अमेरिका का वीडियो पुराने आंदोलन के ऑडियो के साथ मर्ज करके मौजूदा किसान आंदोलन का बताकर हो रहा शेयर
यह वीडियो अमेरिका के ओरेगॉन स्थित रोडसाइड रेस्टोरेंट ‘सिज़लिंग तंदूरी हट’ का है और इसमें अलग से ऑडियो जोड़ा गया है. इस वीडियो का भारत में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
निर्णय- असत्य
- यह वीडियो अमेरिका के ओरेगॉन स्थित एक रोडसाइड रेस्टोरेंट का है और इसमें अलग से ऑडियो जोड़ा गया है. इसका भारत के मौजूदा किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर मौजूदा किसान आंदोलन से जोड़कर हर दिन नए-नए दावे सामने आ रहे हैं. इसी सिलसिले में एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला ट्रैक्टर से बंधा हुआ नज़र आ रहा है. वीडियो में दो लोगों की बातचीत भी सुनाई दे रही है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह भारत में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन का है, जहां प्रधानमंत्री मोदी का पुतला ट्रैक्टर से बंधा हुआ नजर आ रहा है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
हालांकि, यह वीडियो अमेरिका के ओरेगॉन स्थित रोडसाइड रेस्टोरेंट ‘सिज़लिंग तंदूरी हट’ का है और इसमें अलग से ऑडियो जोड़ा गया है. इस वीडियो का भारत में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने पाया कि वीडियो में ट्रैक्टर के बगल में एक रेस्टोरेंट है, जिस पर 'सिज़लिंग तंदूरी हट' लिखा हुआ है. इससे हिंट लेते हुए हमने इसके बारे में सर्च किया तो पता चला कि यह अमेरिका के ओरेगॉन में स्थित है. हमें ट्रिपएडवाइज़र और इंस्टाग्राम पर उसी रेस्टोरेंट की तस्वीरें मिलीं, जो वायरल वीडियो में दिख रही जगह से बिल्कुल मेल खाती हैं.
इसके बाद, हमने इस जगह को गूगल मैप्स के ज़रिये सर्च किया तो पता चला कि यह अमेरिकी राज्य ओरेगॉन के ऑरोरा शहर में मेलिंडा लेन पर स्थित है. उसी जगह को नीचे गूगल स्ट्रीट की मदद से देखा जा सकता है. इसमें वही नीले रंग का ट्रैक्टर भी नज़र आ रहा है.
हमारी अब तक की जांच से यह साफ़ है कि वीडियो का भारत में चल रहे किसान विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है. वायरल वीडियो के दृश्यों का मिलान करने से पता चलता है कि ये वीडियो अमेरिका के ओरेगॉन स्थित एक रेस्टोरेंट का है.
वीडियो में अलग से ऑडियो जोड़ा गया है
इसके बाद, हमने वायरल वीडियो में सुनाई देने वाली बातचीत- “इतनी ठंड में दिल्ली क्यों जा रहे हैं”, "हमारी रोटी ले ली, हमारी जमीनें भी ले लेंगे" के आधार पर थोड़ी खोजबीन की. इस दौरान एक्स (पूर्व में ट्विटर) और यूट्यूब पर दिसंबर, 2020 के ऐसे कई वीडियो मिले, जिसमें इसी बातचीत के दृश्य मौजूद हैं. एक न्यूज़ चैनल का एक रिपोर्टर एक बुजुर्ग किसान से दिल्ली जाने को लेकर सवाल करता है. जिसके जवाब में वह किसान ‘हमारी रोटी ले ली…मोदी को तो..” कहता है. यह बातचीत 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान हुई थी. इससे यह साफ़ हो गया है कि बातचीत का यह ऑडियो वायरल वीडियो में अलग से जोड़ा गया है.
निर्णय
वायरल वीडियो के साथ सोशल मीडिया यूज़र्स का यह दावा कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों ने पीएम मोदी के पुतले को ट्रैक्टर से बांधकर घसीटा, ग़लत है. दरअसल, यह वीडियो अमेरिका के ओरेगॉन का है और इसमें सुनाई दे रही बातचीत को अलग से जोड़ा गया है इसलिए हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन, कंटेंट और फोटो में बदलाव करके रिपोर्ट को रिपब्लिश किया है.