नई दिल्ली (Vishvas News). कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक बार फिर से सोशल मीडिया में निशाने पर हैं. सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर राहुल गांधी की एक वीडियो क्लिप शेयर की जा रही है. इस वीडियो क्लिप में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “महात्मा गांधी कहते थे. सत्याग्रह की बात करते थे. सत्याग्रह का मतलब? सत्ता के रास्ते को कभी मत छोड़ो. सॉरी सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो.”
इस वीडियो क्लिप को शेयर करके राहुल गांधी का मजाक उड़ाया जा रहा है. विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की. यह भ्रामक साबित हुई. विश्वास न्यूज एक बार पहले भी वायरल क्लिप की जांच कर चुका है. उस पड़ताल को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है.
क्या है वायरल?
tryfun11 नाम के एक इंस्टाग्राम हैंडल ने राहुल गांधी की वायरल क्लिप को शेयर किया. इसमें राहुल गांधी को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “महात्मा गांधी कहते थे. सत्याग्रह की बात करते थे. सत्याग्रह का मतलब? सत्ता के रास्ते को कभी मत छोड़ो. सॉरी सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो.”
वायरल पोस्ट को कई दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं. इसका आर्काइव लिंक यहां देखें.
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वायरल क्लिप के कई कीफ्रेम्स निकालकर गूगल लेंस के जरिए सर्च किया. हमें राहुल गांधी के यूट्यूब चैनल पर असली वीडियो मिला.
असली वीडियो में राहुल गांधी का पूरा भाषण मिला. 28:10 मिनट के बाद राहुल गांधी को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “…इसके लिए एक शब्द है. महात्मा गांधी कहते थे. सत्याग्रह की बात करते थे. सत्याग्रह का मतलब? सत्ता के रास्ते को कभी मत छोड़ो. सॉरी सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो. इनके लिए नया शब्द है….आरएसएस बीजेपी वालों के लिए….हम हैं सत्याग्रही और वो हैं सत्ताग्रही. ये सत्ता के लिए कुछ भी कर लेंगे.”
इस वीडियो को देखने से यह स्पष्ट हो गया कि राहुल गांधी केंद्र सरकार और भाजपा पर हमलावर थे. उसी दौरान उनकी जुबान फिसल गई थी. लेकिन चंद ही सेकंड में उन्होंने अपनी गलती सुधार ली थी. यह वीडियो क्लिप छत्तीसगढ़ में आयोजित कांग्रेस के तीन दिवसीय महाधिवेशन के दौरान राहुल गांधी के संबोधन का है. यह वीडियो 26 फरवरी 2023 को लाइव किया गया था.
सर्च के दौरान हमें न्यूज 18 मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर भी असली वीडियो मिला. इसमें बताया गया कि राहुल गांधी की फिसली जुबान, ‘सत्याग्रह का मतलब सत्ता का रास्ता कभी मत छोड़ो’.
अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया कि वर्ष 2023 में कांग्रेस के महाधिवेशन के दौरान राहुल गांधी की जुबान फिसल गई थी. अगले ही पल उन्होंने गलती सुधार कर माफी मांग ली थी. हमारी जांच में यह स्पष्ट हो गया कि पुरानी अधूरी क्लिप को अब राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है.
विश्वास न्यूज ने पिछली पड़ताल के दौरान यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया था. उन्होंने इसे राहुल गांधी के खिलाफ दु्ष्प्रचार बताते हुए वीडियो क्लिप को एडिटेड बताया था.
पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई. पता चला कि tryfun11 नाम का यह इंस्टाग्राम हैंडल नवंबर 2023 को बनाया गया. इसे 98 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं.
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि पिछले साल फरवरी के राहुल गांधी के भाषण के एक हिस्से को आधा काटकर वायरल किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में आयोजित कांग्रेस के तीन दिवसीय अधिवेशन के दौरान राहुल गांधी की जुबान फिसल गई थी. उसी वीडियो को बिना संदर्भ के अधूरा वायरल किया जा रहा है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले Vishvas News पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]