निर्णय- असत्य




    वायरल वीडियो 2021 का है और इसका मौजूदा किसानों के विरोध-प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है. यह यह पंजाब के एक धार्मिक मेले में कैप्चर किया गया था.


दावा क्या है?
पंजाब और हरियाणा में चल रहे किसानों के विरोध-प्रदर्शन के बीच, एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि प्रदर्शनकारी किसान विरोध की आड़ में शराब बांट रहे हैं और पी रहे हैं. इस वीडियो में लोगों को शराब के कई ड्रमों से लदे एक ट्रक ट्रॉली से गिलास लिए भीड़ के बीच शराब लेते हुए दिखाया गया है.


एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "कैमरे पर ब्लैकमेल करेंगे कि हम  गरीब किसान, "अन्नदाता" हैं कैमरे के पीछे की हकीकत-"शराब दारू लंगर का आनंद #FarmerProtest2024.." इस पोस्ट को अब तक 379,000 से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 6,500 से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं. यह वीडियो 2021 के किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान भी इसी दावे के साथ वायरल हुआ था. ऐसी पोस्टों के आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखे जा सकते हैं.


हालांकि, यह वीडियो लुधियाना के धार्मिक मेले में 2021 के एक कार्यक्रम का है और मौजूदा विरोध प्रदर्शन से इसका कोई संबंध नहीं है.


हमने क्या पाया?
वीडियो के कीफ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर सामने आया कि यह पुराना 13 सितंबर, 2021 को फ़ेसबुक पर "एबी व्लॉग्स" द्वारा शेयर किया गया था. हालांकि, पोस्ट में घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इसके बाद, संबंधित कीवर्ड्स की मदद से खोज करने पर हमें 7 सितंबर, 2021 का एक यूट्यूब वीडियो मिला, जिसमें मिलते-जुलते दृश्य मौजूद थे. वीडियो के साथ पंजाबी में शीर्षक दिया गया था- "मेला बाबा रोडे शाह जी गांव कौनके कलां", जहां हर साल लंगर आयोजित किया जाता है, जिसमें मुफ़्त शराब बांटी जाती है. दोनों वीडियो में नीले ड्रम और पारदर्शी गिलासों का इस्तेमाल कर शराब परोसने के तरीके में समानता देखी जा सकती है.


फिर हमने बाबा रोडे शाह मेले के बारे में खोजबीन की, जिसमें पता चला कि यहां आने वाले भक्तों को 'प्रसाद' (पवित्र प्रसाद) के रूप में शराब परोसने की परंपरा है. यह वार्षिक आयोजन लुधियाना के काउंके कलां गांव में होता है.


निर्णय
किसानों के मौजूदा विरोध प्रदर्शन से जोड़कर शेयर किया जा रहा वीडियो असल में लुधियाना में 2021 के एक धार्मिक मेले का है, जहां पारंपरिक रूप से शराब को 'प्रसाद' के रूप में बांटा जाता है. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 


डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन, कंटेंट और फोटो में बदलाव करके रिपोर्ट को रिपब्लिश किया है.