श्रीराम कॉलोनी में सर्वोदय कन्या/बाल विद्यालय का उद्घाटन करने पहुंची थीं. इस संबंध में आम आदमी पार्टी ने एक प्रेस रिलीज़ भी जारी की थी और आतिशी ने अपने एक्स-पोस्ट (आर्काइव यहां) के ज़रिये उद्घाटन की कुछ तस्वीरें भी शेयर की थीं.


 


आतिशी के एक्स-पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

 


निर्णय


हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि आतिशी ने लोगों से माफ़ी मांगी थी, जो इस बात से आहत थे कि वह अपने भाषण में श्रीराम कॉलोनी के नाम के बजाय खजूरी ख़ास का ज़िक्र कर रही थीं. ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए माफ़ी मांगने का दावा ग़लत है.