निर्णय [ असत्य ]




    यह वीडियो 2022 में मध्य प्रदेश के जबलपुर की एक घटना का है, जब दशहरा मेले में भोंपू बजाकर लोगों को परेशान करने वाले लड़कों को पुलिस ने अनोखी सजा दी थी.


दावा क्या है? 


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें पुलिसकर्मी दो लड़कों को अनोखी सजा देते हुए नजर आ रहे हैं. पुलिस दोनों लड़कों को एकदूसरे के कान में भोंपू बजवाते और उठक-बैठक करवाते हुई दिखाई दे रही है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के लखनऊ का है, जहां दशहरा मेले में भोंपू बजाकर लोगों को परेशान करने वाले लड़कों को यूपी पुलिस ने सबक सिखा दिया. गौरतलब है कि देश भर में पिछले 25 अक्टूबर को दशहरा मनाया गया था. 


एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने यूपी पुलिस को टैग करते हुए कैप्शन लिखा, “#लखनऊ : जैसे को तैसा मिला!! दशहरे के मेले में भोंपू बजाकर उधम मचाने वाले मनचलों को पुलिस ने अच्छा सबक सिखाया!!” रिपोर्ट लिखे जाने तक इस पोस्ट को 2 लाख 57 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें. इसी दावे के साथ शेयर किए गए अन्य पोस्ट यहांयहांयहां और यहां देखे जा सकते हैं.



वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)


हालांकि, यह वीडियो 2022 में मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुई एक घटना का है.


सच्चाई क्या है? 


जब हमने वीडियो के साथ किए गए दावे की सच्चाई जानने के लिए संबंधित कीवर्ड और रिवर्स इमेज सर्च के जरिये खोज की, तो हमें 6 अक्टूबर, 2022 की एक निजी न्यूज चैनल की रिपोर्ट मिली, जिसमें वीडियो के समान दृश्य की तस्वीरों का एक कोलाज था. 


रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो मध्य प्रदेश के जबलपुर का है, जहां नवरात्रि पर्व और दशहरे के दौरान सड़कों पर तेज आवाज में भोंपू बजाकर महिलाओं को परेशान करने वालों के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लेते हुए उठक-बैठक करवाई और एकदूसरे के कान में भोंपू बजवाया.


वहीं, एक हिंदी अखबार की 7 अक्टूबर, 2022 की रिपोर्ट में बताया गया है कि जबलपुर शहर में नवरात्रि के मौके पर सड़कों पर उतरी भीड़ के बीच कुछ शरारती तत्वों के खिलाफ पुलिस ने अनोखी कार्रवाई की. महिलाओं और लड़कियों को देखकर पुंगी (भोंपू) बजाकर शोर मचा रहे कुछ मनचलों को पकड़कर उन्हीं के कान में जमकर भोंपू बजवाया. 


रिपोर्ट में आगे घटना की जानकारी देते हुए बताया गया है कि जबलपुर की गढ़ा पुलिस पॉइंट लगाकर लोगों की सुरक्षा कर रही थी. इसी दौरान कुछ लड़के भोंपू बजाते हुए वहां से निकले. पुलिस ने उन्हें रोक लिया और पूछताछ करते हुए दोनों से भोंपू बजाने का कारण पूछा. जब दोनों ने इसका जवाब नहीं दिया तो सबक सिखाने के लिए एक पुलिसकर्मी ने खुद ही एक लड़के के कान में उसी का भोंपू बजा दिया और दूसरे से कहा कि वह अपने साथी के कान में लगाकर भोंपू बजाए. बाद में, दोनों से उठक-बैठक करवाकर हिदायत देते हुए छोड़ दिया गया. 


इसके बाद, जबलपुर में उस जगह को खोजने के लिए जहां वीडियो शूट किया गया था, हमने वीडियो में दिख रहे 'जैन स्वीट्स' को गूगल मैप्स पर सर्च किया तो पाया कि यह दुकान जबलपुर में नागपुर रोड पर थाना गढ़ा के ठीक सामने स्थित है.


हम वीडियो में दिखाई देने वाले ‘जैन स्वीट्स’ के बगल में धुंधला सा लिखा ‘..दूध डेरी’ और ‘tecno’ (टेक्नो) साइन बोर्ड को भी गूगल मैप्स पर ढूंढने में कामयाब रहे. 



वायरल वीडियो और गूगल मैप्स के दृश्यों की तुलना (सोर्स: एक्स, गूगल मैप्स/स्क्रीनशॉट)


इसी घटना का वीडियो दो निजी समाचार चैनलों ने भी अक्टूबर 2022 में अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था जिसमें बताया गया था कि ये वीडियो मध्य प्रदेश के जबलपुर का है.


निर्णय 


मध्य प्रदेश के जबलपुर का सालभर पुराना वीडियो इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया कि यूपी पुलिस ने लखनऊ में भोंपू बजाकर लोगों को परेशान करने वाले लड़कों को उन्हीं के कानों में भोंपू बजवाकर सबक सिखाया. इसलिए हम वायरल दावे को गलत मानते हैं.


डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन, कंटेंट और फोटो में बदलाव करके रिपोर्ट को रिपब्लिश किया है.