क्या वाराणसी के पुराने वीडियो राम मंदिर उद्घाटन समारोह से जोड़कर किए जा रहे शेयर, जानें क्या है सच्चाई
वायरल वीडियो में निर्माणाधीन हज़ारों हवन कुंडों को दिखाया गया है. सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो के ज़रिये दावा कर रहे हैं कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 25 हज़ार कुंड स्थापित किये गए हैं.
निर्णय- असत्य
- ये वीडियो अयोध्या के नहीं, बल्कि वाराणसी स्थित स्वर्वेद महामंदिर के हैं, जिसका उद्घाटन 18 दिसंबर 2023 को हुआ था.
अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां ज़ोरों पर हैं. 22 जनवरी 2024 को मंदिर में हिंदू देवता राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई नेता शामिल होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर से 6,000 से ज़्यादा लोगों को निमंत्रण भेजा गया है. इस मौक़े पर पीएम मोदी सभा को संबोधित करेंगे. इसके अलावा हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है जिसके लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
दावा क्या है?
इस बीच, सोशल मीडिया पर कई असंबंधित वीडियो शेयर किये जा रहे हैं. इन वीडियोज़ के साथ दावा किया जा रहा है कि ये राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए की जा रही व्यवस्थाओं और तैयारियों को दिखाते हैं.
हालांकि, इन वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है क्योंकि ये वीडियो अयोध्या के नहीं, बल्कि वाराणसी स्थित स्वर्वेद महामंदिर के हैं, जिसका उद्घाटन 18 दिसंबर 2023 को हुआ था.
वीडियो - 1
इस वीडियो में निर्माणाधीन हज़ारों हवन कुंडों को दिखाया गया है. सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो के ज़रिये दावा कर रहे हैं कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 25 हज़ार कुंड स्थापित किये गए हैं. वीडियो के साथ कैप्शन दिया गया है, "अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं उद्घाटन के लिए इन 25000 कुंडों में होगा हवन!" पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
जब हमने इस वीडियो की जांच की तो हमें दिसंबर 2023 के कई यूट्यूब वीडियो मिले. इनमें बताया गया है कि यह वीडियो वाराणसी स्थित स्वर्वेद महामंदिर का है, जहां 25 हज़ार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का आयोजन किया गया था. इस मंदिर का उद्घाटन 18 दिसंबर 2023 को हुआ था.
यूट्यूब पर वीडियो ब्लॉग के अलावा, हमें न्यूज़ 24 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें स्वर्वेद महामंदिर के समान दृश्य थे जहां 34 मिनट की समयावधि पर 'हवन कुंड' देखा जा सकता है. रिपोर्ट में बताया गया है कि हवन विहंगम योग संस्थान के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रवचन और महायज्ञ होना है.
वीडियो - 2
इस वीडियो में अस्थायी टॉयलेट सीट की व्यवस्था दिखाई गई है, और वीडियो को इस दावे से शेयर किया गया है कि ये व्यवस्थाएं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयार की गई हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
जांच के दौरान हमें यूट्यूब पर ऐसे कई वीडियो मिले जिनमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य मौजूद हैं. इन सभी वीडियो ब्लॉग्स में बताया गया है कि शौचालय की यह अस्थायी व्यवस्था स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन के पहले की गई थी. सुधीर पांडे व्लॉग्स ने अपने वीडियो की शुरुआत में ही बताया है कि यह मंदिर वाराणसी के उमरहा में स्थित है.
इस वीडियो की शुरुआत में देखा जा सकता है कि मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर बने एक अस्थायी गेट पर “स्वर्वेद महामंदिर धाम, मुडली, उमरहा, वाराणसी” लिखा हुआ है. इससे पता चलता है कि वीडियो वाराणसी का ही है.
वीडियो में आगे मंदिर के उद्घाटन और उसके बाद होने वाले महायज्ञ में भाग लेने वाले भक्तों के लिए प्रदान की गई सभी सार्वजनिक सुविधाएं दिखाई गई हैं. इसमें अस्थायी शौचालय व्यवस्था का ज़िक्र करते हुए उसके दृश्य दिखाए गए हैं. इस वीडियो में 10 मिनट की समयावधि पर ठीक वही दृश्य देखा जा सकता है जो वायरल वीडियो में है.
नीचे वीडियो में उपर्युक्त दोनों वीडियो देखे जा सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर, 2023 को वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया था. इस मौक़े पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. इस मंदिर को 'विहंगम योग' यानी योग साधकों के लिए बनाया गया है. यहां 20 लाख स्क्वायर फ़ीट में 25 हज़ार हवन कुंड स्थापित किये गए थे. इसके अलावा, महायज्ञ में देशभर से हज़ारों की तादाद में पहुंचे भक्तों के लिए अस्थाई शौचालय समेत तमाम सार्वजनिक सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं.
निर्णय
अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की व्यवस्था दिखाने के दावे के साथ वायरल हुए दोनों वीडियो असल में वाराणसी के स्वरवेद मंदिर के हैं. इसलिए हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.