CLAIM वीडियो में देखा जा सकता है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सांसद कंगना रनौत एक-दूसरे से गले मिल रहे हैं.
FACT CHECK बूम ने जांच में पाया कि सीएम योगी और कंगना रनौत का यह वीडियो एआई की मदद से एडिट किया गया है.

सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सांसद कंगना रनौत का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे दोनों गले मिलते नजर आ रहे हैं. बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि इस वीडियो को एआई की मदद से एडिट किया गया है.

फेसबुक पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'वह दिन गए कि मोहब्बत थी जान की बाजी, किसी से अब कोई बिछड़े तो मर नहीं जाता!! गुरु- ओ- गुरु...... अब हम विश्व गुरु.'

योगी आदित्यनाथ और कंगना रनौत के गले मिलने का फर्जी और एडिटेड है ये Video

फैक्ट चेक: वायरल वीडियो फर्जी है

वायरल वीडियो को गौर से देखने पर हमें कुछ ऐसी विसंगतियां नजर आईं, जो आम तौर पर वास्तविक नहीं बल्कि एआई जनरेटेड कंटेंट में पाई जाती हैं.

हमने पाया कि वीडियो के राइट कॉर्नर पर नीचे की तरफ Hailuo AI का वाटरमार्क भी मौजूद है. इससे हमें शक हुआ कि इसी टूल की मदद से वीडियो को क्रिएट किया गया है. Hailuo AI चीनी कंपनी मिनिमैक्स द्वारा विकसित एक ऐसा टूल है जो टेक्स्ट और तस्वीरों के माध्यम से एआई वीडियो क्लिप में बनाने में मदद करता है.

आगे हमने वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि मूल तस्वीर साल 2021 की है. तब कंगना रनौत अपनी फिल्म तेजस की शूटिंग के सिलसिले में उत्तर प्रदेश में थीं. इसी दौरान वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ स्थित उनके आधिकारिक आवास पर पहुंची थीं.

इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने उन्हें 'वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट' प्रोग्राम के ब्रांड एंबेसडर के रूप में नामित किया था.

उस वक्त कंगना ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर भी इसी जुड़ी कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर की थीं. हम देख सकते हैं कि इस मुलाकात के विजुअल में कहीं भी दोनों गले मिलते नजर नहीं आ रहे हैं.

[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले BOOM पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]