महाराष्ट्र में ईवीएम के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन बताकर दिल्ली का पुराना वीडियो वायरल
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, एमवीए के नेता ईवीएम को समाप्त कर पारंपरिक बैलेट पेपर से चुनाव कराने का समर्थन करते हुए एक अभियान शुरू करने की योजना बना रहे हैं.
फैक्ट चेक
निर्णय [भ्रामक]ईवीएम के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन दिखाने वाला वीडियो महाराष्ट्र का नहीं, बल्कि जनवरी 2024 में नई दिल्ली के जंतर-मंतर का है. |
दावा क्या है?
हाल ही में महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में हेराफेरी को लेकर चिंता व्यक्त की है. इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र में वोटिंग मशीनों के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, एमवीए के नेता ईवीएम को समाप्त कर पारंपरिक बैलेट पेपर से चुनाव कराने का समर्थन करते हुए एक अभियान शुरू करने की योजना बना रहे हैं.
इस पृष्ठभूमि में, ईवीएम को हटाने के लिए नारे लगाती एक बड़ी भीड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
एक्स पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "महाराष्ट्र में Evm हटाने को लेकर जनता का जन सैलाब सड़क पर उतर गया है, अब बीजेपी का सफाया निश्चित तौर पर दिखाई दे रहा है ?पूरा विपक्ष बहुत जल्द एकजुट होकर सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाने की जल्द करेगी तैयारी,सूत्र." इस पोस्ट को अब तक 28,000 से ज़्यादा व्यूज़, 600 रीपोस्ट और क़रीब 2000 लाइक्स मिल चुके हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखें.
हालांकि, ईवीएम के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन दिखाने वाला यह वीडियो महाराष्ट्र का नहीं, बल्कि जनवरी 2024 में नई दिल्ली के जंतर-मंतर का है.
सच्चाई कैसे पता चली?
वायरल वीडियो को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, हमें जनवरी और फ़रवरी 2024 के एक्स (आर्काइव यहां) और फ़ेसबुक (आर्काइव यहां) पोस्ट्स में यही वीडियो मिला, जिसके साथ जानकारी देते हुए बताया गया था कि इसमें दिल्ली के जंतर मंतर में ईवीएम के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन दिखाया गया है. इन पोस्ट्स में 'ईवीएम हटाओ, देश बचाओ' का नारा दिया गया था.
हमें प्रदर्शन के दूसरे एंगल से शूट किए गए वीडियो (आर्काइव यहां) भी मिले, जिनमें यह बताया गया था कि भारत मुक्ति मोर्चा और अन्य संगठनों द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर में यह ईवीएम विरोधी प्रदर्शन आयोजित किया गया था. साथ ही, लाइव स्ट्रीम वीडियो (आर्काइव यहां) में भी उसी जगह के मिलते-जुलते दृश्य देखे जा सकते हैं.
इसके अलावा, हेराल्ड गोवा (आर्काइव यहां) और उल्टा चश्मा (आर्काइव यहां) नाम के यूट्यूब चैनलों पर भी इस प्रदर्शन की झलकियां दिखाई गईं, जो वायरल वीडियो के दृश्यों से मेल खाती हैं. इन वीडियो में सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा और भानु प्रताप सिंह समेत अन्य लोगों को ईवीएम पर प्रतिबंध लगाने और बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग करते हुए दिखाया गया है.
हमने औरंगज़ेब चौधरी से संपर्क किया, जो 'न्यूज़ वर्ल्ड' नाम का यूट्यूब चैनल चलाते हैं और उस दिन उसी प्रदर्शन को कवर कर रहे थे. उन्होंने पुष्टि की कि वायरल वीडियो जनवरी में दिल्ली के जंतर-मंतर में हुए ईवीएम विरोधी प्रदर्शन का है.
हमने वायरल वीडियो और जनवरी 31 और फ़रवरी के वीडियो में दिखाई दे रहे हरे रंग के बोर्ड की पहचान जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के कार्यालय के रूप में की, जो दिल्ली के जंतर-मंतर में स्थित है. इससे यह स्पष्ट होता है कि वीडियो दिल्ली का है, न कि महाराष्ट्र का.
जनवरी 31, 2024, को प्रकाशित अमर उजाला और सबरंग की रिपोर्ट में भी इस प्रदर्शन को कवर किया गया है.
हमारी जांच में यह सामने आया कि एनसीपी (शरद पवार गुट) प्रमुख शरद पवार भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे, और उन्होंने जनवरी 31, 2024 को अपने एक्स अकाउंट पर इसकी तस्वीरें पोस्ट (आर्काइव यहां) की थीं.
निर्णय
यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो जनवरी 2024 में दिल्ली के जंतर मंतर में आयोजित ईवीएम विरोधी प्रदर्शन का है, न कि हाल ही में हुए राज्य विधानसभा चुनावों के बाद महाराष्ट्र का, जैसा कि दावा किया गया है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]