फैक्ट चैक

निर्णय [असत्य] 

सेंट्रल बेंगलुरु के डीसीपी ने लॉजिकली फ़ैक्ट्स को बताया कि यह एक आग दुर्घटना थी और मैग्नेटिक बम के विस्फोट का दावा ग़लत है.

दावा क्या है?

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक बस सड़क के बीचों-बीच आग की लपटों में घिरी हुई है और उसमें से घना काला धुआँ निकल रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के बेंगलुरु में इस बस को "मैग्नेटिक बम" से निशाना बनाया गया था, जिसमें रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के तीन इंजीनियरों के मारे जाने की आशंका है.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर की गई एक पोस्ट में वीडियो के साथ कैप्शन दिया गया है, "भारतीय शहर बेंगलुरु में एक मैग्नेटिक बम ने एक बस को निशाना बनाया जिसमें DRDO के 3 इंजीनियर यात्रा कर रहे थे. तीनों DRDO इंजीनियरों के मारे जाने की आशंका है. यह घटना DRDO HAL तेजस उड़ान परीक्षण सुविधा से 4 किमी पश्चिम में हुई." इस पोस्ट को अब तक 46,000 बार से ज़्यादा देखा जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां और यहां देखे जा सकते हैं. 

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (स्रोत: एक्स/फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो में कैद घटना में बस में इंजन के ज़्यादा गर्म होने के कारण आग लग गई थी और इसमें कोई बम विस्फोट नहीं हुआ था.

हमने सच का पता कैसे लगाया? 

हमने वायरल दावे की सत्यता जांचने के लिए खोजबीन शुरू की, तो हमें द टाइम्स ऑफ़ इंडियाहिंदुस्तान टाइम्स और एनडीटीवी द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिलीं, जिसमें बताया गया कि जुलाई 9, 2024 को सुबह 9 बजे के आसपास बेंगलुरु के महात्मा गांधी (एमजी) रोड के पास अनिल कुंबले सर्किल पर क़रीब 30 लोगों को ले जा रही बीएमटीसी (बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) की बस में आग लग गई. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है और शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि इंजन के ज़्यादा गर्म होने की वजह से आग लगी, लेकिन सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है.

हमें बेंगलुरु सिटी के डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (डीसीपी) द्वारा अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर शेयर की गई एक पोस्ट (आर्काइव यहां) भी मिला, जिसमें स्पष्ट किया गया था कि यह बम विस्फोट नहीं था. बयान में लिखा है, “आज सुबह करीब 08:40 बजे अनिल कुंबले सर्किल, एमजी रोड के पास बीएमटीसी की बस में आग लग गई. फायर फोर्स ने आग बुझा दी, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. सोशल मीडिया पर मैग्नेटिक बम के बारे में फैलाई जा रही अफ़वाहें ग़लत और निराधार हैं.”

डीसीपी बेंगलुरु सेंट्रल द्वारा शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/डीसीपी सेंट्रल डिवीजन/स्क्रीनशॉट)

लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने डीसीपी (सेंट्रल) शेखर एच टेक्कन्नवर से भी बात की, जिन्होंने बताया, "इस घटना में कोई मैग्नेटिक बम शामिल नहीं था. आग हीटिंग के कारण लगी थी." उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ.

हमने आग के कारण की पुष्टि करने के लिए बेंगलुरु साउथ फायर स्टेशन से संपर्क किया. एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर हमें बताया, "इंजन के ज़्यादा गर्म होने के कारण बस में आग लग गई, जिसकी वजह से ड्राइवर द्वारा बस स्टार्ट करने पर शॉर्ट सर्किट हो गया." अधिकारी ने यह भी पुष्टि की कि दुर्घटना में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ.

इसके अलावा, हमने यह जानने के लिए गूगल पर खोज भी की कि क्या ऐसी कोई घटना हुई है जिसमें बेंगलुरु में डीआरडीओ के तीन इंजीनियरों की मौत हो गई हो या उनके मारे जाने की आशंका हो, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है. हालांकि, ऐसी किसी घटना के बारे में कोई रिपोर्ट या आधिकारिक प्रेस रिलीज़ नहीं है.

निर्णय

हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि बेंगलुरु में इंजन के ज़्यादा गर्म होने की वजह से सार्वजनिक परिवहन की बस में आग लगने का वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह ‘मैग्नेटिक बम विस्फोट’ का दृश्य है. 

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.