फैक्ट चैक

निर्णय [असत्य]

तस्वीर में दिख रही महिला चेक रिपब्लिक की मॉडल टेरेज़ा ह्लुस्कोवा है, जिसे 2018 में पाकिस्तान के लाहौर में ड्रग से जुड़े मामले में गिरफ़्तार किया गया था.

दावा क्या है? 

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है जिसमें एक महिला पुलिस की हिरासत में रो रही है. दावा किया जा रहा है कि वह बेल्जियम की महिला है, जिसका पाकिस्तान में पांच दिनों तक यौन उत्पीड़न किया गया था.

गौरतलब है कि यह तस्वीर ऐसे समय में सामने आई है जब पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट समा टीवी और पाकिस्तान टुडे ने ख़बर दी कि इस्लामाबाद में एक महिला सड़क पर हाथ बंधे हुए पाई गई थी. रिपोर्ट में पीड़िता की पहचान बेल्जियम की नागरिक के रूप में की गई है और महिला के बयान के अनुसार, कई पुरुषों ने पांच दिनों तक उसके साथ दुर्व्यवहार किया. इस मामले में अब तक एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया है.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने तस्वीर पोस्ट कर कैप्शन दिया, "बेल्जियम की यह महिला पाकिस्तान घूमने आई थी. पाकिस्तान के मुसलमानों ने इनका अपहरण करके 5 दिनों तक बलात्कार किया, उसके बाद हाथ बांधकर एक सुनसान सड़क पर छोड़कर भाग गए. किसी अनजान व्यक्ति ने देखा तो पुलिस को खबर किया उसके बाद इन्हें बचाया गया है. मुल्क कोई भी हो राक्षसों का सोच एक जैसा है क्योंकि यह सभी एक ही विचारधारा को मानते हैं." इस पोस्ट को अब तक 5700 से ज़्यादा रीपोस्ट और 14,000 से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहां और यहां देखें.

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, वायरल तस्वीर पुरानी है और हाल ही में हुई यौन उत्पीड़न की घटना से संबंधित नहीं है. यह तस्वीर 2021 की है और इसमें चेक रिपब्लिक की मॉडल टेरेज़ा ह्लुस्कोवा को पाकिस्तान के लाहौर में एक अदालत के बाहर दिखाया गया है, जहां उन्हें ड्रग से जुड़े एक मामले में सज़ा सुनाई गई थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया? 

वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर हमें कई रिपोर्ट मिलीं, जिसमें बताया गया कि तस्वीर में दिख रही महिला चेक रिपब्लिक मॉडल टेरेज़ा ह्लुस्कोवा हैं. कीवर्ड सर्च करने पर हमें नवंबर 5, 2021 को प्रकाशित एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की एक रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था "वकील: पाकिस्तान ने ड्रग मामले में सज़ा सुनाई गई चेक मॉडल को बरी किया" (आर्काइव यहां). रिपोर्ट में प्रकाशित तस्वीर में वही महिला और पुलिस अधिकारी दिख रहे हैं.

तस्वीर पर कैप्शन दिया गया था, "चेक मॉडल टेरेज़ा ह्लुस्कोवा, बीच में, मार्च 20, 2019 को लाहौर, पाकिस्तान में अदालत में पेश होने के बाद प्रतिक्रिया देती हुई. ह्लुस्कोवा, जिसे पाकिस्तान से अबू धाबी में हेरोइन की तस्करी करने के प्रयास के आरोप में आठ साल की सज़ा सुनाई गई थी, उसे एक अपील अदालत द्वारा बरी किए जाने के बाद अगले सप्ताह रिहा कर दिया जाएगा, एक बचाव पक्ष के वकील ने शुक्रवार, नवंबर 5, 2021 को कहा. (एपी फ़ोटो/के.एम. चौधरी, फ़ाइल)."

रिपोर्ट के मुताबिक़, टेरेज़ा ह्लुस्कोवा को जनवरी 2018 में पाकिस्तान में लाहौर एयरपोर्ट पर कथित तौर पर 8.5 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ़्तार किया गया था, जब वह यूएई के रास्ते आयरलैंड जा रही थी. 2019 में, एक मुक़दमे के बाद, उसे ड्रग तस्करी के आरोप में आठ साल की जेल और 800 डॉलर के जुर्माने की सज़ा सुनाई गई थी.  नवंबर 5, 2021 को, उसे एक अपील अदालत ने बरी कर दिया.

हमें वायरल हो रही तस्वीर एजेंस फ्रांस-प्रेस (एएफ़पी) के इमेज आर्काइव में भी मिली, जिसमें महिला की पहचान टेरेज़ा ह्लुस्कोवा (आर्काइव यहां) के रूप में की गई है. कैप्शन में बताया गया है कि यह तस्वीर मार्च 20, 2019 को लाहौर में "हेरोइन तस्करी के प्रयास के लिए उसे (ह्लुस्कोवा) को आठ साल और आठ महीने की जेल की सज़ा सुनाए जाने के अदालती फ़ैसले के बाद खींची गई थी."

वायरल तस्वीर और 2019 की एएफ़पी फ़ाइल फ़ोटो से तुलना. (सोर्स: एक्स/एएफ़पी)

हमें नवंबर 1, 2021 को पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन द्वारा प्रकाशित एक आर्टिकल और फ़्रांस24 और जियो न्यूज द्वारा पुनः प्रकाशित एएफ़पी आर्टिकल में वही तस्वीर मिली, जो महिला की पहचान की पुष्टि करती है.

हालांकि, वायरल तस्वीर 2019 में ली गई थी और यह हालिया बलात्कार मामले से संबंधित नहीं है. ज़्यादातर देशों की तरह, पाकिस्तान के क़ानून बलात्कार पीड़ितों और बचे लोगों की पहचान का ख़ुलासा करने पर रोक लगाते हैं.

निर्णय

हमारी अब तक की जांच से यह साफ़ हो जाता है कि 2019 की तस्वीर में चेक रिपब्लिक मॉडल टेरेज़ा ह्लुस्कोवा को पाकिस्तान के लाहौर में ड्रग से संबंधित एक मामले में लाहौर की एक अदालत के बाहर दिखाया गया है. इसका इस्लामाबाद में हाल ही में सामने आये यौन उत्पीड़न के मामले से कोई संबंध नहीं है. 

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.