पुराना है प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए बाबूलाल मरांडी का यह वीडियो
वायरल वीडियो में मरांडी कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, "मोदी जी ने जितना इस देश की जनता के समक्ष 2014 में घोषणाएं की थी, उन सबको तो उन्होंने पूरा नहीं किया.
फैक्ट चेक
निर्णय [भ्रामक]वायरल वीडियो 2018 का है, जब बाबूलाल मरांडी बीजेपी में नहीं थे, बल्कि झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष और विपक्ष में थे. |
दावा क्या है?
झारखंड बीजेपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वे प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी आलोचना कर रहे हैं. इस वीडियो को राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी हालिया टिप्पणी बताकर शेयर किया जा रहा है.
वायरल वीडियो में मरांडी कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, "मोदी जी ने जितना इस देश की जनता के समक्ष 2014 में घोषणाएं की थी, उन सबको तो उन्होंने पूरा नहीं किया. अब तो समाज को आपस में लड़ा रहे हैं हिंदू-मुस्लिमों के बीच में. कभी गाय के नाम पर, कभी मंदिर-मस्जिद के नाम पर, कभी धर्मांतरण के नाम पर, कभी लव-जिहाद के नाम पर. इस काम के लिए लोगों ने सरकार नहीं बिठाई थी. प्रधानमंत्री और देश की सरकार गरीबों के साथ इतना क्रूर मज़ाक करेगी तो ऐसे व्यक्ति को कौन वोट देगा. जो वोट देगा, वो आदमी सबसे गया बीता होगा. ऐसा मज़ाक नहीं करना चाहिए. तो सरकार तो लगी हुई है कि समाज में आपस में लड़ते रहे. क्या इस देश को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं क्या? हम तो कहते हैं कि देश के प्रधानमंत्री अगर मोदी जी रहे तो अगले पांच साल में भारत पाकिस्तान बन जाएगा, रोज यहां दंगा-फसाद होता रहेगा."
चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव और सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण समेत कई लोगों ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर किया. भूषण ने एक्स पर लिखा, "भाजपा के झारखंड अध्यक्ष सच बोल रहे हैं। कह रहे हैं कि अगर मोदी जी पाँच साल और प्रधानमंत्री रहे तो भारत पाकिस्तान बन जाएगा! हर रोज़ दंगा फ़साद होगा." कांग्रेस के सदस्य सुरेंद्र राजपूत ने हिंदी में लिखा, "एक धमाकेदार खुलासा भाजपा अध्यक्ष का!बाबू लाल मरांडी कह रहे है मोदी जी को वोट कौन देगा?."
अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी वीडियो को 'ब्रेकिंग न्यूज़' के रूप में शेयर किया, जिसमें मरांडी की टिप्पणी को हाल ही का बताया गया है.ऐसी पोस्ट के आर्काइव्ड वर्ज़न यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
हालांकि, वायरल दावा भ्रामक है. यह वीडियो 2018 का है, जब बाबूलाल मरांडी झारखंड विधानसभा में विपक्षी दल में झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) (जेवीएम-पी) के सदस्य के रूप में शामिल थे. बाद में 2020 में वे बीजेपी में शामिल हो गए.
हमें सच्चाई कैसे पता चली?
हमने पाया कि वायरल वीडियो मूल रूप से दिसंबर 14, 2018 को रांची के पत्रकार अशोक गोप के फ़ेसबुक पेज (आर्काइव यहां) पर पोस्ट किया गया था. वीडियो का शीर्षक है "बीजेपी को वोट देने वाले समाज के घटिया लोग ....बाबूलाल मरांडी" मूल वीडियो 1:14 मिनट लंबा है, और वायरल सेगमेंट 0:15 मिनट से 1:14 मिनट के बीच देखा जा सकता है.
हमने इस वीडियो के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अशोक गोप से संपर्क किया. उन्होंने लॉजिकली फ़ैक्ट्स को बताया, "मैंने 2018 में रांची में यह वीडियो बनाया था, जब बाबूलाल मरांडी झारखंड विकास मोर्चा में थे. यह उनके द्वारा नियमित रूप से दिए जाने वाले कई इंटरव्यू में से एक था. उस समय वे बीजेपी में नहीं थे और बाद में पार्टी में शामिल हो गए."
हमें एक ऐसा ही वीडियो (आर्काइव यहां) भी मिला, जिसमें मरांडी वही पोशाक पहने और उसी जगह पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में वे राफेल सौदे को लेकर चल रहे विवाद के बारे में बात करते हैं. ताज़ा झारखंड नामक एक स्थानीय न्यूज़ चैनल ने भी दिसंबर 14, 2018 को यह वीडियो शेयर किया था.
मरांडी का राजनीतिक सफर
मरांडी 2006 तक बीजेपी नेता थे और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के तहत राज्य के गठन के बाद 2000 में झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बने. उन्होंने बीजेपी से इस्तीफ़ा देकर 2006 में जेवीएम-पी की स्थापना की.
2018 में, बीजेपी नेता रघुबर दास राज्य के मुख्यमंत्री थे, जबकि मरांडी विपक्षी दल में थे. 2020 में, मरांडी ने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया और बीजेपी उम्मीदवार के रूप में 2024 के राज्य विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
यह स्पष्ट है कि वीडियो तब बनाया गया था जब मरांडी विपक्षी दल में थे, जहां उन्होंने विपक्षी दल के नेता के रूप में मोदी की आलोचना की थी. उन्हें 2020 में बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.
निर्णय
2018 का एक वीडियो यह दावा करने के लिए शेयर किया गया है कि बीजेपी झारखंड के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हाल ही में पीएम मोदी की आलोचना की है. हालांकि, यह वीडियो उनके बीजेपी में शामिल होने से पहले का है जब वे विपक्षी दल में थे.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]