राजस्थान का पुराना वीडियो हाथरस में भगदड़ से पहले का बताकर किया गया शेयर
आयोजित सत्संग का चार महीने पुराना वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह उत्तर प्रदेश के हाथरस में उनके हालिया सत्संग का दृश्य है, जहां भगदड़ में 121 लोग मारे गए थे.
फैक्ट चैक
निर्णय [भ्रामक]यह वीडियो फ़रवरी 2024 में राजस्थान में नारायण साकार हरि द्वारा आयोजित एक दूसरे सत्संग का है. इसका हाथरस भगदड़ से कोई संबंध नहीं है. |
दावा क्या है?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें भारी भीड़ के बीच से गुज़र रहे एक काफिले का घेराव होते देखा जा सकता है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह नारायण साकर हरि, जिन्हें भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा आयोजित सत्संग में लोगों की भीड़ है, जहां जुलाई 2, 2024 को भगदड़ में 121 लोग मारे गए थे.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "वीडियो मे देखे किस तरह #हाथरस मे भोले बाबा सत्संग के बाद भगदड़ मची! इन 122 लोगो की मौत का ज़िम्मेदार कौन?? इतने सारे शवो को देख हार्टअटैक से पुलिसवाले की मौत हो गई!आखिर इन बाबाओ को इतनी भीड़ इकट्ठा करने की छूट किसने दी?? और सुरक्षा का क्या?" पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही एक अन्य पोस्ट में वीडियो के साथ नारायण साकर हरि की पत्नी के साथ एक तस्वीर भी शेयर की गई है. इस पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
जर्मन न्यूज़ आउटलेट डीडब्ल्यू न्यूज़ (DW) ने भी थ्रेड्स पर यही वीडियो इस कैप्शन के साथ शेयर किया है, “उत्तर भारत में एक आध्यात्मिक सभा में भगदड़ मचने से 100 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, अधिकारियों ने बताया, मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.” वीडियो को यूट्यूब पर शेयर किया गया है; आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/थ्रेड्स/स्क्रीनशॉट)
नारायण साकार हरि, जिन्हें सूरज पाल, साकार विश्व हरि और भोले बाबा सहित कई उपनामों से जाना जाता है, उत्तर प्रदेश के एटा ज़िले के बहादुर गांव के एक स्वयंभू बाबा हैं. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, साकार हरि का दावा है कि वह ख़ुफ़िया ब्यूरो के पूर्व कर्मचारी हैं. बाद में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और आध्यात्मिक उपदेश देने लगे.
हालांकि, यह वीडियो फ़रवरी 2024 का राजस्थान का है, उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए सत्संग का नहीं है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने पाया एक्स पर, कई यूज़र्स ने बताया कि यह वीडियो हाथरस का नहीं बल्कि राजस्थान में आयोजित एक सत्संग का है.
हमने संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल सर्च किया, तो हमें वायरल वीडियो का एक लंबा वर्ज़न मिला, जिसे फ़रवरी 9, 2024 को ‘ट्रैवलर सचिन’ (आर्काइव यहां) नाम के एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था. इस वीडियो के साथ कैप्शन दिया गया था: “मंगल दिवस रूपवास भरतपुर राजस्थान | नारायण साकार हरि के भजन | सत्य का साथ राजस्थान।” इसमें 6:59 की समयावधि पर, हम वायरल हो रहे वीडियो के दृश्य को देख सकते हैं. अपने यूट्यूब चैनल पर, उन्होंने फ़रवरी 6, 2024 को रूपबास शहर में आयोजित नारायण साकार हरि के कार्यक्रमों के कई वीडियो अपलोड किए थे. एक अन्य व्लॉगर, नीरज कैम ने भी अपने यूट्यूब चैनल (आर्काइव यहां) पर नारायण साकार हरि के सत्संग का वीडियो पोस्ट किया और दावा किया कि यह राजस्थान के रूपबास का है. इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो हाथरस में भगदड़ से पहले ऑनलाइन मौजूद है, और ये हाथरस के सत्संग से संबंधित नहीं है.
यूट्यूब पर पोस्ट किए गए मूल वीडियो का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: यूट्यूब)
इन यूट्यूब वीडियो से हिंट लेकर, लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्यों को राजस्थान के रूपबास में जियोलोकेट किया. हमने पाया कि यह कार्यक्रम राजस्थान के भरतपुर ज़िले के रूपबास कस्बे के पास नेशनल हाईवे 123 के पास आयोजित किया गया था. हमने रूपबास बस स्टैंड और एनएच 123 को दिखाने वाले एक पीले बोर्ड की पहचान की, जिसे यूट्यूब वीडियो और अब वायरल वीडियो दोनों में देखा जा सकता है.
गूगल मैप्स और यूट्यूब के दृश्यों की तुलना. (सोर्स: यूट्यूब, गूगल मैप्स/स्क्रीनशॉट)
हाथरस भगदड़
जुलाई 2, 2024 को उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि द्वारा आयोजित एक सत्संग में भगदड़ मचने से लगभग 121 लोगों की मौत हो गई थी. इस कार्यक्रम में लगभग 10,000 लोग, जिनमें ज़्यादातर महिलाएं थीं, मौजूद थे. भगदड़ की जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट (आर्काइव यहां) से पता चलता है कि भगदड़ तब मची जब 'बाबा' ने लोगों से आशीर्वाद के रूप में 'चरण रज' लेने के लिए कहा, जिसके बाद लोग दौड़ पड़े.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के कारणों की जांच के लिए एक कमिटी बनाई है.
निर्णय
राजस्थान के भरतपुर ज़िले नारायण साकार हरि द्वारा आयोजित सत्संग का चार महीने पुराना वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह उत्तर प्रदेश के हाथरस में उनके हालिया सत्संग का दृश्य है, जहां भगदड़ में 121 लोग मारे गए थे.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.