फैक्ट चैक

निर्णय [भ्रामक]

वीडियो में मुस्लिम धर्मगुरु शेख़ सूफ़ी मुहम्मद असग़र असलमी नाम के एक शेख़ को दिखाया गया है, न कि ब्राइटन के मेयर मोहम्मद असदुज़्ज़मां को.

दावा क्या है?

सोशल मीडिया पर एक मुस्लिम शख़्स का फूलों की माला पहनाकर स्वागत करने का वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह इंग्लैंड के ब्राइटन शहर के मेयर मुहम्मद असदुज़्ज़मां का है. वीडियो में, मुस्लिम वेशभूषा में नज़र आने वाले कई लोगों को उस शख़्स का हाथ चूमते हुए भी दिखाया गया है.

यह वीडियो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की साप्ताहिक पत्रिका पांचजन्य के एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट किया गया और कैप्शन दिया गया, "इस्लामाबाद के नए मेयर साहब ! अरे नहीं, नहीं....ये इंग्लैंड के शहर ब्राइटन के मेयर साहब हैं. इनका नाम मोहम्मद असदुज़्ज़ामन है और ये बांग्लादेशी मूल के हैं. ये ब्राइटन के पहले मुस्लिम मेयर हैं और ये वीडियो भी इंग्लैंड के ब्राइटन की है, किसी मुस्लिम देश की नहीं." इस पोस्ट को अब तक 141,000 से ज़्यादा बार देखा गया है.  ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहांयहांयहां और यहां देखे जा सकते हैं. 

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वीडियो में नज़र आने वाले शख़्स इंग्लैंड के ब्राइटन शहर के मेयर मुहम्मद असदुज़्ज़मां नहीं, बल्कि सूफी मुहम्मद असग़र असलमी नामक एक शेख हैं, जो बेडफोर्ड में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे.

हमने सच का पता कैसे लगाया?

हमने वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजा, तो हमें यह 'असलमिया फाउंडेशन' के टिकटॉक अकाउंट - @aslamiyafoundation (आर्काइव यहां) पर जून 11, 2024 को पोस्ट हुआ मिला. वीडियो के साथ कैप्शन दिया गया था, "छात्रों ने मुस्लिम समुदाय के कार्यक्रम में शिक्षक का स्वागत किया."

असलमिया फाउंडेशन का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: टिकटॉक/स्क्रीनशॉट)

हमने असलमिया फाउंडेशन के यूट्यूब चैनल को सर्च किया, तो बेडफोर्ड शहर के उसी कार्यक्रम का एक वीडियो (आर्काइव यहां) मिला, जो जून 11, 2024 को पोस्ट किया गया था, जिसका शीर्षक था "भाई शेख के साथ बैत लेते हुए | बेडफोर्ड यू.के. जून 2024" हमने वायरल वीडियो में गोल टोपी और चश्मा पहने एक लड़के और नीली शॉल पहने एक व्यक्ति की पहचान की, जिन्हें यूट्यूब वीडियो में क्रमशः 0:12 और 0:46 सेकंड के टाइमस्टैम्प पर देखा जा सकता है.  

वायरल वीडियो और असलमिया फाउंडेशन के यूट्यूब वीडियो की तुलना. (सोर्स: यूट्यूब)

इसके अलावा, हमने पाया कि असलमिया फाउंडेशन ने अपने यूट्यूब चैनल पर उसी शख़्स के ढेरों वीडियो पोस्ट किए हैं, जिसमें वो कई धार्मिक कार्यक्रमों में नज़र आते हैं, जिनकी पहचान "शेख़ सूफ़ी मुहम्मद असग़र असलमी" के रूप में की गई है. हमें सूफ़ी मोहम्मद असग़र का अधिकारिक फ़ेसबुक पेज मिला (आर्काइव यहां), जहां यू.के. में विभिन्न इस्लामिक कार्यक्रमों में भाग लेने के उनके वीडियो शेयर किए गए हैं. 

यूट्यूब चैनल का स्क्रीनशॉट जिसमें शेख़ असग़र असलमी को दिखाया गया है. (सोर्स: यूट्यूब/स्क्रीनशॉट)

ब्राइटन और होव सिटी काउंसिल की वेबसाइट के मुताबिक़, मुहम्मद असदुज़्ज़मां को मई 2024 में ब्राइटन शहर का नया मेयर चुना गया था. इससे पहले, वे शहर के डिप्टी मेयर के पद पर कार्यरत थे. उनका जन्म बांग्लादेश में हुआ था और वे 1995 में यू.के. शिफ्ट हो गए थे. वे 30 वर्षों से ब्राइटन में रह रहे हैं.

ब्राइटन के मेयर मुहम्मद असदुज़्ज़मां और शेख़ सूफ़ी असग़र असलमी की तस्वीर के बीच तुलना से साफ़ हो जाता है कि दोनों अलग-अलग व्यक्ति हैं.

ब्राइटन के मेयर और शेख़ सूफ़ी असग़र असलमी की तुलना. (सोर्स:फ़ेसबुक/ब्राइटन एंड होव सिटी काउंसिल की वेबसाइट)

लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने वायरल वीडियो के बारे में टिप्पणी प्राप्त करने के लिए असलमिया फाउंडेशन से संपर्क किया है. जवाब मिलने पर स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.

निर्णय

हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि वायरल वीडियो में नज़र आने वाले शख़्स मुस्लिम धर्मगुरु शेख़ सूफ़ी मुहम्मद असग़र असलमी हैं, न कि ब्राइटन के मेयर मुहम्मद असदुज़्ज़मां, जैसा कि वायरल पोस्ट्स का दावा है. 

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.