लेबनान में हुए पेजर बम धमाकों को लेकर हाल ही में बड़ा खुलासा हुआ है. रॉयटर्स ने लेबनान के वरिष्ठ सुरक्षा सूत्र के हवाले से दावा किया कि इजरायली एजेंसी मोसाद ने इन पेजर्स में विस्पोटक लगाया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को जिन पेजर में विस्फोट हुआ था उन्हें महीनों पहले ऑर्डर किया गया था. इस तरह के 5,000 पेजर ताइवान में बनाए गए थे और सभी पेजर में थोड़ा-थोड़ा विस्फोटक था.
इस तरह के एक-एक पेजर में तीन ग्राम विस्फोटक रखा गया था. ये साजिश महीनों से चल रही थी. बता दें लेबनान के बड़े सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक हिजबुल्लाह ने ताइवान स्थित गोल्ड अपोलो को 5,000 बीपर का ऑर्डर दिया था. ये 3 इंच का पेजर बम था. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या इससे छोटा बम भी बनाया गया है? चलिए जानते हैं.
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पेजर बम होता क्या है?
बता दें पेजर बम एक खास तरह का विस्फोटक है जो छोटे आकार में बहुत ही विनाशकारी प्रभाव डाल सकता है. 3 इंच का ये बम आकार में बहुत छोटा है, लेकिन इसके प्रभाव में कोई कमी नहीं है. यह तकनीक में प्रगति उदाहरण है, जिसमें छोटे बम को बहुत सटीकता और विनाशकारी क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है. पेजर बम का इस्तेमाल अक्सर असामान्य और अप्रत्याशित तरीकों से किया जाता है. यह एक साधारण उपकरण के रूप में दिख सकता है, लेकिन जब यह सक्रिय होता है, तो इसके प्रभाव बेहद खतरनाक होते हैं.
दुनिया का सबसे छोटा बम
एमके 82 (वजन 227 किलोग्राम) पिछले कुछ समय तक अमेरिकी सेना के साथ के द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे छोटा विमान बम था. हालांकि एमके 82 का नाममात्र वजन 227 किलोग्राम है, यह बहुत अलग तरह का बम है. इसमें हर विस्फोटक में अलग-अलग सामग्री भरी होती है.
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