फैक्ट चैक
निर्णय [भ्रामक]वीडियो में राहुल गांधी मीडिया के उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था कि क्या उनके और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ भी धक्का-मुक्की की गई थी. |
दावा क्या है?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि इसमें वह बीजेपी के एक सांसद के साथ धक्कामुक्की करने की बात स्वीकार करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में कई पत्रकारों को राहुल गांधी से सवाल करते हुए सुना जा सकता है. वह जवाब देते हैं, “नहीं, नहीं, देखिये पता नहीं शायद आपके कैमरे में होगा, यह पार्लियामेंट का एंट्रेंस है. इसमें मैं अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तो बीजेपी के एमपी (सांसद) जो थे, वो मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, धकेल रहे थे और मुझे धमका रहे थे."
जब पत्रकार सवाल करना जारी रखते हैं, तो गांधी कहते हैं, “देखिए देखिए, हां-हां, किया है, किया है. मगर ठीक है, ठीक है, कोई धक्का-मुक्की से हमें कुछ होता नहीं है. मगर यह एंट्रेंस है पार्लियामेंट हाउस का और हमारा अधिकार है अंदर जाने का, और बीजेपी के जो मेंबर्स थे वे अंदर जाने से रोक रहे थे..."
इस वीडियो को बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कैप्शन के साथ शेयर किया: “विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कैमरे पर बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी पर हमला करने की बात स्वीकार की, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके लिए उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए. राहुल गांधी को दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त सबूत, वीडियो फुटेज और उनकी खुद की स्वीकारोक्ति है. कानून को अपना काम करना चाहिए.”
इस फ़ैक्ट चेक के लिखे जाने के समय मालवीय की पोस्ट को 150,000 बार देखा गया और 1,600 बार रीपोस्ट किया गया. अनुराग ठाकुर समेत कई बीजेपी सांसदों ने भी वीडियो शेयर किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी ने बीजेपी सांसदों को धक्का देने की बात स्वीकार की. इसी तरह की पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
यह वीडियो दिसंबर 19, 2024 को संसद के बाहर हुई धक्कामुक्की की ख़बरों के बीच सामने आया है. बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी पर सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को धक्का देने का आरोप लगाया, जिससे कथित तौर पर उन्हें चोटें आईं. विजुअल्स में सारंगी को अन्य सांसदों से घिरे हुए दिखाया गया, जहां वह अपना सिर पकड़ते हुए नज़र आए और बाद में दावा किया कि उन्हें धक्का दिया गया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी आरोप लगाया कि इस घटना के दौरान उनके घुटने में चोट आई.
यह विवाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच विरोध और जवाबी विरोध प्रदर्शन के दौरान उभरा, जिसकी शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी से हुई. शाह ने कहा था कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर का नाम लेना एक "फैशन" बन गया है, जिसे कांग्रेस ने अपमानजनक बताते हुए आलोचना की.
हालांकि, वीडियो में राहुल गांधी को बीजेपी सांसद को धक्का देने की बात स्वीकार करते हुए नहीं दिखाया गया है. दरअसल, वह एक रिपोर्टर के उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था कि क्या धक्का-मुक्की के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे को भी धक्का दिया गया था.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के आधिकारिक एक्स अकाउंट (आर्काइव यहां) पर शेयर किए गए वीडियो के साफ़ वर्ज़न की जांच की, जिसमें पत्रकारों के सवाल और उनका संदर्भ और भी अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं. 0:18 मिनट पर, पत्रकारों को यह सवाल करते हुए सुना जा सकता है, “आपको क्या हुआ? प्रियंका जी के साथ क्या हुआ?” इसके बाद, एक पत्रकार विशेष रूप से पूछता है, “खड़गे जी, खड़गे जी के साथ धक्का-मुक्की हुई?”
इसके तुरंत बाद, 0:22 मिनट पर, गांधी का जवाब है: “देखिए देखिए, हां-हां, किया है, किया है. मगर ठीक है, ठीक है, कोई धक्का-मुक्की से हमें कुछ होता नहीं है. मगर यह एंट्रेंस है पार्लियामेंट हाउस का और हमारा अधिकार है अंदर जाने का, और बीजेपी के जो मेंबर्स थे वे अंदर जाने से रोक रहे थे."
एएनआई न्यूज़ (आर्काइव यहां) और एनडीटीवी (आर्काइव यहां) द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में भी वही बातचीत सुनाई देती है. इन वीडियो से यह स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी खड़गे को धक्का दिए जाने से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे, न कि बीजेपी सांसदों पर हमला करने की बात स्वीकार कर रहे थे.
निर्णय
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा पार्टी सदस्यों मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी को धक्का दिए जाने के बारे में पत्रकारों से की गई बातचीत का वीडियो ग़लत तरीके से पेश किया गया है. यह दावा कि राहुल गांधी ने बीजेपी सांसदों से धक्कामुक्की करने की बात स्वीकार की है, पूरी तरह से ग़लत है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]