(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नहीं है यह कोलकाता रेप-मर्डर पीड़िता के पिता का वीडियो
जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल वीडियो जून से इंटरनेट पर मौजूद है और एक पिता द्वारा अपने बेटे का शव आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के एक अस्पताल को दान करने का है, कोलकाता रेप-मर्डर का नहीं है.
फैक्ट चैक
निर्णय [असत्य]जून 2024 का यह वीडियो विशाखापत्तनम के एक अस्पताल में रिकॉर्ड किया गया था, जब एक पिता ने अपने बेटे का शव दान कर दिया था. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि एक शव को स्ट्रेचर पर अस्पताल से बाहर ले जाया जा रहा है. एक व्यक्ति स्ट्रेचर के आगे हाथ जोड़कर चल रहा है, जबकि उसके इर्द-गिर्द खड़ा अस्पताल स्टाफ़ भी हाथ जोड़कर अभिवादन करता दिख रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इसमें कोलकाता रेप-मर्डर मामले की पीड़िता के पिता को दिखाया गया है जो अपनी बेटी का शव अस्पताल से बाहर ले जा रहे हैं.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर कर कैप्शन दिया, “ये हिम्मत है उस पिता की जो मर के भी जिंदा है. #KolkataDoctor #KolkataDoctorDeath" पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां और यहां देखें. यह वीडियो इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी इसी दावे के साथ शेयर किया गया है, जिसके आर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (एक्स/इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, यह वीडियो कोलकाता रेप-मर्डर मामले से संबंधित नहीं है. असल में, यह जून 2024 का एक वीडियो है जिसे विशाखापत्तनम के एक अस्पताल में रिकॉर्ड किया गया था जब एक पिता ने अपने बेटे का शरीर दान किया था. अस्पताल स्टाफ़ ने पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया था.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल वीडियो को रिवर्स इमेज सर्च के जरिए सर्च करने पर हमें यह 'उत्तमचंद शिंगवी' नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर जून 2, 2024 को पोस्ट (आर्काइव यहां) किया हुआ मिला. हालांकि, वीडियो के साथ कोई जानकारी शेयर नहीं की गई थी. लेकिन यह स्पष्ट है कि यह वीडियो कोलकाता के आरजी कर मेडिकल एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना से दो महीने पहले से इंटरनेट पर मौजूद है.
जून 2, 2024 के इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)
इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड सर्च के ज़रिये खोजबीन की, तो जून 1, 2024 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में भी यही वीडियो मिला. रिपोर्ट में बताया गया है कि राजस्थान के जालौर के रहने वाले विपिन मेहता की आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सड़क हादसे में मौत हो गई. विपिन के पिता प्रवीण मेहता ने अपने बेटे का शव दान कर दिया. पिता के इस फ़ैसले के बाद विपिन का इलाज कर रहे अस्पताल के 300 सदस्यों ने उनके पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और शव को अस्पताल से विदा किया.
जून 1, 2024 को प्रकाशित दैनिक भास्कर रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: दैनिक भास्कर/स्क्रीनशॉट)
जून 2, 2024 को प्रकाशित न्यूज़18 की रिपोर्ट बताती है कि प्रवीण मेहता का विशाखापट्टनम में कॉस्मेटिक्स का थोक व्यापार है. उनका पूरा परिवार वहीं रहता है. मई 29 को उनका बेटा विपिन दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहा था. इसी दौरान वह सड़क हादसे का शिकार हो गया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट लग गई. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और दो दिन के इलाज के बाद एक जून को विपिन की मौत हो गई. इसके बाद पिता प्रवीण मेहता ने अपने बेटे का शव दान कर दिया, जिसके बाद अस्पताल वालों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शव को विदा किया.
इस रिपोर्ट में वही वीडियो मौजूद है जिसे वर्तमान में कोलकाता रेप-मर्डर मामले के संबंध में शेयर किया जा रहा है. वीडियो में नज़र आने वाले दृश्यों से पता चलता है कि विशाखापत्तनम का पिनेकल हॉस्पिटल है.
न्यूज़18 रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: न्यूज़18/स्क्रीनशॉट)
अगस्त 13, 2024 को विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर विपिन मेहता के माता-पिता विशाखापत्तनम के वीएमआरडीए चिल्ड्रन एरिना में जीवनदान ए.पी. द्वारा आयोजित 'अंगदान' पर जागरूकता कार्यक्रम में मौजूद रहे. इस दौरान विपिन के पिता ने सभी लोगों से अंगदान करने की अपील की और कहा कि उनके बेटे ने चार अन्य लोगों को जीवन का उपहार दिया है.
कोलकाता रेप-मर्डर केस
कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं और चिकित्सा संस्थानों के भीतर सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ सामने आई हैं.
अगस्त 9, 2024 की रात को हुई इस घटना ने संस्थागत लापरवाही, संभावित सबूतों से छेड़छाड़ और पुलिस की भूमिका के बारे में बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. लोगों के बढ़ते आक्रोश के साथ, इस मामले ने कई नाटकीय मोड़ लिए हैं, जिसमें एक प्रमुख संदिग्ध संजय रॉय की गिरफ़्तारी और जांच को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपना शामिल है. भारत की शीर्ष अदालत ने घटना को "देश की अंतरात्मा को झकझोर" देने वाला बताया है और जांच के लिए अधिकारियों की आलोचना की है.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल वीडियो जून से इंटरनेट पर मौजूद है और एक पिता द्वारा अपने बेटे का शव आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के एक अस्पताल को दान करने का है. इसका कोलकाता रेप-मर्डर से कोई संबंध नहीं है.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.