पीएम मोदी के साथ तस्वीर में जो व्यक्ति नजर आ रहा, वो जॉर्ज सोरोस नहीं है
दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर पीएम मोदी और जॉर्ज सोरोस की ‘गुप्त मुलाकात’ की है. मुलाकात की तस्वीर को ग़लत दावा से शेयर किया गया है.
फैक्ट चेकनिर्णय [असत्य]इस तस्वीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर हैं, न कि जॉर्ज सोरोस. यह तस्वीर 2019 में दिल्ली में ली गई थी. |
दावा क्या है?
संसद के शीतकालीन सत्र में बीजेपी और कांग्रेस के बीच अमेरिकी अरबपति उद्योगपति जॉर्ज सोरोस को लेकर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बुज़ुर्ग व्यक्ति से बातचीत करने की मुद्रा में नज़र आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर पीएम मोदी और जॉर्ज सोरोस की ‘गुप्त मुलाकात’ की है.
गौरतलब है कि भारत के अरबपति कारोबारी गौतम अदानी के मुद्दे पर संसद में चल रही खींचतान के बीच, बीजेपी ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बीच कथित संबंध का आरोप लगाया था. यह तस्वीर इस संदर्भ में शेयर की जा रही है कि जिस जॉर्ज सोरोस का नाम लेकर मोदी सरकार गांधी परिवार पर हमलावर है, उसी सोरोस के साथ प्रधानमंत्री मोदी तस्वीर खिंचवा रहे हैं.
एक्स पर एक यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,"देश और दुनिया की दो महान हस्तियां, नरेन्द्र मोदी जॉर्ज सोरोस क्या गुप चुप चल रहा है, कोई तो बताओ!" ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखें.
हालांकि, वायरल तस्वीर में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर नज़र आ रहे हैं, न कि जॉर्ज सोरोस. यह तस्वीर अक्टूबर 2019 में दिल्ली में आयोजित जेपी मॉर्गन अंतरराष्ट्रीय काउंसिल मीटिंग के दौरान ली गई थी.
सच्चाई कैसे पता चली?
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, यह हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक्स हैंडल पर अक्तूबर 22, 2019 के एक पोस्ट (आर्काइव यहां) में मिली, जिसके कैप्शन में लिखा था, "डॉ. हेनरी किसिंजर से मिलकर खुशी हुई. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और कूटनीति में अग्रणी योगदान दिया है."
हेनरी ए. किसिंजर अमेरिका के 56वें विदेश मंत्री, एक प्रतिष्ठित अमेरिकी विद्वान और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता थे.
यह तस्वीर न्यूज एजेंसी एएनआई (आर्काइव यहां) और टाइम्स ऑफ इंडिया (आर्काइव यहां) के अक्टूबर 22, 2019 के एक्स-पोस्ट में भी शेयर की गई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर और जेपी मॉर्गन अंतरराष्ट्रीय काउंसिल के सदस्यों के साथ मुलाकात का ज़िक्र किया गया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह मुलाकात दिल्ली में जेपी मॉर्गन अंतरराष्ट्रीय काउंसिल मीट के दौरान हुई थी. इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के पूर्व पीएम टोनी ब्लेयर और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम जॉन होवार्ड से भी मिले थे. प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर, कोंडोलीज़ा राइस और पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव रॉबर्ट गेट्स सहित यात्रा पर आए अन्य नेताओं से भी मुलाकात की.
बता दें कि जून 2023 में प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान किसिंजर उनका भाषण सुनने के लिए वाशिंगटन गए थे.
किसिंजर 1973 से 1977 तक अमेरिका के दो राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और जेराल्ड फोर्ड के कार्यकाल में विदेश मंत्री रहे थे. हालांकि, उस समय भारत के साथ उनके कई विवाद थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान किसिंजर ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, और इस युद्ध के बाद उनकी और निक्सन की बातचीत के टेप में उन्होंने भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और भारतीयों के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया था. उनका निधन 2023 में हुआ.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि 2019 में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर के बीच हुई मुलाकात की तस्वीर को ग़लत तरीके से यह दावा करते हुए शेयर किया गया है कि वह अरबपति उद्योगपति जॉर्ज सोरोस से मुलाकात कर रहे हैं.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले Logically Facts पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]