निर्णय- असत्य




    यह वीडियो फ़िलिस्तीन में युद्ध पीड़ितों के समर्थन के लिए लेबनानी फ़िल्म निर्माता महमूद रामज़ी द्वारा शूट की गई फ़िल्म का बिहाइंड द सीन फुटेज है.


 


दावा क्या है? 
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक घायल बच्ची का इलाज किया जा रहा है और बैकग्राउंड में एक व्यक्ति कैमरा के साथ दिखाई दे रहा है. वीडियो में विरोध प्रदर्शन के दृश्य और उनकी मदद कर रहे सहायता समूह के लोगों को देखा जा सकता है. इसके अलावा वीडियो के एक हिस्से में उसी लड़की को मेकअप करते हुए दिखाया गया है.


इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है फ़िलिस्तीनी मेकअप करके फ़र्ज़ी चोट दिखाने का नाटक कर रहे हैं और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया और लोगों को मूर्ख बना रहे हैं. इज़राइल समर्थक इस वीडियो को ‘पालीवुड' बताकर शेयर कर रहे हैं. इस वीडियो को कई भारतीय राईट विंग सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी शेयर किया है.


दरअसल इज़राइल समर्थक यूज़र्स फ़िलिस्तीनियों पर ऑनलाइन सहानुभूति प्राप्त करने के लिए अपनी पीड़ा को दिखाने के लिए 'संकट अभिनेताओं' का उपयोग करने का आरोप लगाते रहे हैं. इसके लिए एक शब्द गढ़ा गया है — “पालीवुड”. इज़राइल समर्थक सोशल मीडिया यूज़र्स गज़ा की विनाशकारी स्थित और मरने वालों की संख्या के दावों को ख़ारिज करने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करते hue दावा करते हैं कि फ़िलिस्तीनी चोट और मौत का नाटक करते हैं.


अरब जगत में इज़राइली प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने इसी दावे के साथ वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया. अब तक इस पोस्ट को 15 मिलियन से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखा जा सकता है. ऐसे दावे के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहांयहां और यहां देखे जा सकते हैं.




हालांकि, वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. दरअसल, यह एक लेबनानी फ़िल्म शूट का बिहाइंड द सीन वीडियो है.


सच्चाई क्या है? 


हमने संबंधित कीवर्ड्स और रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये वीडियो को खोजना शुरू किया तो यह हमें ओमर अताब नाम के एक फ़ेसबुक यूज़र के पोस्ट में मिला. 29 अक्टूबर, 2023 को शेयर किये गए वीडियो की शुरुआत में "द रियलिटी" नाम लिखा हुआ नज़र आता है. उनके फ़ेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक़, वह डिजिटल क्रिएटर हैं. 


बहरहाल, हमने वीडियो देखना शुरू किया और पाया कि वीडियो में अंग्रेज़ी भाषा में एक वॉयसओवर है  जिसमें फ़िलिस्तीन के बच्चों की पीड़ा, विनाशकारी युद्ध का सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर ट्रेंड बनने का ज़िक्र किया गया है. आगे वीडियो में, 29 सेकंड की समयावधि पर हमें वही बच्ची खून से लथपथ हालत में दिखाई देती है. इस वीडियो में दिखाए गए दृश्य लगभग वैसे ही हैं जो हमें वायरल वीडियो में नज़र आये थे.


हमने पाया कि ओमर अताब ने अपने फ़ेसबुक पेज पर उसी फ़िल्म के कई दृश्यों को बतौर तस्वीर शेयर किया है. उन्होंने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी शेयर किया है. उनके फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक़, वो एक एक्टर हैं और लेबनान के रहने वाले हैं. फ़िल्म के अंत में दिखाया गया है कि इस फ़िल्म को महमूद रामज़ी ने फ़िल्माया है. 


इससे हिंट लेकर, हम महमूद रामज़ी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पहुंचे. हमने उनके अकाउंट को खंगाला. इस बीच हमें यह फ़िल्म 28 अक्टूबर, 2023 को अपलोड हुई मिली. 


एक अन्य पोस्ट में उन्होंने अरब जगत में इज़राइली प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ओफिर गेंडेलमैन के एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे को झूठा बताया. 




वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे और फ़िल्म “द रियलिटी” के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने महमूद रामज़ी से संपर्क किया है, उनकी प्रतिक्रिया मिलते ही रिपोर्ट अपडेट की जाएगी.


हमें अपनी जांच के दौरान रामी जरदाली नाम के इंस्टाग्राम यूज़र के अकाउंट पर फ़िल्म के शूट करने का ठीक वही वीडियो मिला, जो इस समय वायरल हो रहा है. इस वीडियो को रामी ने 29 अक्टूबर को शेयर किया था और कैप्शन में बताया था कि यह एक बैक स्टेज वीडियो है. उन्होंने कैप्शन में महमूद रामज़ी और ओमर अताब को भी टैग किया था. उनके इंस्टाग्राम बायो के मुताबिक़, वह एक एक्टर हैं.




हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल हो रहा वीडियो दरअसल महमूद रामज़ी द्वारा निर्मित फ़िल्म "द रियलिटी" की शूटिंग का “बैकस्टेज” यानी बिहाइंड द सीन का वीडियो है. हालांकि, हम स्वतंत्र रूप से उस स्थान का पता नहीं लगा सके जहां शूटिंग हुई थी.


लॉजिकली फैक्ट्स पूर्व में "पालीवुड" ट्रेंड के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित कर चुका है. इस रिपोर्ट में "पालीवुड" शब्द की उत्पत्ति, और ट्रेंड का विस्तार से विश्लेषण किया गया है कि इज़राइली समर्थक और प्रभावशाली लोग कैसे फ़िलिस्तीन के पीड़ितों का मज़ाक, उनकी चोट और मौतों के सबूत को ख़ारिज किया जाता है. रिपोर्ट यहां पढ़ें. 


निर्णय
वीडियो के साथ यह दावा कि फ़िलिस्तीनी मेकअप के ज़रिये फ़र्ज़ी चोट दिखा रहे हैं, ग़लत है. क्योंकि यह वीडियो फ़िलिस्तीन में युद्ध पीड़ितों के समर्थन के लिए लेबनानी फ़िल्म निर्माता महमूद रामज़ी द्वारा शूट की गई फ़िल्म के बिहाइंड द सीन फुटेज का हिस्सा है. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.


डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ  इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.