फैक्ट चेक
निर्णय [फ़ेक]वायरल वीडियो एडिटेड है. असल वीडियो में अभिनेता पंकज त्रिपाठी लोगों को यूपीआई भुगतान में धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह देते नज़र आते हैं. |
दावा क्या है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, आम आदमी पार्टी (आप) के आधिकारिक एक्स अकाउंट ने दिसंबर 5, 2024 को अभिनेता पंकज त्रिपाठी का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दावा किया गया है कि अभिनेता ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ख़िलाफ़ प्रचार किया है. वीडियो में पंकज त्रिपाठी लोगों से बीजेपी को वोट न देने की अपील करते हुए नज़र आ रहे हैं.
वीडियो में, मूंगफली बेचने वाले की पोशाक पहने पंकज त्रिपाठी अपना फ़ोन चेक करते हैं और कैमरे की तरफ़ देखते हैं, और कहते हैं, "हम मूंगफली बेचते हैं, अपना अक्ल नहीं. ये मैसेज देखिये. भाजपा वालों ने भेजा है, कह रहे हैं हम विकास करेंगे. अरे! हमको मालूम नहीं है क्या?इधर हम इन्हें वोट देंगे, उधर सरकारी पैसा गायब. मूंगफली वाला हूं, मूर्ख नहीं हूं... याद रहे, अगर भाजपा के लोग कोई लालच दे, तो कहो मैं मूर्ख नहीं हूं." हालांकि, पोस्ट को कुछ ही समय बाद हटा दिया गया था, लेकिन पोस्ट के आर्काइव के अनुसार, इसे 65,000 से ज़्यादा बार देखा गया, 1,000 से ज़्यादा लाइक मिले और 400 से ज़्यादा बार रीपोस्ट किया गया.
आम आदमी पार्टी से जुड़े कई अन्य एक्स अकाउंट ने भी वीडियो शेयर किया. इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई है. असल वीडियो में पंकज त्रिपाठी को यूपीआई स्कैम्स को लेकर लोगों को आगाह करते हुए दिखाया गया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, हमें असल वीडियो मिला, जिसे सितंबर 23, 2024 को यूपीआई चलेगा (आर्काइव यहां) चैनल द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. “मूंगफलीवाला | फर्जी लॉटरी लिंक | UPI सुरक्षा जागरूकता” शीर्षक वाला यह वीडियो यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) स्कैम्स के बारे में जन जागरूकता अभियान का हिस्सा था.
मूल वर्ज़न में, पंकज त्रिपाठी यूपीआई भुगतान को बढ़ावा देते हुए लोगों को संभावित धोखाधड़ी के बारे में चेतावनी देते हैं. वो कहते हैं , “हम मूंगफली बेचते हैं, अपना अक्ल नहीं. ये मैसेज देखिये - कहते हैं, 'लॉटरी लगी है, लिंक क्लिक करके यूपीआई पिन डालो पैसा मिलेगा!' अरे! हमको मालूम नहीं है क्या? इधर यूपीआई पिन डाला, और उधर पैसा गायब. मूंगफली वाला हूं, मूर्ख नहीं हूं. याद रहे, यूपीआई कहता है - अगर कोई लालच दे,तो कहो, ‘मैं मूर्ख नहीं हूं.’”
कई विसंगतियों से पता चलता है कि वीडियो को डिजिटल रूप से बदला गया है. वायरल वीडियो में 0:09 पर त्रिपाठी अपने मोबाइल स्क्रीन पर “बीजेपी को वोट दें” संदेश दिखाते हैं, लेकिन यह टेक्स्ट एडिटिंग की मदद से अलग से जोड़ा गया है. असल वीडियो में, स्क्रीन पर सफ़ेद बैकग्राउंड और काले रंग का टेक्स्ट दिखाई देता है, जिस पर “विनर” लिखा है.
इसके अलावा, वायरल वीडियो में लिप-सिंक मूल क्लिप से मेल नहीं खाता, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पंकज त्रिपाठी को बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करते दिखाने के लिए वीडियो में हेरफेर किया गया है.
वीडियो में, ऑडियो भी पंकज त्रिपाठी की आवाज़ से मिलता-जुलता है, जिससे संकेत मिलता है कि इसे क्लोन करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया गया है. ऑनलाइन डीपफेक डिटेक्शन टूल ट्रूमीडिया ने क्लिप में हेरफेर के महत्वपूर्ण सबूत पाए, जिसमें एक डिटेक्टर ने 85 प्रतिशत संभावना जताई कि ऑडियो एआई टूल द्वारा बनाया गया था.
निर्णय
अभिनेता पंकज त्रिपाठी का एक एडिटेड वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया कि उन्होंने लोगों से बीजेपी को वोट न देने की अपील की है. असल में, वीडियो में वह लोगों को यूपीआई धोखाधड़ी के प्रति सतर्क करते नज़र आते हैं.