इजरायल इन दिनों युद्ध की वजह से चर्चा में है. हमास से उसके जंग ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. हालांकि, आज हम इस युद्ध की नहीं बल्कि इजरायल में मिले उस टॉयलेट की बात करेंगे जिसकी वजह से एक ऐसी घातक बीमारी के बारे में पता चला जो इंसान को गंभीर रूप से बीमार कर देती थी. सबसे बड़ी बात कि इस बीमारी का आज से पहले कोई भी ठोस प्रमाण नहीं था, लेकिन इस टॉयलेट के मिलने के बाद ये तय हो गया कि ये घातक बीमारी इंसानों में मौजूद थी और इससे उन्हें नुकसान भी हुआ. इसके साथ ही इस टॉयलेट में पेचिस के भी जिवाणू पाए गए हैं, जो किसी भी स्वस्थ्य इंसान के लिए घातक साबित हो सकते हैं.
कहां मिला टॉयलेट
वैज्ञानिकों को ये टॉयलेट इजरायल के यरुशलम में मिला. कहा जा रहा है कि ये टॉयलेट कम से कम 2500 साल पुराना है. इसका शेप देख कर समझा जा सकता है कि आज के मुकाबले तब का टॉयलेट कैसा रहा होगा. सबसे बड़ी बात कि उस दौर में सिर्फ कुछ खास लोग ही टॉयलेट का इस्तेमाल करते थे, यानि हर आम आदमी के पास उन दिनों टॉयलेट की सुविधा नहीं होती थी. इसके साथ ही जब आप ध्यान से देखेंगे तो पता चलेगा कि ये टॉयलेट अग्रेजी टॉयलेट से अलग है. इसका रूप कुछ इंडियन टॉयलेट से मिलता है.
टॉयलेट सीट से कौन सी बीमारी पता चली
वैज्ञानिकों का कहना है कि जब उन्होंने इस टॉयलेट सीट का परीक्षण किया तो पता चला कि ये टॉयलेट जियार्डिया डुओडेनैलिस नामक बीमारी का सबसे पहला प्रमाण है. ये एक बड़ी खोज थी. चिकित्सा के क्षेत्र में इसे अनोखा माना जाता है. इसके साथ ही इसमें मौजूद जिवाणु पेचिश पैदा करने की क्षमता रखते थे. पेचिश एक खतरनाक रोग है जो अगर आपको हो जाए तो आप गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं. ये आपके पेट के साथ साथ पूरे शरीर को कमज़ोर कर देता है.
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